खस्ताहाल अर्थव्यवस्था, डॉलर में भरोसा
११ सितम्बर २०१८
यूरोप नहीं, एशियाई देश हैं सबसे महंगे
यूरोप नहीं, एशियाई देश हैं सबसे महंगे
अगर आप यूरोप को एशिया से महंगा मानते हैं और एशिया में नौकरी करना चाहते हैं तो जरा ठहरिए. ग्लोबल कंसल्टिंग फर्म मर्सर के मुताबिक, दुनिया के सबसे महंगे 10 देशों में से छह एशिया के हैं. आइए जानते हैं इन शहरों के बारे में.
बीजिंग, चीन
चीन की राजधानी बीजिंग सबसे महंगे शहरों की फेहरिस्त में नौवें नंबर पर है. पिछले कुछ दशकों में घर और प्रॉपर्टी के दाम आसमान छूने लगे हैं और इंटरनेशनल स्कूलों की फीस भी कई गुना बढ़ गई है. युआन की मजबूती ने चीन के शहरों को टॉप 10 शहरों में जगह दी है.
शंघाई, चीन
चीन में सबसे महंगे शहरों में से एक शंघाई दुनिया के सबसे महंगे शहरों की लिस्ट में सातवें नंबर पर आता है. एक्सपैटीशियन नामक वेबसाइट के मुताबिक, यहां 85 वर्ग मीटर एक घर लेने पर औसतन 1030 से 1800 यूरो बतौर घर का किराया देना पड़ता है. मर्सर का कहना है कि करेंसी की कीमत बढ़ने से लोगों की क्रय क्षमता बढ़ रही है.
सोल, दक्षिण कोरिया
दुनिया में पांचवें नंबर पर सबसे महंगा शहर सोल है. यहां पर कॉफी ही औसतन 8.60 यूरो की मिलती है. जींस खरीदने पर औसतन 130 यूरो खर्च करने पड़ते हैं. मर्सर के सर्वे में खाने-पीने, घर, यातायात और कपड़े के खर्चों की तुलना की गई है.
सिंगापुर
दक्षिण-पूर्वी एशिया का वित्तीय केंद्र सिंगापुर बाहर से आकर काम करने वाले लोगों के लिए दुनिया में चौथे नंबर पर सबसे महंगा शहर है. यहां जींस खरीदने के लिए 83 यूरो के करीब खर्च करने होते हैं जो न्यूयॉर्क के मुकाबले दोगुना है. गैस करीब 1.70 प्रति लीटर मिलती है.
टोक्यो, जापान
90 लाख की आबादी वाला टोक्यो दुनिया का दूसरा सबसे महंगा शहर है, मर्सर का कहना है कि रैंक में जापान के शहरों के पीछे होने का एक कारण करेंसी येन की डॉलर के मुकाबले कमजोरी है. वहां फर्निश्ड अपार्टमेंट किराये पर लेने के लिए औसतन 2700 से 3500 यूरो देने पड़ सकते हैं.
हांग कांग
2018 की शुरुआत में हांग कांग को दुनिया भर से आने लोगों के लिए सबसे महंगा शहर माना गया. मर्सर के मुताबिक, यहां किराया काफी महंगा है और गैस के दाम आसमान छू रहे हैं. मर्सर की सूची में चोटी के महंगे शहरों में ज्यूरिख और बर्न जैसे गैर एशियाई शहरों के नाम शामिल है.