भारत और पाकिस्तान के संबंधों के बीच दोस्ती एक बार फिर पिस रही है. हालांकि इस बार इस दोस्ती के समर्थन में सोशल मीडिया खड़ा हो गया है.
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भारत की एक लड़की ने अधिकारियों से दरख्वास्त की है कि उसकी शादी के लिए उसकी एक पाकिस्तानी दोस्त को वीसा दिया जाए. यह दोस्त पाकिस्तान से है और दोनों मुल्कों के बीच संबंधों में बर्फ ऐसी जमी पड़ी है कि दोनों अपने दूतावासों से अपने अपने अधिकारियों को भी वापस बुला रहे हैं. अपनी जिंदगी के सबसे अहम दिन पर अपनी दोस्त की मौजूदगी चाहने वाली इस लड़की की अपील सोशल मीडिया पर खूब शेयर की जा रही है.
यह होने वाली दुल्हन है पूर्वी ठक्कर. ठक्कर अमेरिका में बसी पत्रकार हैं. उनकी शादी दिसंबर में मुंबई में होनी है. वह चाहती हैं कि उनकी सबसे अच्छी दोस्त सारा मुनीर शादी के दिन उनके साथ हों. लेकिन भारतीय अधिकारियों ने मुनीर की वीसा अर्जी खारिज कर दी है. इस बारे में ठक्कर ने ब्लॉग लिखा है. वह लिखती हैं, "युद्ध, धर्म, इतिहास, राष्ट्रीय और यहां तक कि क्रिकेट मैच भी कभी हमारी दोस्ती के बीच नहीं आए. मुनीर की वीसा अर्जी खारिज होने से पहले हमें इस बात का कभी ख्याल नहीं आया कि नफरत और डर की राजनीति हम जैसे सामान्य लोगों के बीच भी भेद कर सकती है." ठक्कर लिखती हैं कि हम बस सीमा के अलग-अलग तरफ पैदा हुए हैं, इसलिए हम दोस्त होते हुए भी एक दूसरे का साथ नहीं दे सकें, ऐसा तो नहीं होना चाहिए.
देखिए, ऐसी है LOC
दुनिया की सबसे कड़ी सीमाएं
धरती के सीने पर खींची गई सरहदें कई बार देशों के साथ साथ दिलों को भी बांट देती हैं. दुनिया के कुछ ऐसे ही कठोर बॉर्डर...
तस्वीर: picture-alliance/dpa/A. Sultan
पाकिस्तान-भारत: 'लाइन ऑफ कंट्रोल'
1947 में ब्रिटिश शासकों से मिली आजादी के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध 1949 तक चला था. तभी से कश्मीर इलाके को दोनों देशों के बीच एक लाइन ऑफ कंट्रोल से बांटा गया. मुस्लिम-बहुल आबादी वाला पाकिस्तान अधिशासित हिस्सा और हिन्दू, बौद्ध आबादी वाला भारत का कश्मीर. इस लाइन के दोनों ओर पूरे कश्मीर को हासिल करने का संघर्ष आज भी जारी है. 1993 से अब तक यहां हुई हिंसा में 43,000 लोग मारे जा चुके हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/J. Singh
सर्बिया-हंगरी: बाल्कन रूट के केंद्र में
2015 के शरणार्थी संकट के प्रतीक बन चुके हैं ऐसे दृश्य. सर्बिया और हंगरी के बीच बिछी रेल की पटरियों पर चलकर यूरोप में आगे का सफर करते लोग. सितंबर में इस क्रासिंग को बंद कर दिया गया लेकिन यूरोप के भीतर खुली सीमा होने के कारण ऐसे और रूटों की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.
तस्वीर: DW/J. Stonington
कोरिया का अंधा पुल
पिछले 62 सालों से दक्षिण और उत्तर कोरिया के बीच की सीमा बंद है और उस पर कड़ा सैनिक पहरा रहता है. दक्षिण कोरिया की तरफ से जाते हुए अगर आपको ऐसा साइन बोर्ड दिखे तो वहां से आगे बढ़ने के बाद आप वापस इस तरफ नहीं आ सकेंगे. 1990 के दशक के अंत से करीब 28,000 उत्तर कोरियाई अपनी सीमा पार कर दक्षिण कोरिया में आ चुके हैं.
तस्वीर: Edward N. Johnson
अमेरिका-मैक्सिको का लंबा बॉर्डर
मैक्सिको से लगी इस सीमा को अमेरिकी "टॉर्टिया वॉल" कहते हैं. यहां दीवार और बाड़ खड़ी कर करीब 1126 किलोमीटर लंबा बॉर्डर खड़ा किया गया है. पूरी पृथ्वी में इतनी कड़ी निगरानी वाली कोई दूसरी सीमा नहीं है. यहां करीब 18,500 अधिकारी बॉर्डर सुरक्षा में तैनात हैं.
तस्वीर: Gordon Hyde
हर दिन 700 को देश निकाला
कड़ी सुक्षा व्यवस्था के बावजूद गैरकानूनी तरीके से मैक्सिको से अमेरिका जाने वाले प्रवासियों की संख्या काफी बड़ी है. केवल 2012 में ही लगभग 67 लाख लोगों ने सीमा पार की. हर दिन ऐसी कोशिश करने वाले करीब 700 लोग मैक्सिको वापस लौटाए जाते हैं.
तस्वीर: DW/G. Ketels
मोरक्को-स्पेन: गरीबी और गोल्फ कोर्स
मोरक्को से लगे स्पेन के दो एन्क्लेव मेलिया और सिउटा को लोग यूरोप पहुंचने का रास्ता मानते हैं. अफ्रीका के कई देशों से लोग अच्छे जीवन की तलाश में इसी तरफ से यूरोप पहुंच कर शरण मांगने की योजना बनाते हैं. कई लोग सीमा पर बड़ी बाड़ों को चढ़ कर पार करने की कोशिश करते हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
ब्राजील-बोलीविया: हरियाली किधर?
उपग्रह से मिले चित्र दिखाते हैं कि वनों की अंधाधुंध कटाई के कारण ब्राजील के अमेजन के जंगल काफी कम हो गए हैं. पिछले पचास सालों में जंगलों के क्षेत्रफल में करीब 20 फीसदी कमी आई है. हालांकि अब बोलीविया में भी वनों की कटाई एक बड़ी समस्या बन कर उभर रही है.
तस्वीर: Nasa
हैती-डोमिनिक गणराज्य: एक द्वीप, दो विश्व
देखिए एक ही द्वीप पर स्थित दो देश इतने अलग भी हो सकते हैं. डोमिनिक गणराज्य पर्यटकों की पसंद रहा है जबकि हैती दुनिया के सबसे गरीब देशों में शामिल है. बेहतर जीवन की तलाश में हैती से कई लोग डोमिनिक गणराज्य जाना चाहते हैं. बढ़ती मांग को देखते हुए 2015 में डोमिनिक गणराज्य ने आप्रवास के नियम सख्त किए हैं. तबसे करीब 40,000 हैतीवासी अपने देश वापस लौटे हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/J. Bueno
मिस्र-इस्राएल: एक तनावपूर्ण शांति
एक ओर रेगिस्तान तो दूसरी ओर घनी आबादी - यह सीमा मिस्र की मुस्लिम-बहुल और इस्राएल की यहूदी-बहुल आबादी के बीच खिंची है. करीब 30 सालों से चली आ रही शांति के बाद हाल के समय में सीमा पर कुछ हिंसक वारदातों और कड़ी सैनिक निगरानी की खबर आई है. 2013 के अंत तक इस्राएल ने इस सीमा पर बाड़ लगाने का काम पूरा कर लिया था.
तस्वीर: NASA/Chris Hadfield
तीन देश, एक सीमा
दुनिया के कुछ हिस्सों में सीमाओं पर कोई दीवार, बाड़ या सैनिक निगरानी नहीं होती. जर्मनी, ऑस्ट्रिया और चेक गणराज्य की इस सीमा पर एक तीन-तरफा पत्थर इसका सूचक है. शेंगेन क्षेत्र के इन तीनों देशों के बीच खुली सीमाएं हैं. फिलहाल शरणार्थी संकट के चलते यहां अस्थाई बॉर्डर कंट्रोल लगाना पड़ा है.
तस्वीर: Wualex
इस्राएल-वेस्ट बैंक: पत्थर की दीवार
साल 2002 से इस 759 किलोमीटर लंबी सीमा पर विवादित दीवारें और बाड़ें बनाई गई हैं. येरुशलम के इस घनी आबादी वाले क्षेत्र (तस्वीर) में दोनों के बीच कंक्रीट की नौ मीटर ऊंची दीवार बनाई गई है. 2004 में अंतरराष्ट्रीय अदालत ने फलिस्तीनी क्षेत्र में दीवार खड़ी करने को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/A. Sultan
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भारत और पाकिस्तान के बीच फिलहाल संबंध काफी खराब हैं. भारत ने पाकिस्तान से अपने आठ राजनयिक वापस बुला लिए हैं क्योंकि उनकी पहचान सार्वजनिक हो गई थी. भारतीय विदेश मंत्रालय ने एनडीटीवी को जानकारी दी है कि इन राजनयिकों के नाम और फोटो स्थानीय मीडिया में सार्वजनिक हो गए जिसके बाद उन्हें वापस बुलाने का फैसला किया गया. इसके एक ही दिन पहले पाकिस्तान ने अपने छह राजनयिकों को दिल्ली से वापस बुला लिया था. इस कार्रवाई के बाद तनाव हाल के दिनों में चरम पर पहुंच गया है.
तस्वीरों में: दिलों को बांटती दीवारें
दिलों को बांटती दीवारें
बर्लिन की दीवार दुनिया भर में विभाजन का प्रतीक रही है. 26 साल पहले उसे गिरा दिया गया लेकिन इस बीच शरणार्थियों को रोकने के लिए यूरोप में कई जगह दीवार खड़ी करने की मांग हो रही है. एक नजर दुनिया भर की दीवारों पर.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
हंगरी ने बनाई बाड़
हंगरी में प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान की सरकार ने सर्बिया की सीमा पर एक बाड़ लगवा दी है और यूरोपीय संघ के सदस्य क्रोएशिया के साथ लगी सीमा को भी पक्का करवा दिया है. ग्रीस के पश्चिमी बालकान के रास्ते आने वाले शरणार्थी हंगरी होकर ऑस्ट्रिया और जर्मनी जाना चाहते हैं.
तस्वीर: DW/V. Tesija
यूरोपीय आउटपोस्ट
उत्तरी मोरक्को में स्थित स्पेनी इनक्लेव मेलिल्या की सीमा को दुनिया भर की सबसे आधुनिक सीमा माना जाता है. सेउता की तरह ही मेलिल्या में भी छह मीटर ऊंची और दस किलोमीटर लंबी बाड़ ने शहर को घेर रखा है. इंफ्रारेड कैमरा और मोशन डिटेक्टर से लैस यह बाड़ अफ्रीका के शरणार्थियों को रोकने के लिए है.
तस्वीर: Getty Images
विभाजित द्वीप
साइप्रस की तथाकथित ग्रीन लाइन पर बाड़ लगी है. मलबे, वॉच टावर और दीवारें. 180 किलोमीटर की यह विभाजन रेखा इस सुंदर द्वीप को उत्तर के तुर्क और दक्षिण के ग्रीक हिस्से में बांटती है. बर्लिन दीवार के गिरने के बाद से निकोसिया दुनिया की अंतिम विभाजित राजधानी है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/R.Hackenberg
टॉरटिया दीवार
यूनाइटेड स्टेट्स बॉर्डर पेट्रोल के 20,000 पुलिसकर्मी अमेरिका और मेक्सिको की सीमा की चौबीस घंटे निगरानी करते हैं. टॉरटिया दीवार कही जाने वाली ये दीवार 1,126 किलोमीटर लंबी है. शरणार्थियों और स्मगलरों से सीमा की सुरक्षा के लिए वीडियो और इंफ्रारेड कैमरों के अलावा मूवमेंट डिटेक्टर, ड्रोन और सेंसर लगे हैं.
तस्वीर: dpa
बंटी पवित्र भूमि
यहां येरूशलेम की तरह इस्राएल और फलीस्तीनी सीमा कुछ चेकप्वाइंट पर ही पार की जा सकती है. सीमा पर यह सुरक्षा फलीस्तीनी आतंकवादी हमलों को रोकने के लिए है. इसके बावजूद गजा पट्टी के खुद बनाई गई सुरंगों के जरिये हथियार और दूसरे सामान लाने में कामयाब हो जाते हैं.
तस्वीर: picture-alliance/Landov
कोरिया में विसैन्यीकृत इलाका
यह दुनिया की सबसे ज्यादा निगरानी वाली सीमा है. बाड़ के अलावा 10 लाख बारूदी सुरंगें दक्षिण कोरिया और साम्यवादी उत्तरी कोरिया को एक दूसरे से अलग करती है. 248 किलोमीटर लंबी सीमा के दोनों ओर 1953 के कोरिया युद्ध के बाद से ढाई किलोमीटर चौड़ी विसैन्यीकृत पट्टी है, जिसमें घुसना मना है.
तस्वीर: picture alliance/AP Photo
उत्तरी आयरलैंड में शांति रेखा
कुल मिलाकार 48 शांति रेखाएं उत्तरी आयरलैंड में कैथलिक और प्रोटेस्टेंट मुहल्लों को बांटती हैं. राजधानी बेलफास्ट में सात मीटर ऊंची दीवार सीमा को बांटती है. इस दीवार में पैदल चलने वालों के लिए छोटा रास्ता और गाड़ियों के लिए दरवाजे हैं, जिन्हें रात में बंद कर दिया जाता है.
तस्वीर: Peter Geoghegan
सुरक्षा दीवार
यह दुनिया की सबसे लंबी बाड़ है. भारत और बांग्लादेश की सीमा पर 4,000 किलोमीटर लंबी बाड़. भारत में सक्रिय विद्रोही और आतंकवादी भागकर पड़ोस में चले जाते हैं. जीरो लाइन दो मीटर ऊंची बाड़ से बनी है जिसमें बिजली दौड़ाई जा सकती है. सीमा की निगरानी करीब 50,000 सैनिक करते हैं.
तस्वीर: S. Rahman/Getty Images
विभाजन का प्रतीक
बर्लिन दीवार दुनिया भर में विभाजन का प्रतीक थी. 9 नवंबर 1989 को यह दीवार गिर गई. इसी के साथ पहले जर्मनी का और फिर यूरोप का विभाजन खत्म हुआ. और शीतयुद्ध की समाप्ति की शुरुआत हुई. इसके ऐतिहासिक महत्व के बावजूद दुनिया में सीमाएं बनी हुई हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/W. Kumm
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हालांकि मुनीर पहले भी दो बार भारत आ चुकी हैं लेकिन इस बार उन्हें वीसा नहीं दिया गया है. हाल ही में आतंकवादियों के एक हमले में 19 भारतीय सैनिकों के मारे जाने के बाद से तनाव बहुत ज्यादा है जिस वजह से मुनीर का वीसा खारिज हुआ. मुनीर की सहेली पूर्वी ठक्कर ने उन्हें वीसा दिलाने के लिए सोशल मीडिया पर एक मुहिम छेड़ दी है. #GetSarahtoIndia से चल रही इस मुहिम पर हजारों शेयर हो चुके हैं. इस बारे में भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को भी टैग किया गया है. पूर्व विदेश राज्य मंत्री और कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी इस बारे में ट्वीट किया है कि उन्हें सुषमा स्वराज के जवाब का इंतजार है.
पूर्वी और सारा की मुलाकात 2011 में न्यूयॉर्क में हुई थी. तब से दोनों की दोस्ती बनी हुई है. ठक्कर को उम्मीद है कि प्यार नफरत पर जीत पा ही लेगा.