बालों से बनी चटाई, कर रही है पानी की सफाई
३० दिसम्बर २०२२द हेयर रिसाइकल प्रोजेक्ट के तहत कटे हुए बालों को एक मशीन में डाला जाता है, जो उन्हें चौकोर मैटों में बदल देती है. इन मैटों का इस्तेमाल फिर तेल या पर्यावरण को दूषित करने वाले दूसरे हाइड्रोकार्बनों को सोखने के लिए किए जा सकता है. इनसे बायो-कम्पोजिट झोले भी बन सकते हैं.
इस प्रोजेक्ट के सह-संस्थापक पैट्रिक जानसेन बताते हैं कि एक किलो बालों से सात से आठ लीटर तेल और हाइड्रोकार्बन सोखे जा सकते हैं. बालों से बने मैटों को नालों में रखा जा सकता है, जहां वो पानी के नदी तक पहुंचने से पहले उसमें मौजूद प्रदूषक तत्वों को सोख लेंगे.
जानसेन ने रॉयटर्स को बताया, "हमारे उत्पाद ज्यादा एथिकल इसलिए भी हैं कि उन्हें स्थानीय स्तर पर ही बनाया जाता है...उन्हें धरती के दूसरे छोर से आयात नहीं किया जाता है. उन्हें यहीं स्थानीय समस्याओं के समाधान के लिए इस्तेमाल किया जाता है."
एक प्रोजेक्ट, कई फायदे
प्रोजेक्ट की वेबसाइट पर बताया गया है कि बालों में शक्तिशाली गुण होते हैं: सिर्फ एक बाल अपने वजन से दस गुना तक ज्यादा वजन बर्दाश्त कर सकता है. चर्बी और हाइड्रोकार्बन सोखने के अलावा वो पानी में घुलनशील भी होता है. इसके अलावा अपने केरैटिन फाइबर की वजह से बाल बेहद लचीले भी होते हैं.
ब्रसेल्स के हेलियोद सैलों की मैनेजर इसाबेल वोलकीदिस देश के उन दर्जनों हेयरड्रेसरों में से हैं, जो इस प्रोजेक्ट को अपने काटे हुए बाल ले जाने के लिए एक छोटी सी रकम देती हैं.
अपने एक ग्राहक के बालों को संवारती हुई वो कहती हैं, "निजी रूप से मुझे इस बात से प्रेरणा मिलती है. मुझे बालों को कूड़ेदान में फेंकना बुरा लगता है, जबकि मैं जानती हूं कि उससे अब कितना कुछ किया जा सकता है."
सीके/एसएम (रॉयटर्स)