प्रकृति और पर्यावरणभारतशहर की धक्कामुक्की छोड़ गांव में बसाई दुनिया04:01This browser does not support the video element.प्रकृति और पर्यावरणभारत29.09.2024२९ सितम्बर २०२४पांच साल पहले बंगलुरू के एक रीसर्च एनालिस्ट ने अपनी नौकरी छोड़ी और गांव में जाकर बस गए. वो कहते हैं कि गांव के जीवन में उन्हें बहुत ज्यादा सुकून का अहसास होता है.लिंक कॉपी करेंविज्ञापन