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अपराधभारत

हैदराबाद गैंगरेप केस में चौथा आरोपी गिरफ्तार

६ जून २०२२

हैदराबाद गैंगरेप केस में पुलिस ने चौथे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है. एक अन्य आरोपी अब भी फरार है. तेलंगाना की राज्यपाल ने पुलिस से दो दिन में मामले पर रिपोर्ट मांगी है.

फाइल तस्वीर
फाइल तस्वीरतस्वीर: Danish Siddiqui/REUTERS

पुलिस ने 17 साल की नाबालिग के साथ गैंगरेप के आरोप में चौथे आरोपी को रविवार को गिरफ्तार कर लिया है. पिछले दिनों हैदराबाद के पॉश जुबली हिल्स में नाबालिग के साथ गैंगरेप की वारदात हुई थी. पुलिस इस मामले में अब तक 18 साल के एक युवक और तीन नाबालिगों को पकड़ चुकी है. पुलिस अब पांचवें आरोपी की तलाश में जुटी है. पांचवां आरोपी फरार बताया जा रहा है.

तेलंगाना की राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन ने इस मामले पर पुलिस से रिपोर्ट मांगी है. राज्यपाल ने राज्य के मुख्य सचिव सोमेश कुमार और पुलिस महानिदेशक महेंद्र रेड्डी को दो दिन में मामले की रिपोर्ट देने को कहा है.

हैदराबाद पश्चिम जोन के डीसीपी जोएल डेविस ने बताया, "इस मामले के तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के क्रम में जुबली हिल्स पुलिस ने रविवार को एक और नाबालिग को पकड़ा है. आरोपी को जुवेनाइल कोर्ट में पेश करने के बाद उससे पूछताछ की जाएगी."

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक गिरफ्तार चौथा आरोपी तेलंगाना के संगारेड्डी जिले के नेता का बेटा है और उसकी कार भी जब्त कर ली गई है. फॉरेंसिक विभाग ने कार से कई नमूने भी इकट्ठा किए हैं. आरोप लग रहे हैं कि पांचों आरोपियों को बचाने के लिए सबूतों से छेड़छाड़ की गई है.

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डेविस ने कहा है कि पांच में से चार आरोपी को पकड़ लिया गया है जबकि एक और आरोपी को पकड़ने के प्रयास जारी हैं. पुलिस ने तीन जून को कहा था नाबालिग लड़की 28 मई को दिन के समय पार्टी के लिए किसी पब में गई थी और उसके साथ एक कार में गैंगरेप किया गया था.

तेलंगाना के मंत्री केटी रामाराव ने राज्य के गृहमंत्री मोहम्मद महमूद अली, डीजीपी और हैदराबाद पुलिस कमिश्नर से मामले में तत्काल और कड़ी कार्रवाई का अनुरोध किया है. उन्होंने साफ कहा कि किसी के रसूख और पद की चिंता किए दोषियों पर कार्रवाई हो.

इस बीच पीड़ित लड़की के साथ गैंगरेप के पहले कुछ आरोपियों के साथ का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किए जाने पर लोगों ने गुस्सा जताया है. लोगों को कहना है कि इस तरह से वीडियो का साझा करना पीड़िता का "चरित्र हनन" है.

इसी मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने प्राथमिकी दर्ज करने में हुई देरी को लेकर पुलिस से स्पष्टीकरण मांगा था और गलती करनेवाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा था. आयोग ने एक पब में नाबालिगों को प्रवेश देने के मामले में हैदराबाद के पब प्रबंधन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने को भी कहा था.

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