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समाज

पांच राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामले

आमिर अंसारी
२४ फ़रवरी २०२१

देश के पांच राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली सरकार राज्य में दाखिल होने वालों के लिए आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट दिखाना जरूरी करने जा रही है. महाराष्ट्र ने भी कोरोना से निपटने के लिए नियम सख्त कर दिए.

तस्वीर: Manish Kumar/DW

दिल्ली आपदा प्रबंधन अथॉरिटी जल्द देश के पांच राज्यों से आने वाले लोगों के लिए कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट दिखाने पर ही राज्य में दाखिल होने की इजाजत संबंधी आदेश जारी करने वाला है. मीडिया में आई रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि इसको लेकर औपचारिक आदेश आज जारी किया जा सकता है. महाराष्ट्र, केरल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और पंजाब से दिल्ली आने वालों को आरटी-पीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट दिखाना जरूरी होगा, यह रिपोर्ट 72 घंटे पुरानी नहीं होनी चाहिए. कहा जा रहा है कि इन पांच राज्यों के नोडल प्रभारियों से कहा जाएगा कि वे अपने यहां से दिल्ली जा रहे यात्रियों की निगेटिव रिपोर्ट को देखने के बाद ही यात्रा की इजाजत दें. यह आदेश 26 फरवरी की रात से 15 मार्च तक लागू रहेगा और बस, ट्रेन और फ्लाइट से दिल्ली आने वाले यात्रियों पर लागू होगा.

तस्वीर: Sam Panthaky/AFP

महाराष्ट्र में नियम तोड़ने वालों पर सख्ती

महाराष्ट्र में तेजी से बढ़ते कोरोना के मामले के बीच सरकार ने नियम तोड़ने वालों पर सख्ती शुरू कर दी है. सोमवार को मुंबई में पुलिस, बीएमसी और वेस्टर्न और सेंट्रल रेलवे ने बिना मास्क वाले लोगों से रिकॉर्ड 46 लाख रुपये बतौर जुर्माना वसूले, सोमवार को 22 हजार से अधिक ऐसे लोगों के चालान काटे गए जिन्होंने मास्क नहीं लगाए थे. रविवार को भी 14 हजार लोगों का चालान हुआ था और 28 लाख जुर्माना वसूला गया था.

पंजाब ने भी बढ़ते मामलों को देखते हुए नए नियम बनाए है, जिसके तहत रेस्तरां, निजी दफ्तरों को यह बताना होगा कि उनके कर्मचारियों की कोरोना जांच आखिरी बार कब हुई थी. वहीं मध्य प्रदेश के बालाघाट और छिंदवाड़ा में रात का कर्फ्यू लगाया गया है.

वायरस के दो नए रूप मिले

महाराष्ट्र और कुछ अन्य राज्यों में हाल में आई कोविड-19 के मामलों में तेजी का वायरस के म्यूटेंट स्ट्रेन एन440के और ई484क्यू के साथ कोई सीधा संबंध नहीं है. मंगलवार को आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने इस संबंध में स्पष्टीकरण जारी किया. डॉ. भार्गव ने यह भी साफ किया कि वायरस के यह दोनों स्वरूप अन्य देशों में भी पाए गए हैं और भारत में विशेष रूप से पाए गए हैं ऐसा नहीं है. आईसीएमआर का कहना है कि वायरस के इन दोनों स्वरूपों का भारत के कुछ राज्यों में पहले भी पता चला था. वायरस के ई484क्यू स्वरूप का महाराष्ट्र में 2020 के मार्च के शुरुआती दिनों में और जुलाई में पता चला था. मई और सितंबर के बीच तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और असम में 13 विभिन्न मौकों पर वायरस के एन440के स्वरूप से जुड़े मामले सामने आए थे.आईसीएमआर का कहना है कि इसलिए महाराष्ट्र में हाल में कोरोना के बढ़े मामलों को इन रूपों से जोड़कर नहीं देखा जा सकता है.

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