यौनकर्मियों पर पहले से ही संक्रमण का खतरा रहता है. तंग कमरे, तरह-तरह के ग्राहक और साफ-सफाई की कमी. ऐसे में इन लोगों के लिए कोरोना वायरस एक नया संकट बनकर सामने आया है. वेश्यालय बंद होने से आय का जरिया भी बंद है.
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दिल्ली का जीबी रोड हो या कोलकाता का सोनागाछी या फिर मुंबई का कमाठीपुरा, ये तीन ऐसे इलाके हैं जो यौनकर्मियों के लिए बड़े बाजार हैं. इन तीनों बाजारों में कुछ चीजें समान हैं. जैसे स्वच्छता की कमी, निजी साफ सफाई की कमी और तंग कमरे. ऐसे में कोरोना वायरस का संकट यहां रहने वाली यौनकर्मियों और इनके परिवार पर भी उतना ही मंडरा रहा है जितना किसी भी आम इंसान पर. तीनों बाजारों में रोजाना हजारों ग्राहक आते हैं. इन बाजारों में आम दिनों में ही यौनकर्मी बेहद बदतर जिंदगी बिताती हैं और अब कोरोना वायरस के चलते तालाबंदी नई-नई मुसीबतें लेकर आई हैं. सोशल डिस्टैंसिंग तो दूर यौनकर्मियों के लिए भोजन का इंतजाम करना भी मुश्किल हो गया है.
23 साल की नेहा (बदला हुआ नाम) दिल्ली के जीबी रोड में बतौर यौनकर्मी काम करती है. वह वहां रहती नहीं है लेकिन वह अपने ग्राहकों के लिए वहां जाती है. कुछ साल पहले नेहा के पिता की मौत हो गई और वह नौकरी की तलाश में दिल्ली आ गई. नेहा का परिवार हरियाणा में रहता है. नेहा जो कमाती है वह अपने घर भेजती है. नेहा के पैसे से ही घर का खर्च चलता है, मां की दवा, छोटे भाई और बहन की पढ़ाई का खर्च सब नेहा ही उठाती है. लेकिन इस महीने नेहा अपने घर पर पैसे नहीं भेज पाई और ना ही वह मकान मालिक को किराया चुका पाई. डीडब्ल्यू से फोन पर बात करते हुए नेहा बताती है, "अगर हालात इसी तरह से रहे तो खुदकुशी के सिवा कोई और विकल्प नहीं बचेगा."
दुनिया के सबसे बड़े देह बाजार
हैवोकस्कोप रिसर्च इंस्टीट्यूट ने कई देशों में होने वाले देह व्यापार के आंकड़े जमा किये हैं. इसमें भारत को भी बड़ा बाजार बताया गया है. एक नजर इन देशों पर.
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12. इंडोनेशिया: 2.25 अरब डॉलर
इंडोनेशिया में देह व्यापार गैरकानूनी है. इसे नैतिक अपराध माना जाता है. लेकिन इसके बावजूद मुस्लिम बहुल इंडोनेशिया में देह व्यापार काफी फैला हुआ और संगठित है. यूनिसेफ के मुताबिक इंडोनेशिया में देह व्यापार से जुड़ी 30 फीसदी युवतियां नाबालिग है.
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11. स्विट्जरलैंड: 3.5 अरब डॉलर
स्विट्जरलैंड में देह व्यापार के अड्डे को आम तौर पर "सेक्स रूम" कहा जाता है. इसे सरकार से वित्तीय मदद भी मिलती है. यह शहर के केंद्र से बाहर होते हैं. वहां शावर, लॉकर, डेस्क और वॉशिंग मशीन भी होती है. ज्यूरिख शहर ने तो देह व्यापार के ठिकाने को शहर से दूर बसाने के लिए 26 लाख डॉलर भी दिए.
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10. तुर्की: 4 अरब डॉलर
तुर्की में देह व्यापार कानूनी है लेकिन देह व्यापार को बढ़ावा देना प्रतिबंधित है. तुर्की का अप्रावसन कानूनी देह व्यापार के लिए तुर्की आने की इजाजत नहीं देता है. लेकिन इसके बावजूद तुर्की 10वें नबंर पर है.
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9. फिलीपींस: 6 अरब डॉलर
देह व्यापार फिलीपींस में गैरकानूनी है. लेकिन सब जानते हैं कि फिलीपींस सेक्स टूरिज्म के लिए किस हद तक बदनाम है. बहुत ज्यादा गरीबी और इंटरनेट तक आसान पहुंच ने इस देश को सेक्स टूरिज्म के लिए चुंबक जैसा बना दिया है. बच्चे और नाबालिग भी इसका शिकार हो रहे हैं.
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8. थाइलैंड: 6.4 अरब डॉलर
यह देश भी सेक्स टूरिज्म के लिए मशहूर है. थाइलैंड में देह व्यापार कानूनी है. यहां खास जगहों पर ही देह व्यापार की अनुमति है. स्थानीय अधिकारी कभी कभार यौनकर्मियों की रक्षा भी करते हैं. वियतनाम युद्ध के बाद से ही थाइलैंड सेक्स टूरिज्म के लिए मशहूर हुआ.
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7. भारत: 8.4 अरब डॉलर
आबादी के लिहाज से दुनिया के दूसरे बड़े देश, भारत में देह व्यापार से जुड़ा कानून बड़ा उलझा हुआ है. पैसे के लिए सेक्स करना कानूनी है लेकिन सार्वजनिक जगहों पर, होटल में ऐसा करना, अड्डा चलाना या इसे बढ़ावा देना गैरकानूनी है. निजी आवास में बालिग के साथ आपसी सहमति से सेक्स करना कानूनी है.
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6. दक्षिण कोरिया: 12 अरब डॉलर
हालांकि दक्षिण कोरिया में यह गैरकानूनी है लेकिन कोरियन वुमेन्स डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट कुछ और ही कहानी बयान करती है. दक्षिण कोरिया में देह व्यापार का कारोबार 12-13 अरब डॉलर का है. यह जीडीपी का 1.6 फीसदी है. रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण कोरिया के 20 से 64 साल के 20 फीसदी पुरुष महीने में औसतन 580 डॉलर देह व्यापार पर खर्च करते हैं.
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5. अमेरिका: 14.6 अरब डॉलर
अमेरिका में आम तौर पर देह व्यापार कानूनी है. हालांकि नेवाडा राज्य के कुछ इलाकों में यह गैरकानूनी है. अमेरिका में देह व्यापार के लिए आधिकारिक तौर पर आवेदन किया जा सकता है. इस कारोबार से जुड़े लोगों को टैक्स, कर्मचारियों की हिफाजत, न्यूनतम मजदूरी, बीमा, मेडिकल जांच के नियम मानने पड़ते हैं.
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4. जर्मनी: 18 अरब डॉलर
अनुमान के मुताबिक जर्मनी में 40,000 सेक्स वर्कर हैं. यह कानूनी है लेकिन सामाजिक दशा और अधिकारों से जुड़े कई नियम हैं. यौनकर्मियों को दूसरे पेशों की तरह सामाजिक सुरक्षा मिल सकती है. देह व्यापार के लिए मजबूर करना या स्थिति का लाभ उठाना अपराध है.
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3. जापान: 24 अरब डॉलर
देह व्यापार जापान के इतिहास के साथ जुड़ा है. 1956 के एंटी प्रोस्टिट्यूशन एक्ट के मुताबिक, "कोई भी व्यक्ति यौनकर्मी नहीं बनेगा और ना ही ग्राहक बनेगा." कानूनी कमियों के चलते जापान में सेक्स उद्योग शुरू हुआ, यह उद्योग खुद को देह व्यापार नहीं कहता है.
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2. स्पेन: 26.5 अरब डॉलर
यूएन यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट के मुताबिक 39 फीसदी स्पेनिश पुरुषों ने एक बार यौनकर्मी से संबंध बनाए हैं. 2009 में स्पेन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक सर्वे किया जिसमें 32 फीसदी पुरुषों ने यह स्वीकारा. यह हॉलैंड और ब्रिटेन की तुलना में 14 फीसदी ज्यादा है.
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1. चीन: 73 अरब डॉलर
दुनिया का सबसे बड़ा यौन कारोबार उस देश में होता है जहां देह व्यापार गैरकानूनी है. चीन में सरकार यौनकर्मियों के साथ अपराधियों की तरह पेश आती है. समय समय पर छापे मारे जाते हैं लेकिन इसके बावजूद चीन के मसाज पार्लरों, बारों और नाइट क्लबों में यह फलता फूलता रहा है.
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नेहा का परिवार नहीं जानता है कि वह किस तरह से कमाई करती है और यह बात उसके मकान मालिक को भी नहीं पता है. परिवार और मकान मालिक को बस इतना पता है कि वह एक छोटी सी कंपनी में सेल्सगर्ल का काम करती है. मकान मालिक ने इस महीने का किराया माफ कर दिया है. लेकिन अगले महीने नेहा को ब्याज के साथ किराया चुकाना होगा. नेहा कहती है, "लेकिन मैं यह कैसे कर पाऊंगी. मुझे जरा भी इस बात का अंदाजा नहीं है."
नेहा की कहानी लाखों यौनकर्मियों से मिलती जुलती है. सूत्रों का कहना है जीबी रोड में ही करीब 5,000 सेक्स वर्कर काम करती हैं और कई यौनकर्मी शहर के अलग अलग इलाकों में किराए के मकान में रहती हैं.
जीबी रोड के वेश्यालयों में करीब 1,500 यौनकर्मी रहती हैं और वहां हालात अच्छे नहीं है. लॉकडाउन की वजह से बाजार बंद है. ग्राहकों के नहीं आने से आय का जरिया बंद हो गया और कई दिनों तक खाने का भी संकट पैदा हो गया था. कुछ एनजीओ और सरकार की तरफ से जीबी रोड की यौनकर्मियों की मदद के लिए इंतजाम किए गए हैं. गैर-लाभकारी संगठन कट-कथा भी ऐसी यौनकर्मियों के लिए मदद कर रहा है. एनजीओ के लिए काम करने वाले अनुराग गर्ग कहते हैं, "हम समाज के स्तर पर इन यौनकर्मियों के लिए धनराशि इकट्ठा कर रहे हैं. कई लोग अपने-अपने स्तर पर योगदान भी कर रहे हैं. लोगों की मदद से हमने करीब 800 यौनकर्मियों की सहायता की है लेकिन यह पर्याप्त नहीं है.”
‘ऑल इंडिया नेटवर्क ऑफ सेक्स वर्कर्स‘ के अमित कुमार कहते हैं दिल्ली के जीबी रोड की 30 फीसदी यौनकर्मी अपने गांव या शहर लौट गईं है. उनके मुताबिक जो अभी दिल्ली में हैं उनकी जिंदगी बहुत मुश्किलों से चल रही हैं.
अमित कुमार कहते हैं, "कई महिलाओं के पास खाने तक के लिए कुछ नहीं है." दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने यौनकर्मियों की स्थिति को लेकर दिल्ली पुलिस से उनके रहने और खाने-पीने की व्यवस्था के बारे में जानकारी मांगी है.
दूसरी ओर कोलकाता में यौनकर्मियों के संगठन दुरबार महिला समन्व्य समिति (डीएमएसएस) की निदेशक महाश्वेता मुखर्जी कहती हैं, "यौनकर्मी लॉकडाउन खत्म होते ही अपना काम नहीं शुरू कर सकती हैं. उन्हें कम से कम एक महीना इंतजार करना होगा. महामारी जब पूरी तरह से खत्म हो जाएगी तभी वह अपने काम पर लौट पाएंगी."
लॉकडाउन लागू करने के लिए क्या क्या करना पड़ रहा है?
लोगों से घरों में रहने की तमाम अपीलों के बावजूद दुनिया भर के देशों में कुछ लोग बेमतलब बाहर निकल ही पड़ते हैं. देखिए ऐसे लोगों से कैसे निपट रहे हैं कई देश.
तस्वीर: Reuters/P. Ravikumar
ढाका (बांग्लादेश)
लॉकडाउन के दौरान यूं ही बाहर निकले इस शख्स को ढाका की पुलिस ने कान पकड़वा कर उठक-बैठक कराई.
तस्वीर: DW/H. U. R. Swapan
काठमांडू (नेपाल)
नेपाल की राजधानी में पुलिस एक लंबे डंडे का सहारा लेकर लॉकडाउन तोड़ने वालों को धकेलती नजर आई. दो लोगों के बीच दूरी बरकरार रखने के लिए लंबे डंडे का सहारा लिया जा रहा है. (29 मार्च 2020)
तस्वीर: Reuters/N. Chitrakar
चेन्नई (भारत)
लॉकडाउन तोड़ने वाले स्थानीय लोगों को दक्षिण भारतीय महानगर चेन्नई में पुलिस ने उठक-बैठक करवाई. (एक अप्रैल)
तस्वीर: Reuters/P. Ravikumar
बैंकॉक (थाईलैंड)
प्रोटेक्टिव मास्क से लेस थाईलैंड के पुलिसकर्मी सड़कों पर निकलने वाले लोगों को यूं रोक रहे हैं. (3 अप्रैल)
तस्वीर: Reuters/J. Silva
अहमदाबाद (भारत)
गुजरात के सबसे बड़े शहर अहमदाबाद में रैपिड एक्शन फोर्स के जवान घूम घूम कर लोगों से घर के भीतर रहने की अपील कर रहे हैं. (एक अप्रैल)
तस्वीर: Reuters/A. Dave
मोगादिशू (सोमालिया)
राजधानी मोगादिशू के लिदो बीच पर पुलिस के जवान लोगों को समंदर में नहाने से रोकने की कोशिश करते हुए. (3 अप्रैल)
तस्वीर: Reuters/F. Omar
ब्राइटन (ब्रिटेन)
लॉकडाउन के बावजूद समंदर किनारे पहुंचे इस शख्स को पुलिस कम्युनिटी अफसर ने घर जाने को कहा. (4 अप्रैल)
तस्वीर: Reuters/P. Cziborra
येरूशलम (इस्राएल)
आंशिक तालाबंदी के उल्लंघन के आरोप में इस्राएल पुलिस ने एक अति रूढ़िवादी यहूदी शख्स को हिरासत में ले लिया. (30 मार्च)
तस्वीर: Reuters/R. Zvulun
ग्वाटेमाला सिटी (ग्वाटेमाला)
हाथों में हथकड़ी के साथ ग्वाटेमाला की पुलिस कर्फ्यू तोड़ने वालों को अपने साथ ले जाती हुई. (3अप्रैल)
तस्वीर: Reuters/L. Echeverria
लॉस एजेंलेस (अमेरिका)
यूनियन स्टेशन की तरफ जाते लोगों के कागजों की जांच करती लॉस एजेंलेस पुलिस. सही कागजों के साथ ही यूनियन स्टेशन की तरफ जाने की इजाजत है. (4 अप्रैल)
तस्वीर: Reuters/K. Grillot
मॉस्को (रूस)
आंशिक लॉकडाउन के बाद रेड स्वेयर को लोगों के लिए बंद कर दिया गया है. (31 मार्च)
तस्वीर: Reuters/M. Shemetov
रियो दे जेनेरो (ब्राजील)
लॉकडाउन के बावजूद समंर में घुसे लोगों को पुलिस ने बाहर निकाल कर घर भेज दिया. (28 मार्च)
तस्वीर: Reuters/L. Landau
केप टाउन के पास (दक्षिण अफ्रीका)
दक्षिण अफ्रीका की तीन राजधानियों में से एक केप टाउन के बाहरी इलाके में सैनिक गश्त लगाकर देशव्यापी लॉकडाउन का पालन करवा रहे हैं. (27 मार्च)