इसरो ने नए साल के पहले दिन ब्लैक होल की रहस्यमयी दुनिया का अध्ययन करने वाले एक मिशन को लॉन्च किया है.
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आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से नए साल के पहले दिन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एक्स-रे पोलरिमीटर उपग्रह समेत कुल 11 उपग्रहों को ले जाने वाले पीएसएलवी रॉकेट का सफल प्रक्षेपण किया. इसरो का पहला एक्स-रे पोलरिमीटर उपग्रह (एक्सपोसैट) एक्स-रे स्रोत के रहस्यों का पता लगाने और ब्लैक होल की रहस्यमयी दुनिया का अध्ययन करने में मदद करेगा.
44.4 मीटर लंबा पीएसएलवी-सी58 रॉकेट 260 टन वजन के साथ अपने चौथे चरण में एक्सपोसैट10 और अन्य प्रायोगिक पेलोड ले गया.
यह मिशन 1 जनवरी 2024 को इसरो की तरफ से लॉन्च हुआ इस साल का पहला अंतरिक्ष मिशन है. भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि पीएसएलवी ऑर्बिटल एक्सपेरिमेंटल मॉड्यूल -3 (पीओईएम-3) प्रयोग को इसरो और भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन और प्राधिकरण केंद्र (आईएन-स्पेस) द्वारा आपूर्ति किए गए 10 पहचाने गए पेलोड के उद्देश्य को पूरा करते हुए निष्पादित किया जाएगा.
भारत एक एडवांस्ड एस्ट्रोनॉमी ऑब्जर्वेटरी लॉन्च करने वाला दुनिया का दूसरा देश बन गया है. यह विशेष रूप से ब्लैक होल और न्यूट्रॉन स्टार्स के अध्ययन के लिए तैयार किया गया है. एक्सपोसैट आकाशीय स्रोतों से एक्स-रे उत्सर्जन के अंतरिक्ष आधारित ध्रुवीकरण माप में अनुसंधान करने वाला इसरो का पहला समर्पित वैज्ञानिक उपग्रह है.
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एक्सपोसैट के तीन उद्देश्य
इसरो के मुताबिक एक्सपोसैट के तीन उद्देश्य हैं. पहला, पीओएलआईएक्स पेलोड द्वारा थॉमसन स्कैटरिंग के माध्यम से लगभग 50 संभावित ब्रह्मांडीय स्रोतों से निकलने वाले ऊर्जा बैंड 8-30केईवी में एक्स-रे के ध्रुवीकरण को मापना.
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दूसरा, एक्सपीईसीटी पेलोड द्वारा ऊर्जा बैंड 0.8-15केवी में ब्रह्मांडीय एक्स-रे स्रोतों के दीर्घकालिक वर्णक्रमीय और अस्थायी अध्ययन करने के लिए और तीसरा पीओएलआईएक्स द्वारा ब्रह्मांडीय स्रोतों से एक्स-रे उत्सर्जन के ध्रुवीकरण और
स्पेक्ट्रोस्कोपिक माप को पूरा करने के लिए और सामान्य ऊर्जा बैंड में क्रमशः एक्सएसपीईसीटी पेलोड.
इसरो ने कहा कि ऑर्बिटल प्लेटफॉर्म में नेविगेशन, मार्गदर्शन, नियंत्रण और दूरसंचार की देखभाल के लिए एवियोनिक सिस्टम और पेलोड का परीक्षण करने के लिए प्लेटफॉर्म के नियंत्रण को पूरा करने के लिए ऑर्बिटल प्लेटफॉर्म एटीट्यूड कंट्रोल सिस्टम शामिल है.
यह सैटेलाइट अंतरिक्ष में होने वाले रेडिएशन की स्टडी करेगा. उनके स्रोतों की तस्वीरें निकालेगा. इनमें लगे टेलीस्कोप को रमन इंस्टीट्यूट ने बनाया है. यही नहीं, यह सैटेलाइट ब्रह्मांड में सबसे ज्यादा चमकने वाले 50 स्रोतों का अध्ययन करेगा.
साल 2023 में भारत ने चांद के दक्षिण ध्रुव पर चंद्रयान-3 को उतार कर इतिहास रच दिया था और अब साल 2024 के पहले ही दिन उसने ब्रह्मांड के राज को जानने के लिए अहम मिशन को लॉन्च किया है. इसरो के अलावा अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने दिसंबर 2021 में सुपरनोवा विस्फोट के अवशेषों, ब्लैक होल से निकलने वाले कणों की धाराओं और अन्य खगोलीय घटनाओं का ऐसा ही अध्ययन किया था. अमेरिका के बाद भारत ऐसा करने वाला दूसरा देश बन जाएगा.
2023 में भारत की उपलब्धियां
साल 2023 गुजरने वाला है और कुछ दिनों बाद नया साल दस्तक दे देगा. जानिए, साल 2023 भारत के लिए क्या खास लेकर आया.
तस्वीर: Kevin Winter/Getty Images
जी-20
जी-20 की अध्यक्षता कर भारत ने ग्लोबल साउथ की आवाज दुनिया तक पहुंचाई. दिल्ली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में दुनियाभर के दिग्गज नेता शामिल हुए. भारत की पहल पर अफ्रीकी संघ जी-20 का सदस्य बना. भारत के 28 राज्यों और आठ केंद्र शासित प्रदेशों के 60 शहरों में 220 से अधिक बैठकों का आयोजन हुआ.
तस्वीर: AFP
वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ
जनवरी 2023 में पहली बार भारत में वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट का आयोजन हुआ. 125 देश एकसाथ इस मंच पर जुटे.
तस्वीर: Michael Varaklas/AP Photo/picture alliance
मोटे अनाज को मिली वैश्विक पहचान
भारत के प्रस्ताव के बाद संयुक्त राष्ट्र ने साल 2023 को इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स घोषित किया. मोटे अनाज मुख्य रूप से एशिया और अफ्रीका में उगाए जाते हैं और भारत इनका सबसे बड़ा उत्पादक है.
तस्वीर: DW
देश को मिली नई संसद
28 मई को देश के नाम संसद की नई इमारत समर्पित हुई. नए संसद भवन के निर्माण के लिए देश भर से निर्माण सामग्रियां लाईं गईं.
तस्वीर: India's Press Information Bureau/REUTERS
भारत मंडपम
26 जुलाई 2023 को दिल्ली के प्रगति मैदान में बने भारत मंडपम का उद्घाटन हुआ. भारत मंडपम देश का सबसे बड़ा कन्वेंशन सेंटर है. इसे खासकर जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए तैयार किया गया था.
तस्वीर: Hindustan Times/IMAGO
रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम
इसी साल 20 अक्टूबर को देश के पहले रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) का शुभारंभ हुआ. प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश के साहिबाबाद रैपिडएक्स स्टेशन पर दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम कॉरिडोर के 17 किलोमीटर लंबे प्राइमरी सेक्शन का उद्घाटन किया था. आरआरटीएस पर चलने वाली रैपिड रेल का नाम नमो भारत रखा गया है.
तस्वीर: DW/Bubhu
चंद्रयान-3
अगस्त 23, 2023 को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रयान-3 को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग कराकर इतिहास रच दिया. इसी के साथ भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया.
तस्वीर: Amit Dave/REUTERS
सौर मिशन आदित्य एल-1
2 सितंबर को देश के पहले सौर मिशन आदित्य एल-1 का सफल प्रक्षेपण किया गया. आदित्य एल-1 सूर्य का निरीक्षण करेगा. इस मिशन का लक्ष्य सूर्य के बाहरी हिस्से को समझना है.
तस्वीर: AP
नारी शक्ति वंदन
लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण देने वाला विधेयक इस साल लोकसभा और राज्यसभा से पारित हुआ. आरक्षण कानून बनने के 15 वर्षों तक लागू रहेगा और संसद इसे आगे बढ़ा सकती है. हालांकि परिसीमन के बाद ही महिला आरक्षण लागू हो पाएगा.
तस्वीर: AP Photo/picture alliance
सेंसेक्स 71 हजार के पार
इस साल भारत का शेयर बाजार पहली बार चार ट्रिलियन डॉलर के बाजार मूल्य को पार कर गया, जो दुनिया के पांचवें सबसे बड़े इक्विटी बाजार के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि है. सेंसेक्स ने नया रिकॉर्ड बनाते हुए पहली बार 71 हजार का आंकड़ा पार किया.
तस्वीर: AP
एशियाई खेलों में भारत का डंका
भारत ने चीन के हांगझू में आयोजित एशियन गेम्स में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए कुल 107 पदक (28 स्वर्ण, 38 रजत, 41 कांस्य पदक) जीते.
तस्वीर: Sun Fei/Xinhua/picture alliance
भारत की झोली में दो ऑस्कर
ऑस्कर अवॉर्ड्स 2023 में भारत की ओर से तीन फिल्में नॉमिनेटेड थीं. आरआरआर फिल्म का गीत नाटू-नाटू ने बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग का अवॉर्ड जीता और "द एलिफैंट व्हिस्परर्स" को बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शार्ट फिल्म के पुरस्कार से नवाजा गया. ऑस्कर पुरस्कारों के 94 साल के इतिहास में भारत को चौथी बार ऑस्कर हासिल हुआ.