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हनुमान चालीसा मामला: राणा दंपती पर राजद्रोह का केस

आमिर अंसारी
२५ अप्रैल २०२२

सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति पर महाराष्ट्र सरकार ने राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया है. उन्होंने शनिवार को राज्य के मुख्यमंत्री के आवास के बाहर हनुमान चालीसा के पाठ का ऐलान किया था.

तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/R. Maqbool

मुंबई पुलिस ने दो दिनों के हाई-वोल्टेज राजनीतिक ड्रामा का अंत करते हुए शनिवार शाम को अमरावती की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति बडनेरा विधायक रवि राणा को गिरफ्तार किया था. इससे पहले दोनों ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री पर हनुमान चालीसा के पाठ के ऐलान के बाद कदम पीछे कर कर लिया था. अदालत ने रविवार को पुलिस हिरासत की अर्जी खारिज कर दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था.

बांद्रा कोर्ट में उनको पेश किया गया था, जहां सरकारी वकील ने कोर्ट को बताया कि दोनों पर राजद्रोह का केस लगाया गया है. वकील ने कहा कि दोनों ने सरकार और मुख्यमंत्री के खिलाफ नफरत फैलाई है. दरअसल शनिवार को दोनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुंबई दौरे का हवाला देते हुए पाठ की योजना रद्द करने की बात कही थी. मोदी रविवार शाम शंमुखानंद हॉल में आयोजित एक समारोह में प्रथम 'लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार' से सम्मानित किए गए थे.

इससे पहले राणा के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा, आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने के आरोप), धारा 34 और बॉम्बे पुलिस अधिनियम की धारा 37(1) और 135 के तहत मामला दर्ज किया गया था और बाद में दंपती पर राजद्रोह की भी धारा लगा दी गई. 29 अप्रैल को दोनों की जमानत याचिका पर सुनवाई होगी.

राणा के वकील ने दलील दी है कि हनुमान चालीसा का पाठ ना तो धारा 153ए और ना ही 124ए (देशद्रोह) के दायरे में फिट बैठता है. उन्होंने कोर्ट से कहा कि हनुमान चालीसा पढ़ना भगवान राम की प्रशंसा का एक तरीका है और पीड़ित पार्टी भगवान राम पर आस्था रखती है.

अब दिल्ली पहुंचा सत्ता का बुलडोजर

राणा दंपती को किसने भड़काया जांच कराएगी राज्य सरकार

वहीं महाराष्ट्र सरकार इस बात की जांच कराएगी कि वे "तत्व" कौन हैं जिन्होंने राणा दंपती को उद्धव ठाकरे के घर के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए "उकसाया". महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार और गृह मंत्री दिलीप वालसे ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पुलिस इस मामले की जांच करेगी कि राणा दंपती की "योजना" के पीछे कौन लोग हैं.

कौन हैं राणा दंपती

नवनीत राणा अमरावती जिले से निर्दलीय सांसद हैं और उनके पति रवि राणा बडनेरा से निर्दलीय विधायक हैं. नवनीत ने दक्षिण की फिल्मों में अभिनय किया है और उसके बाद राजनीति में एंट्री की है. नवनीत का जन्म एक पंजाबी परिवार में हुआ था लेकिन वह मुंबई में पली-बढ़ीं. नवनीत ने शुरूआती दिनों में मॉडलिंग की और उसके बाद दक्षिण की फिल्मों में काम किया.

बताया जाता है कि नवनीत और रवि की मुलाकात योग गुरू रामदेव के मुंबई के एक योग शिविर में हुई थी और 2011 में दोनों ने शादी कर ली.

नवनीत ने पहली बार 2014 में लोकसभा का चुनाव लड़ा था लेकिन वे सफल नहीं हो पाई. 2019 में उन्होंने दोबारा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. नवनीत पर फर्जी जाति प्रमाण पत्र हासिल करने का भी आरोप लगा था. साल 2021 में बॉम्बे हाईकोर्ट ने उनका जाति प्रमाण पत्र रद्द कर दिया था और जुर्माना भी लगाया था. हालांकि बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी.

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