पाकिस्तानी सीमा में भारतीय मिसाइल के गिरने की घटना पर अमेरिका ने अब प्रतिक्रिया दी है. अमेरिकी विदेश विभाग ने एक सवाल के जवाब में कहा है कि भारत की तरफ से मिसाइल दागा जाना एक दुर्घटना थी.
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मिसाइल दागे जाने को लेकर दोनों देशों के बीच बयानबाजी के बाद अब अमेरिका ने भी इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने पत्रकार वार्ता के दौरान इस मुद्दे पर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, "जैसा कि आपने हमारे भारतीय साथियों से भी सुना है कि यह घटना एक गलती के अलावा और कुछ भी नहीं थी, हमें भी इसके पीछे और कोई कारण नजर नहीं आता."
उन्होंने आगे कहा, "आप इस मुद्दे पर अन्य कोई भी सवाल भारतीय रक्षा मंत्रालय से करें. उन्होंने नौ मार्च को एक बयान जारी कर साफ किया था कि वास्तव में उस दिन क्या हुआ था. हम उससे अलग कोई टिप्पणी नहीं कर सकते."
भारत-पाक परमाणु ताकत की तुलना
भारत और पाकिस्तान परमाणु शक्ति संपन्न देश और पड़ोसी हैं जिनके बीच तनाव हमेशा विवाद के स्तर पर बना रहा है. दोनों की परमाणु ताकत की एक तुलना...
तस्वीर: Zuma/picture alliance
किसके पास कितने हथियार
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट के मुताबिक भारत के पास 90-110 परमाणु हथियार होने की संभावना है जबकि माना जाता है कि पाकिस्तान के पास 100-120 हथियार हैं.
तस्वीर: Inter Services Public Relations/AA/picture alliance
मिसाइलें - पाकिस्तान
अमेरिकी संस्था आर्म्स कंट्रोल एसोसिएशन के मुताबिक पाकिस्तान के पास कम से कम चार कम दूरी की और दो मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें हैं. इसके अलावा कई और मिसाइलें निर्माणाधीन हैं जिनमें अंतरमहाद्वीपीय मिसाइलें (आईसीबीएम) भी हैं जो 7,000 किलोमीटर तक मार कर सकती हैं.
तस्वीर: ISPR HO/epa/dpa/picture-alliance
मिसाइलें – भारत
भारत भी दो अंतरमहाद्वीपीय मिसाइलें बना रहा है. एसीए के मुताबिक उसके पास एक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है जो 3,000 किलोमीटर की दूरी तक परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है. साथ ही भारत के पास कम और मध्यम दूरी की और कई मिसाइलें हैं जो परमाणु हथियार दाग सकती हैं.
तस्वीर: Manish Swarup/AP/picture alliance
क्रूज मिसाइल
भारत के पास जमीन पर मार करने वाली क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस भी है, जो रूस के सहयोग से बनाई गई है. यह 300-500 किलोमीटर तक मार कर सकती है.
तस्वीर: Indian Press Information Bureau/handout/epa/dpa/picture alliance
पनडुब्बी
पाकिस्तान के पास कोई परमाणु पनडुब्बी नहीं है जबकि भारत के पास एक परमाणु शक्ति संपन्न पनडुब्बी है जो जमीन, हवा और समुद्र कहीं भी परमाणु हथियार दाग सकती है.
तस्वीर: Zuma/picture alliance
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भारत ने कहा था गलती से गिरी मिसाइल
भारत ने पिछले शुक्रवार को कहा था कि उसने 9 मार्च को दुर्घटनावश एक मिसाइल दागी जो पाकिस्तान में जा गिरी. भारत ने कहा था यह तकनीकी खराबी के कारण हुआ था और इसे खेदजनक घटना बताया था. इसके जवाब में पाकिस्तान ने कहा था वह भारत की प्रतिक्रिया से संतुष्ट नहीं है. और उसने संयुक्त जांच की मांग की थी. पाकिस्तान ने भारत के राजदूत को तलब किया था बगैर किसी उकसावे के भारतीय मिसाइल द्वारा उसके वायुक्षेत्र के उल्लंघन को लेकर अपना गहरा प्रतिरोध दर्ज कराया था.
पाकिस्तान ने साथ ही कहा था कि इसकी वजह से यात्री विमानों या फिर नागरिकों के जीवन पर खतरा हो सकता था. यही नहीं पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोइद यूसुफ ने शुक्रवार को संवेदनशील प्रौद्योगिकी को संभाल पाने की भारत की क्षमता पर सवाल खड़ा किया था.
तकनीकी गलती के बाद भारत सरकार ने अपने जवाब में कहा था, "9 मार्च को नियमित रखरखाव के दौरान एक तकनीकी गलती हुई, जिसकी वजह से एक मिसाइल अचानक दाग दी गई." रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि इस मामले में एक उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
पाकिस्तान की सेना ने दावा किया था कि इस मिसाइल ने भारत के सिरसा से उड़ान भरी थी और कुछ देर बाद मिसाइल ने अपनी दिशा बदल ली थी और पाकिस्तान की तरफ मुड़ गई थी. ये मिसाइल पाकिस्तान के मियां चानू इलाके में गिरी थी.
ये देश खरीदते हैं सबसे ज्यादा हथियार
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिप्री) की सालाना रिपोर्ट बताती है कि बीते पांच साल में दुनियाभर में सबसे ज्यादा हथियार भारत और सऊदी अरब ने खरीदे. देखिए, कौन से देश हैं सबसे बड़े खरीददार...
सिप्री की रिपोर्ट के मुताबिक भारत और सऊदी अरब दुनिया के सबसे ज्यादा हथियार खरीदते हैं. इन्होंने 2016 से 2020 के बीच कुल बिके हथियारों का 11-11 प्रतिशत हिस्सा खरीदा है. हालांकि 2012-16 के मुकाबले भारत का आयात 21 प्रतिशत घटा है.
तस्वीर: U.S. Navy/Zuma/picture alliance
सऊदी अरब
2012-16 के मुकाबले बीते पांच साल में सऊदी अरब में हथियारों का आयात 27 प्रतिशत बढ़ा है और यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा हथियार आयातक बना हुआ है.
तस्वीर: Jon Gambrell/AP/picture alliance
मिस्र, दूसरे नंबर पर
सिप्री में मिस्र को दूसरे नंबर पर रखा गया है जिसने कुल हथियार आयात का 5.7 प्रतिशत हिस्सा खरीदा. पिछले पांच साल में उसने 2012-16 के मुकाबले 73 प्रतिशत ज्यादा हथियार खरीदे हैं.
हाल ही में अमेरिका और ब्रिटेन से पनडुब्बी समझौता करने वाला ऑस्ट्रेलिया 5.4 प्रतिशत हथियार खरीदकर तीसरे नंबर पर है.
तस्वीर: Amanda R. Gray/U.S. Navy via AP/picture alliance
चीन
सिप्री की रिपोर्ट कहती है कि चीन अब खुद हथियार बनाने में बहुत प्रगति कर चुका है लेकिन तब भी वह दुनिया के कुल आयात का 4.8 प्रतिशत खरीद रहा है. चीन ही एकमात्र ऐसा देश है जो हथियार बेचने वालों में भी पांचवें नंबर पर है.
तस्वीर: Yang Pan/Xinhua/picture alliance
म्यांमार का आयात घटा
बीते पांच साल में म्यांमार की हथियार खरीद 32 प्रतिशत कम हो गई है. उसके पास कुल आयात का सिर्फ 0.6 प्रतिशत हिस्सा गया.
तस्वीर: Yirmiyan Arthur/AP Photo/picture alliance
इस्राएल का आयात बढ़ा
2012-16 से तुलना की जाए तो इस्राएल ने बीते पांच साल में 19 प्रतिशत ज्यादा हथियार खरीदे हैं.
तस्वीर: Rafael Ben-Ari/Chameleons Eye/Newscom/picture alliance
ताइवान का आयात घटा
चीन के साथ संबंधों में तनाव झेल रहे ताइवान का आयात बीते पांच साल में तो 68 प्रतिशत घट गया है लेकिन आने वाले सालों में उसकी हथियार खरीद में बड़ी वृद्धि की संभावना जताई गई है.
तस्वीर: Daniel Ceng Shou-Yi/ZUMAPRESS.com/picture alliance