भारत-पाकिस्तान तनाव का फिल्मों और संगीत पर कैसे पड़ा असर
२ जुलाई २०२५
मई 2025 की शुरुआत में जब भारत और पाकिस्तान की शक्तिशाली सेनाओं के बीच संघर्ष जारी था, तब सांस्कृतिक मोर्चे पर भी लड़ाई लड़ी जा रही थी. इस टकराव ने उन कलाकारों को भी प्रभावित किया जो पहले अपने नेताओं के बीच दुश्मनी से अछूते थे.
पाकिस्तानी रैपर और कॉमेडियन अली गुल पीर ने सालों पहले भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मजाक उड़ाते एक गाना रिलीज किया था. हालांकि उस समय तो उन्हें इसका कोई अंजाम नहीं भुगतना पड़ा, लेकिन मई में भारत में उनके यूट्यूब चैनल और इंस्टाग्राम प्रोफाइल को ब्लॉक कर दिया.
पीर ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा, "भारतीय अब यह मान चुके हैं कि डिजिटल स्पेस पाकिस्तानियों और भारतीयों के बीच पुल का काम करता है और ऐसा लगता है कि वे इस संबंध को तोड़ने पर आमादा हैं."
भारत-पाक तनाव से दूर है कश्मीर का यह फुटबॉल क्लब
पहलगाम हमला और मनोरंजन उद्योग पर असर
द्विपक्षीय संबंधों में गिरावट का कारण भारत के कश्मीर में पहलगाम में हुए पर्यटकों पर हमला था. इस हमले के लिए नई दिल्ली ने इस्लामाबाद को दोषी ठहराया. पाकिस्तान ने इन आरोपों से इनकार किया. 22 अप्रैल के पहलगाम पहले के कुछ ही हफ्तों बाद दोनों देशों की सेनाओं के बीच चार दिनों तक संघर्ष चला, जिसके बाद संघर्षविराम हुआ.
इस संघर्ष ने पहली बार संगीत उद्योग को भी प्रभावित किया, पाकिस्तानी गायिका एनुरल खालिद भी कहती हैं कि कैसे उनके भारतीय फॉलोअर्स की संख्या में गिरावट आई. खालिद ने बताया कि "बैन से पहले दिल्ली मेरे सुनने वालों का सबसे पसंदीदा शहर था." स्पॉटिफाई पर उन्हें हर महीने 31 लाख लोग सुनते हैं. उन्होंने एएफपी से कहा "भारत के सुनने वालों में लोगों के मामले में मुझे बहुत बड़ी क्षति हुई है." उन्होंने कहा, "श्रोताओं को विषय-वस्तु से वंचित रखा गया, क्योंकि संगीत को ऐसी चीज में बदल दिया गया जो वह नहीं है."
दोनों देशों के बीच विवाद के कारण कुछ पूर्व आदान-प्रदान भी रद्द कर दिए गए, जैसे कि भारत में स्पॉटिफाई पर 2017 की फिल्म "रईस" का साउंडट्रैक. अब इसमें केवल भारतीय एक्टर शाहरुख खान ही दिखाई देते हैं, अब उनकी पाकिस्तानी सह-कलाकार माहिरा खान नहीं हैं.
लोगों को जोड़ती कला
पाकिस्तान में सख्त सेंसरशिप नियमों के तहत हर साल केवल कुछ ही फिल्में बनती हैं, लेकिन वहां बॉलीवुड हमेशा से दर्शकों के बीच लोकप्रिय रहा है. पाकिस्तानी फिल्म आलोचक सजीर शेख कहते हैं, "मैं बॉलीवुड की फिल्मों को देखते हुए बड़ा हुआ हूं. हमारे दुख एक जैसे हैं, हमारा इतिहास एक जैसा है, हमारी कहानियां एक जैसी हैं."
पाकिस्तानी कलाकार और निर्देशक दशकों से बॉलीवुड में जगह बनाने को अंतिम पहचान मानते रहे हैं. लेकिन इस महीने भारतीय कलाकार दिलजीत दोसांझ ने घोषणा की कि उनकी नई फिल्म "सरदार जी 3", जिसमें चार पाकिस्तानी कलाकार हैं, "केवल विदेश में" रिलीज की जाएगी. ऐसा इसलिए क्योंकि नई दिल्ली ने पाकिस्तानी सामग्री और कलाकारों पर बैन लगा दिया है.
पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान और भारतीय एक्ट्रेस वाणी कपूर की फिल्म "अबीर गुलाल", भारतीय सिनेमाघरों में 9 मई को रिलीज होने वाली थी, लेकिन इसकी रिलीज को टाल दिया गया.
यहां तक कि फिल्म इंडस्ट्री में कुछ लोग, जो पहले सीमा पार कलात्मक व्यापार का समर्थन कर रहे थे, उन्होंने भी पिछले महीने अपना रुख बदल लिया. बॉलीवुड एक्टर सुनील शेट्टी, जिनके पाकिस्तान में बहुत फैंस हैं, वे कहते हैं, "हर चीज पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए... क्रिकेट, फिल्में, हर चीज पर."
भारत में कैसे सिस्टम का हिस्सा बन गए पपाराजी फोटोग्राफर
पाकिस्तान में वार्नर ब्रदर्स साउथ एशिया के संगीत लेबल की असिस्टेंट मैनेजर दुआ जहरा ने कहा, "राजनीति के बारे में यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि वह दरार पैदा कर रही है और कला के चारों ओर सीमाएं लगा रही है."
पहलगाम हमले के मद्देनजर उठाए गए कदमों के तहत नई दिल्ली ने कई पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसमें निजी ब्रॉडकास्टर हम टीवी भी शामिल था.
चैनल का कहना है कि उसके लगभग 40 प्रतिशत दर्शक भारत से हैं, उसने अपने दर्शकों से कहा कि वे सीरियल्स देखना जारी रखने के लिए वीपीएन का इस्तेमाल कर सकते हैं.