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समाज

लोगों ने निकाला मिलजुलकर कोरोना से लड़ने का तरीका

ऋषभ कुमार शर्मा
२४ मार्च २०२०

कोरोना वायरस फैलने के दौरान चीन के वुहान में लोगों को कम से कम बाजार जाने देने के लिए सोसायटी के लोगों ने वॉलंटियर किया था. अब ऐसे ही तरीके भारत में भी सामने आ रहे हैं जिनसे लोगों को कम से कम बाहर निलना पड़े.

Indien Menschen helfen sich gegenseitig in der Coronakrise
तस्वीर: DW/R. Sharma

भारत के 30 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अब तक लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है. कई राज्यों में घरों से निकलने पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है. ऐसे में लोगों को जरूरी सामान की कमी ना हो, इसलिए लोग एक दूसरे की मदद के लिए आगे भी आ रहे हैं. राजस्थान सरकार ने 22 मार्च को पूरे राज्य में तालाबंदी लागू कर दी. 24 मार्च से किसी भी निजी वाहने के सड़क पर निकलने पर भी रोक लगा दी.

राजस्थान के भरतपुर जिले के बयाना कस्बे में स्वतंत्र पत्रकारिता करने वाले राजीव शर्मा ने अपने चैनल संवाद फॉर यू के माध्यम से कुछ लोगों से वॉलंटियर करने की अपील की. राजीव की इस अपील पर कस्बे के करीब 35 लोग आगे आए. इन लोगों ने अलग-अलग कॉलोनियों के हिसाब से अपनी जिम्मेदारी बांटी और उन कॉलोनियों में अपने नंबर सार्वजनिक किए. इन लोगों ने सोशल मीडिया पर मैसेज सर्कुलेट कर लोगों से अपील की कि किसी भी सामान की जरूरत होने पर खुद घर से बाहर ना निकलें और इन लोगों से संपर्क करें. ये लोग खुद सामान उन लोगों को उपलब्ध करवाएंगे.

तस्वीर: DW/R. Sharma

राजीव और 35 दूसरे वॉलंटियरों द्वारा शुरू की गई इस पहल में पुलिस और प्रशासन को साथ लिया गया है जिससे इन लोगों को आने जाने में दिक्कत ना आए. इन वॉलंटियरों को मास्क और दस्ताने भी दिए गए हैं. ये लोग कॉल आने पर दिए गए पते पर सामान पहुंचा रहे हैं. हालांकि कई लोग मुश्किल और जरूरत से इस समय में भी अपने शौक और फरमाइशों को काबू नहीं कर पा रहे हैं. एक वॉलंटियर ने बताया कि उन्हें सुबह किसी ने कॉल कर शराब मंगवाने की बात कही. वॉलंटियर का कहना था कि उन्होंने उक्त व्यक्ति को परिस्थिति की गंभीरता समझाई. इन सब वॉलंटियरों के नंबर लगातार लोगों के बीच भेजे जा रहे हैं और इसका असर भी लोगों पर होता दिख रहा है.

चीन के जिस वुहान शहर से यह वायरस फैला, वहां भी इस तरह का मॉडल अपनाया गया था. चीन में काम कर रहे अखिल पाराशर के मुताबिक जब वुहान में लॉकडाउन हुआ था तो हर सोसायटी से एक या दो लोग वॉलंटियर कर लोगों से ऑर्डर लेते और उनका सामान घर पहुंचाते. इससे बाजारों में भीड़ नहीं लगी और लोगों को सामान की आपूर्ति होती रही.

कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए बाजारों में भीड़ को रोकना जरूरी है. ऐसे में दूसरी जगहों पर भी इस तरह के मॉडल अपनाए जा सकते हैं. इसमें हर कॉलोनी से कुछ लोग जिम्मेदारी लें. बाकी लोग अपने जरूरी सामान की लिस्ट उन्हें दे दें और वो सामान उन्हें डिलीवर हो जाए. इससे कम से कम लोग घरों से निकलेंगे जो कोरोना वायरस का फैलाव रोकने के लिए एक अच्छा तरीका है.

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