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भारत ने कहा, होगी अगवा पादरी की रिहाई की कोशिश

२७ दिसम्बर २०१६

यमन में अगवा किए गए एक भारतीय पादरी का वीडियो सामने आया है, जिसमें रिहाई की गुहार लगाई गई है. इस वीडियो को देखकर सुषमा स्वराज ने कहा है कि कोशिशें की जाएंगी.

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तस्वीर: UNI

भारतीय अधिकारी अब यमन में अगवा किए गए केरल के एक पादरी को बचाने में जुट गए हैं. केरल के यह पादरी टॉम उजुनालिल मार्च महीने से इस्लामिक स्टेट की कैद में हैं लेकिन अब तक कोई उनकी सुध नहीं ले रहा था. सोमवार को एक वीडियो जारी हुआ जिसमें उजुनालिल कहते सुनाई दिए कि अगर वह यूरोपीय होते तो किसी को उनकी फिक्र जरूर होती. एक मलयालम चैनल पर दिखाए गए इस वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भारतीय अधिकारियों ने कहा कि वे उजुनालिल को सुरक्षित वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

टॉम उजुनालिल दक्षिणी राज्य केरल के रहने वाले हैं. उन्हें 4 मार्च को यमन में कुछ बंदूकधारियों ने अगवा कर लिया था. संदेह है कि ये बंदूकधारी इस्लामिक स्टेट के लड़ाके थे. यमन के अदन शहर में उजुनालिल एक ओल्ड एज होम में काम कर रहे थे. बुजुर्गों की सेवा के लिए यह केंद्र मदर टेरेसा की संस्था मिशनरीज ऑफ चैरिटी चलाती है. इस केंद्र पर हमले में 16 लोग मारे गए थे. मरने वालों में 4 नन भी थीं.

मनोरमा टीवी ने एक वीडियो दिखाया जिसमें पादरी टॉम उजुनालिल मदद की अपील करते नजर आते हैं. वह कह रहे हैं कि उनके अपहरणकर्ताओं ने संपर्क किया था लेकिन उनकी रिहाई के लिए कुछ नहीं किया गया.

इस वीडियो के वायरल होने के बाद भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि हर भारतीय हमारे लिए अहम है. अपने ट्विटर अकाउंट पर सुषमा स्वराज ने कहा कि उन्होंने वीडियो देखा है और उजुनालिल की रिहाई के लिए कोशिशें की जाएंगी. मंगलवार को स्वराज ने ट्वीट किया, "वह एक भारतीय नागरिक हैं. हर भारतीय की जिंदगी हमारे लिए बेशकीमती है." स्वराज ने बताया कि भारत सरकार ने अफगानिस्तान से भी एक पादरी को रिहा कराया था. एक एनजीओ कर्मी को भी रिहा कराया गया था. स्वराज ने लिखा, "हमने कभी कोई कसर नहीं रखी और हम फादर टॉम की रिहाई में भी कोई कसर नहीं उठा रखेंगे."

तस्वीरों में, इस्लामिक स्टेट क्या बला है

मनोरमा टीवी ने कहा है कि इस वीडियो की सत्यता या प्रामाणिकता का दावा नहीं किया जा सकता. और यह भी नहीं बताया जा सकता है कि वीडियो कब शूट किया गया. उजुनालिल ने पोप फ्रांसिस से भी अपील की है कि उनकी रिहाई के लिए कोशिशें की जाएं. वीडियो में वह कह रहे हैं, "अगर मैं कोई यूरोपीय पादरी होता तो मुझे अधिकारी और ज्यादा गंभीरता से लेते और मुझे रिहा करा लेते. मैं अवसाद में हूं."

वीके/एमजे (डीपीए)

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