लौट पाएंगे चीन में पढ़ने वाले भारतीय विद्यार्थी
१० अगस्त २०२२चीन ने कहा है कि कोविड प्रतिबंधों की वजह से चीन नहीं लौट पा रहे भारतीय छात्रों के लौटने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वैंग वेबिन ने पत्रकारों को बताया कि ऐसे छात्रों का पहला जत्था जल्द चीन पहुंच सकता है.
वैंग ने भरोसा दिलाया कि चीन की सरकार "विदेशी छात्रों को चीन वापस लाने के लिए गहनता से प्रयास कर रही है और भारतीय छात्रों के लौटने की प्रक्रिया शुरू हो गई है." हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि छात्र कब तक लौट पाएंगे.
चीनी सरकार के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक कोविड-19 महामारी से पहले कम से कम 23,000 भारतीय छात्र चीनी विश्वविद्यालयों में पढ़ते थे. मार्च 2020 में महामारी से निपटने के लिए चीनी सरकार ने वीजा और निवास के सभी परमिट स्थगित कर दिए.
कूटनीतिक प्रयास भी हो रहे हैं
ये प्रतिबंध अभी तक लगे हुए हैं जिसकी वजह से ये छात्र अभी तक अपनी पढ़ाई पूरी करने चीन लौट नहीं पाए हैं. जून 2022 में चीन ने भारतीय नागरिकों के लिए अपनी वीजा नीति में सुधार किया लेकिन इसके तहत छात्रों को शामिल नहीं किया गया.
नए नियमों के तहत चीन ने कहा कि ऐसे विदेशी नागरिक अब चीन जाने के वीजा के लिए आवेदन दे सकते हैं जो चीन में काम करते हों. ऐसे लोग भी आवेदन दे सकते हैं जिनके रिश्तेदारों के पास चीन में निवास के स्थायी परमिट हों और वो उनसे मिलने जाना चाहते हों.
भारत के विदेश मंत्रालय और बीजिंग में भारतीय दूतावास ने भी छात्रों की चीन वापसी के मुद्दे को उठाया. दूतावास ने चीनी सरकार को ऐसे छात्रों की सूची भी दी. मार्च में जब चीनी विदेश मंत्री वांग यी दिल्ली आए थे तो भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जिन विषयों पर उनसे बातचीत की थी उसमें यह मुद्दा भी शामिल था.
जुलाई में इंडोनेशिया के बाली में जब दोनों नेता फिर मिले तब जयशंकर ने इस विषय को फिर से उठाया. मीडिया रिपोर्टों में बताया जा रहा है कि बांग्लादेश, श्रीलंका, पाकिस्तान जैसे देशों के छात्रों का चीन लौटना शुरू हो चुका है, लेकिन भारतीय छात्रों पर फैसला लंबित है.