पाकिस्तान में इमरान खान पर चली गोली
३ नवम्बर २०२२स्थानीय मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक देश के पूर्वी हिस्से में इमरान खान के काफिले पर गोली चलाई गई जिसमें वो घायल हो गए हैं. मीडिया की खबरों में उन्हें जख्मी, लेकिन खतरे से बाहर बाहर बताया गया है. इमरान खान की पार्टी तहरीके ए इंसाफ के एक वरिष्ठ नेता और पुलिस के मुताबिक इस गोलीबारी में उनके कुछ समर्थक भी घायल हुए हैं. पार्टी के नेता असद उमर का कहना है कि इमरान खान के पैर में गोली लगी है और उन्हें गंभीर जख्म नहीं है.
स्वचालित हथियार से चली गोली
असद उमर ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया, "एक आदमी ने स्वचालित हथियार से गोलियां चलाई. कई लोग घायल हुए हैं और इमरान खान भी घायल हैं." पार्टी प्रवक्ता फव्वाद चौधरी का कहना है, "इमरान खान और फैसल जावेद को गोलियां लगी हैं. इमरान खान की जांघ के अगले हिस्से में गोली लगी है. दोनों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है."
जावेद के कपड़ों पर खून के निशान देखे गये हैं और उन्होंने अस्पताल में पाकिस्तान के जियो टीवी को बताया, "हमारे कई साथी घायल हैं और हमने यह भी सुना है कि एक की मौत हुई है." कुल मिला कर सात लोगों के घायल होने की बात कही जा रही है. पुलिस के मुताबिक इस मामले में एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने घटना की निंदा की है और गृह मंत्री को इस मामले की तत्काल जांच शुरू करने का हुक्म दिया है.
हमला वजीराबाद में हुआ है जो राजधानी इस्लामाबाद से 200 किलोमीटर दूर है.
हमलावर गिरफ्तार
पुलिस का कहना है कि हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया है. पाकिस्तान की सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब के मुताबिक उसका नाम फैसल बट है. पुलिस ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें हमलावर ने हमले की बात कबूली है और इस मामले में अकेले काम करने की बात कही है. अभी यह साफ नहीं है कि उसने किन परिस्थितियों में यह बयान दिया है. सूचना मंत्री के मुताबिक उसका यह भी कहना है, "केवल इमरान खान मेरे निशाने पर थे."
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इमरान खान पर हमला पूर्वी पंजाब के वजीराबाद जिले में हुआ है जो इस्लामादा से करीब 200 किलोमीटर दूर है. वह कारों और ट्रकों के काफिले के साथ राजधानी इस्लामाबाद की तरफ प्रदर्शन करते हुए जा रहे हैं. उनकी मांग है कि देश में समय से पहले चुनाव कराए जाएं. घटना के बाद इमरान खान को पैर में पट्टी के साथ एक दूसरी गाड़ी में ले जाते हुए देखा गया है. इस दौरान यह घोषणा भी होती रही कि वह सुरक्षित हैं. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक हमलावर ने कई गोलियां दागी.
सरकार के खिलाफ अभियान
पिछले हफ्ते ही इमरान खान ने लाहौर से मार्च के साथ अपना अभियान शुरू किया था. संसद में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए हटाए जाने के बाद से ही इमरान खान अपने खिलाफ साजिश के आरोप लगाते हैं. उनका कहना है कि अमेरिका और देश के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने उन्हें हटाने के लिए साजिश की है. शहबाज शरीफ और अमेरिका इन आरोपों से इनकार करते हैं.
भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने घटना पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा है, "यह तुरंत की घटना है और हम इस पर बारीकी से नजर रख रहे हैं, और आगे स्थिति पर नजर बनाये रखेंगे."
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अपने नेतृत्व में पाकिस्तान को क्रिकेट विश्वकप जिताने वाले इमरान खान ने राजनीति में भी लंबी पारी खेली है और देश के प्रधानमंत्री भी बने. माना जाता है कि उनके राजनीतिक सफर में देश की ताकतवर सेना का उन्हें समर्थन हासिल था. आलोचकों के मुताबिक इसी समर्थन के दम पर इमरान खान 2018 में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने. हालांकि बाद में सेना प्रमुख कमर अहमद बाजवा के साथ कुछ मतभेदों के कारण सेना का समर्थन उनके साथ नहीं रहा. देश के बाकी प्रधानमंत्रियों की तरह ही वह भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए और उन्हें पद से हटना पड़ा. इसके बाद से ही वह लगातार पाकिस्तान की सरकार और अमेरिका के खिलाफ बयान दे रहे हैं.
पिछले हफ्ते पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने इमरान खान पर पांच साल के लिए प्रतिबंधलगा दिया था.
रिपोर्टः निखिल रंजन/एके (एपी, एएफपी)