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विवेक अग्निहोत्री का आरोप ऑक्सफर्ड ने दबाई "हिंदू की आवाज"

१ जून २०२२

द कश्मीर फाइल्स के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने आरोप लगाया है कि ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी ने उनका कार्यक्रम आखिरी समय में रद्द कर दिया.

द कश्मीर फाइल्स के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री
द कश्मीर फाइल्स के निर्देशक विवेक अग्निहोत्रीतस्वीर: DW

फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' से चर्चा में आए निर्देशक विवेक अग्निहोत्री के ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी में व्याख्यान देने पर विश्वविद्यालय ने कथित तौर पर अंतिम समय पर रद्द कर उसे एक जुलाई के लिए आगे बढ़ा दिया है. अग्निहोत्री इस समय यूरोप के दौरे पर हैं. उन्होंने अपने इस दौरे का नाम 'ह्यूमैनिटी टुअर' रखा है. अग्निहोत्री ने ट्विटर पर एक वीडियो संदेश भी डाला है और यूनिवर्सिटी यूनियन पर "हिंदूफोबिक" होने का आरोप लगाया है.

अग्निहोत्री ने अपने बयान में कहा "हिंदूफोबिया से ग्रसित ऑक्सफर्ड यूनियन में फिर एक हिंदू आवाज पर प्रतिबंध लगाया गया है." अग्निहोत्री ने कहा, "उन्होंने मेरा कार्यक्रम रद्द कर दिया है. वास्तव में, उन्होंने हिंदू नरसंहार और हिंदू छात्रों को रद्द कर दिया है जो ऑक्सफर्ड विश्वविद्यालय में अल्पसंख्यक हैं."

अग्निहोत्री का कहना है कि यूनिवर्सिटी यूनियन ने उन्हें लंबे समय पहले निमंत्रण दिया था और मंगलवार को उन्हें वहां व्याख्यान देना था. अग्निहोत्री ने ट्विटर पर जो वीडियो संदेश जारी किया उसमें उन्होंने कहा, "यह सब ईमेल पर पुष्टि की गई थी, लेकिन कुछ घंटे पहले, उन्होंने कहा कि गलती से दोहरी बुकिंग हो गई थी और वे आज मेरी मेजबानी नहीं कर पाएंगे. मुझसे पूछे बिना उन्होंने कार्यक्रम की तारीख बदलकर 1 जुलाई कर दी, क्योंकि उस दिन कोई छात्र नहीं होगा और तब कार्यक्रम करने का कोई मतलब नहीं रह जाएगा."

अभी भी जारी है कश्मीरी पंडितों की हत्या का सिलसिला

साथ ही उन्होंने सवाल किया, "क्या वे मेरा कार्यक्रम रद्द कर रहे हैं, नहीं... वे लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार को रद्द करना चाहते हैं, खासकर नरेंद्र मोदी को. वे हमपर फासीवादी होने का ठप्पा लगाना चाहते हैं. वे हमें इस्लामोफोबिक बताना चाहते हैं. हजारों कश्मीरी हिंदुओं को मारना हिंदूफोबिक नहीं था लेकिन उस सच्चाई पर फिल्म बनाना इस्लामोफोबिक है."

उन्होंने यूनियन के खिलाफ मुकदमा दायर करने की भी बात कही है. अग्निहोत्री ने कहा कि यह "अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता" पर अंकुश लगाने जैसा है. अग्निहोत्री के आरोपों पर यूनिवर्सिटी की ओर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.

इसी साल मार्च में रिलीज हुई अग्निहोत्री की फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स', 1990 के दशक में कश्मीर घाटी में लक्षित हत्याओं और कश्मीरी पंडितों के पलायन पर केंद्रित थी. फिल्म को लेकर काफी विवाद भी खड़ा हुआ था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित बीजेपी के कई नेताओं ने फिल्म की तारीफ की थी. फिल्म की आलोचना भी हुई थी. यही नहीं मई में सिंगापुर में 'द कश्मीर फाइल्स' पर समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाने की संभावना की वजह से बैन लगा दिया गया था. सिंगापुर की सरकार ने फिल्म में मुसलमानों के एक पक्षीय और भड़काऊ चित्रण को लेकर कड़ा बयान भी दिया था.

फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट भी रही लेकिन आलोचकों का कहना है कि उसमें तथ्यों को गलत ढंग से पेश किया गया है और वह मुस्लिम विरोधी भावनाएं भड़काती है.

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