12वीं शताब्दी में एक मामूली शुरुआत के बावजूद बेंटो बॉक्स आज दोपहर के भोजन के लिए एक स्वस्थ विकल्प माना जाता है. इसे बनाना सस्ता है और यह तेजी से लोकप्रिय हो रहा है.
तस्वीर: Fotolia/okinawakasawa
विज्ञापन
जापान में लंच या 'बेंटो बॉक्स' बनाने की परंपरा बारहवीं सदी से चली आ रही है. धीरे-धीरे सकारात्मक परिवर्तन होने लगे और सामान्य भोजन की जगह पर स्वस्थ और आसानी से पचने वाला भोजन डिब्बे में रखा जाने लगा. स्कूली छात्रों और काम पर जाने वालों के बीच यह लोकप्रिय हुआ क्योंकि इसे खाने में आसानी होता है.
जापान में लंच बॉक्स की परंपरा
यात्रा पर भोजन करने के साथ जापान का आकर्षण कामाकुरा काल में शुरू हुआ, जब पके और सूखे चावल के गोले को पहले बांस के पत्तों में लपेटा जाता था और श्रमिकों द्वारा खेतों में ले जाया जाता था. अगली कुछ शताब्दियों में भोजन लपेटने का यह तरीका बदल गया और सुंदर बक्से दिखाई देने लगे. जापानी रईस वर्ग को विशेष रूप से ऐसे बक्से पसंद थे और यह उनके साम्राज्य का यह एक तरह का प्रमाण था.
हॉट डॉग खाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड
जोई चेस्टनट ने हॉट डॉग खाने का अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया. अंदाजा लगाइए, उन्होंने एक बार में कितने हॉट डॉग खाए होंगे?
तस्वीर: Andrew Kelly/REUTERS
4 जुलाई का उत्सव
अमेरिका में 4 जुलाई को हॉट डॉग खाने की सालाना प्रतियोगिता हुई, जिसे जीता इंडियाना राज्य के शहर वेस्टफील्ड के रहने वाले जोई चेस्टनट ने.
तस्वीर: Andrew Kelly/REUTERS
10 मिनट में 76 हॉट डॉग
जोई चेस्टनट ने 10 मिनट में 76 हॉट डॉग खाए, वो भी बन के साथ. यह एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है. वैसे, पिछला रिकॉर्ड भी जोई के ही नाम था, 75 हॉट डॉग खाने का.
तस्वीर: Andrew Kelly/REUTERS
दूसरा नंबर
जो शख्स दूसरे नंबर पर रहा, उसने 50 हॉट डॉग खाए, जो चेस्टनट के आसपास भी नहीं था.
तस्वीर: Andrew Kelly/REUTERS
महिलाओं में विजेता
महिलाओं की श्रेणी में विजेता रहीं ऐरिजोना की मिशेल लेस्को. लेस्को ने 10 मिनट में 30 हॉट डॉग पूरे खाए और थोड़ा सा 31वां भी.
तस्वीर: Andrew Kelly/REUTERS
पिछली विजेता आई नहीं
पिछले साल की विजेता रहीं मिकी सूडो ने इस बार प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लिया क्योंकि वह गर्भवती हैं. हालांकि उनके पार्टनर निक वेरी ने पुरुषों की प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था.
तस्वीर: Andrew Kelly/REUTERS
ब्रुकलिन की पहचान
हॉट डॉग खाने की यह प्रतियोगिता ब्रुकलिन की पहचान है. हर यह प्रतियोगिता कोनी आईलैंड में होती है लेकिन इस बार कोविड प्रतिबंधों के कारण इसे एक बेसबॉल स्टेडिमय में कराया गया.
तस्वीर: Andrew Kelly/REUTERS
5000 दर्शक
प्रतियोगिता को देखने के लिए पांच हजार दर्शक पहुंचे. पिछले साल यह प्रतियोगिता बिना दर्शकों के हुई थी.
तस्वीर: Andrew Kelly/REUTERS
लेमनेड पीने की प्रतियोगिता
हॉट डॉग खाने के साथ साथ यहां लेमनेड पीने की प्रतियोगिता भी हुई. सबसे तेज 37 सेकंड में एक गैलन यानी लगभग 3.7 लीटर लेमनेड पीकर विजेता बने बैडलैंड्स बूकर.
तस्वीर: Andrew Kelly/REUTERS
8 तस्वीरें1 | 8
लंच बॉक्स की जापानी शैली
जाहिर तौर पर हर इंसान के लिए दोपहर के भोजन के लिए कुछ न कुछ लेकर बाहर जाना एक आम बात है. यह एक ऐतिहासिक मानवीय व्यवहार है और यह आज भी किसी न किसी रूप में जारी है. इस संदर्भ में लंच बॉक्स को जापान में एक नया व्यवहार नहीं माना जाता है. अब बेंटो खाने की परंपरा एक जापानी श्रृंखला है जो बहुत लोकप्रिय है. इसमें 75 प्रतिशत भोजन स्वस्थ है और इसकी कीमत इतनी अधिक नहीं है कि कोई इसे खरीद न सके. यह निश्चित है कि जापानियों ने लंच बॉक्स बनाने की परंपरा में सुधार किया है.
जापानी बेंटो बॉक्सतस्वीर: picture alliance/AP
बेंटो बॉक्स
एनएचके कुकिंग शो बेंटो के मेजबान मार्क मात्सुमोतो कहते हैं, "कई देशों में लोग काम पर जाते समय दिन का भोजन पैक कर ले जाते हैं, इसका पुराना इतिहास रहा है. इसलिए यह जापान के लिए अद्वितीय नहीं है." वे अल्टीमेट बेंटो पुस्तक के सह लेखक हैं, जिसमें स्वस्थ और किफायती बेंटो भोजन के लिए 85 व्यंजन हैं.
धारणा यह है कि बेंटो लंच बॉक्स भोजन से अधिक एक प्रेमपूर्ण परंपरा बन गया है और आम जनता इसके साथ जुड़ना पसंद करती है. वहां भी एक जापानी सामाजिक दृष्टिकोण है कि स्कूल के लिए जा रहा बच्चों को प्यार से चूमा नहीं करते हैं, लेकिन इन बच्चों की माताओं के प्यार के खाना पकाने के द्वारा दिखाया गया है. मात्सुमोतो का कहना है कि उनकी मां जापानी थीं और शुरुआत में उनका पालन-पोषण अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया में हुआ था. लेकिन उनके सभी प्यार का इजहार लंच बॉक्स के माध्यम से किया गया था.
बेंटो बॉक्स का फायदा
मात्सुमोतो का कहना है कि बेंटो बॉक्स की उपयोगिता के बारे में एक बात स्पष्ट है कि इसमें सीमित मात्रा में खाद्य पदार्थ होते हैं और जब यह आदत बन जाती है, तो भोजन की कमी के कारण एक छोटे से बॉक्स से भी छुटकारा पाना मुश्किल हो जाता है. मात्सुमोतो के अनुसार बेंटो बॉक्स में कैलोरी की कुल मात्रा 600 से 700 के बीच होती है. उनका यह भी कहना है कि बेंटो बॉक्स सुंदर इसलिए दिखता है क्योंकि इसमें सब्जियां और फल बाकी खाने को आकर्षक बनाते हैं.
रिपोर्ट: जूलियान रियाल, टोक्यो
ये खा कर काबू कर सकते हैं आप अपना वजन
आज के समय में हर कोई पतला दिखना चाहता है लेकिन वजन कम करना इतना आसान नहीं है. कसरत वजन को नियंत्रित रखने में जरूर मदद करती है लेकिन सही खानपान उससे भी ज्यादा जरूरी है.
तस्वीर: Clourbox/G. Oliver
खीरा
एक छोटे खीरे में लगभग 20 कैलोरी होती हैं. खीरा अधिकतर पानी से भरा होता है, इसमें बिलकुल भी वसा नहीं होती. इसीलिए वजन कम करने में यह मददगार साबित होता है. साथ ही यह शरीर से सूजन कम करने में भी मददगार होता है.
तस्वीर: picture alliance / ZB
गाजर
एक बड़ी गाजर में करीब 30 कैलोरी होती हैं. गाजर खाने से आंखें तो अच्छी रहती ही हैं, वजन भी काबू में रहता है. गाजर खून में ग्लूकोस की मात्रा को नियंत्रण में रखता है, शरीर से अत्यधिक सोडियम को निकालता है और पानी की कमी नहीं होने देता.
तस्वीर: picture-alliance/ImageBroker/B. Lauter
पालक
आयरन, फॉलिक एसिड और विटामिन से भरपूर पालक सेहत के लिए बेहतरीन सब्जियों में गिनी जाती है. पका कर खाने की जगह इसे सलाद में भी खाया जा सकता है.
तस्वीर: Fotolia/nata_vkusidey
नेगेटिव कैलोरी
एक आम धारणा है कि कुछ फल सब्जियों में नेगेटिव कैलोरी होती है. यानि उन्हें खाने से जितनी कैलोरी मिलती है, पचाने में उससे भी ज्यादा खर्च हो जाती है. हालांकि वैज्ञानिक इसकी पुष्टि नहीं करते लेकिन वे मानते हैं कि इस तरह की फल सब्जियां बहुत कम कैलोरी में ही हमारा पेट भर सकती हैं.
तस्वीर: Horst Ossinger/picture-alliance
संतरा
एक बड़े संतरे में 50 से 60 कैलोरी होती हैं. इसमें मैग्नीशियम और पोटैशियम होता है, जो दिल को तंदुरुस्त रखता है. संतरे जैसे ही फायदे ग्रेपफ्रूट से भी मिलते हैं. पेट भरने के लिए साथ में सेब भी खा सकते हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/W. Rothermel
तरबूज
तरबूज एंटीऑक्सीडेंट से लैस होता है. साथ ही इसमें विटामिन बी होता है जो आपको ज्यादा चुस्त रखता है और इससे शरीर की पाचन क्षमता भी बढ़ती है, यानि ज्यादा कैलोरी जलती हैं.
तस्वीर: picture-alliance/Pixsell/H. Jelavic
टमाटर
एक टमाटर में लगभग 20 से 25 कैलोरी ही होती हैं. लाल टमाटर के कई फायदे होते हैं. ना केवल यह आपको दुबला रखता है, बल्कि जवान भी और कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के खिलाफ भी काम करता है.
तस्वीर: Colourbox/M. Bell
स्ट्रॉबेरी
स्ट्रॉबेरी साथ साथ आप ब्लूबेरी या अन्य किसी भी प्रकार की बेरी मिला सकते हैं. दूध के साथ इनका शेक बना कर पिएं, या फिर इनकी स्मूदी बना लें. पेट भी भरेगा और बीमारियों से लड़ने की क्षमता भी बढ़ेगी.
तस्वीर: Udo Herrmann/CHROMORANGE/picture alliance
अंडा
हालांकि पीला हिस्सा वसा से भरपूर होता है लेकिन सफेद हिस्से में सिर्फ 20 कैलोरी होती हैं. अंडा उबाल कर उसकी जर्दी अलग कर दें और बाकी के हिस्से को खाएं. इससे शरीर को जरूरी प्रोटीन भी मिलेगा.
तस्वीर: DW/E. Yorck
ब्रॉकली
कम कैलोरी वाले अन्य फल सब्जियों से अलग ब्रॉकली में पानी बहुत ज्यादा नहीं होता. इसलिए इसे खाने से पेट ज्यादा भरा रहता है. गोभी की तुलना में ब्रॉकली में ज्यादा मिनरल और विटामिन होते हैं.