पाकिस्तान कोरोना के सामने ऐसे बेबस हो रहा है
२५ मार्च २०२०सआदत खान के स्वागत के लिए रखे गए कार्यक्रम में लगभग दो हजार लोग आए और इनमें से सैकड़ों लोगों से वे गले भी मिले. लेकिन कोरोना वायरस से संक्रमित सआदत को जल्द ही मरदान में बनाए गए आइसोलेशन कैंप में ले जाना पड़ा. सआदत हसन को जिस दिन कोरोना संक्रमण होने की पुष्टि हुई, उसी दिन उनकी मौत हो गई.
सआदत खान पाकिस्तान में कोरोना वायरस के कारण मरने वाले पहले व्यक्ति थे. अब 22 करोड़ की आबादी वाले पाकिस्तान में कोरोना के मामले तेजी से फैल रहे हैं. दुनिया भर में इस वायरस के मामले पहले ही चार लाख को पार कर चुके हैं जबकि मरने वालों की संख्या बुधवार तक 18,800 से ज्यादा हो चुकी है.
पाकिस्तान में चंद दिनों के भीतर कोरोना के मामलों की संख्या एक हजार के करीब होने वाली है. अधिकारियों का कहना है कि ईरान से लौटने वाले बहुत से श्रद्धालुओं में भी कोरोना वायरस पाया गया है. पाकिस्तान में अब तक सात लोग कोरोना वायरस के कारण मारे जा चुके हैं.
बिल्ली थैले से बाहर
अब लॉकडाउन के बाद करोड़ों पाकिस्तानियों से अपने घरों में ही रहने को कहा जा रहा है जबकि अधिकारी धीरे धीरे सख्त पाबंदियों की तरफ बढ़ रहे हैं. अंदेशा है कि आने वाले दिनों में पाकिस्तान में कोरोना के मामले बहुत बढ़ेंगे.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान के आम लोग अब भी सुरक्षात्मक उपायों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और दूसरी तरफ कर्जों में दबी सरकार भी वायरस के फैलाव को रोकने के लिए पूरी तरह तैयार नहीं दिखती है. क्वारंटीन और टेस्ट करने वाली लैब की कमी की वजह से भी हाई रिस्क वाले मरीजों की पहचान समय रहते नहीं हो पा रही है.
अभी तक पाकिस्तान में कोरोना वायरस से प्रभावित सबसे ज्यादा मरीज सिंध प्रांत में हैं. वहां के एक अस्पताल इंडस में कार्यरत एक डॉक्टर नसीम सलाहुद्दीन का कहना है कि कराची में कुछ ही अस्पताल कोविड19 का बेहतर इलाज करने की क्षमता रखते हैं, लेकिन सीमित संसाधनों की वजह से वे भी अपने दरवाजे बंद कर रहे हैं.
डॉ नसीम कहते हैं, "हम अब जो मर्जी कर लें, अब इस बीमारी के फैलाव को रोकना बहुत ही मुश्किल होगा. और इतने सारे मरीजों को एक साथ संभालना हमारे बस में नहीं है. हम कई स्तरों पर बुरी तरह नाकाम होंगे." वह कहते हैं कि क्वारंटीन केंद्रों की स्थापना और बॉर्डर कंट्रोल के उपायों पर बहुत पहले अमल होना चाहिए था. उनकी राय में, "अब बिल्ली थैले से बाहर आ चुकी है."
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री और खैबर पख्तून ख्वाह प्रांत के स्वास्थ्य मंत्री से संपर्क करने की कोशिश की. लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया. समाचार एजेंसी ने सआदत खान के गांव के चार लोगों और इस केस से जुड़े तीन डॉक्टरों से भी बात की, जिससे पता चलता है कि दक्षिण एशिया का यह देश तेजी से कोरोना वायरस का नया अड्डा बन सकता है. एयरपोर्ट पर उचित व्यवस्था ना होने की वजह से कोरोना वायरस के बहुत से मरीज अपने घरों में जा चुके हैं और वहां दर्जनों अन्य लोगों को संक्रमित कर चुके हैं. पाकिस्तान सरकार अब ऐसे लोगों की तलाश में है, जो इस तरह देश के अंदर दाखिल हुए हैं.
अफरातफरी
सआदत खान के गांव में बड़े पैमाने पर अफरातफरी फैली है. गांव के लोगों ने टेलीफोन पर बताया कि शुरू शुरू में किसी ने भी इस खतरे को गंभीरता से नहीं लिया. स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता लियाकत अली शाह कहते हैं, "सैकड़ों लोगों को संदेह है कि वे कोरोना वायरस से प्रभावित हो चुके हैं, लेकिन वे ना तो किसी को बता रहे हैं और ना ही अस्पतालों में जा रहे हैं. उन्हें डर है कि अगर किसी को बताया तो उनका बहिष्कार कर दिया जाएगा."
सआदत खान की मौत के बाद यूनियन काउंसिल मांगाह को लॉकडाउन कर दिया गया है. स्थानीय सरकार के मुताबिक लगभग सात हजार की आबादी वाले इस इलाके को क्वारंटीन का दर्जा दे दिया गया है और लोगों के टेस्ट किए जा रहे हैं. लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि सर्वे करने वाले लोगों में किसी के पास टेस्ट किट नहीं है.
स्थानीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का कहना है कि उनके पास टेस्ट किट हैं लेकिन वे हर किसी का टेस्ट नहीं कर सकते हैं. सिर्फ उन लोगों के टेस्ट किए जा रहे हैं जिनमें बीमारी के लक्षण दिख रहे हैं.
एक स्थानीय स्कूल अध्यापक का कहना है कि कहीं आने जाने पर पाबंदी है, इसके बावजूद जिन चार लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण दिखे थे, वे चारों कहीं छिप गए हैं. स्वास्थ्य विभाग ने भी इसकी पुष्टि की है. गायब होने वालों में सआदत खान के परिवार के दो सदस्य भी शामिल हैं. स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि गायब होने वाले चारों लोगों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है.
एके/एमजे (रॉयटर्स)
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