राजस्थान पुलिस: कन्हैयालाल की हत्या का आतंकी कनेक्शन
आमिर अंसारी
३० जून २०२२
राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की हत्या के मामले पर राज्य पुलिस प्रमुख का कहना है कि हत्यारों में से एक के पाकिस्तान से तार जुड़े हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में शांति बनाए रखने की अपील की है.
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राजस्थान के डीजीपी एमएल लाठर ने बुधवार को बताया कि दर्जी कन्हैयालाल की हत्या को आतंकी घटना मानते हुए गैर कानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया गया है. हत्या के आरोपी गौस मोहम्मद और मोहम्मद रियाज को वारदात वाले दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया था. मामले की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी करेगी. राजस्थान पुलिस के प्रमुख का कहना है कि कन्हैयालाल की हत्या का आरोपी गौस मोहम्मद 2014 में कराची गया था. उसने दावत-ए-इस्लामी के कार्यक्रम में हिस्सा लिया था डीजीपी ने कहा कि हम इस घटना (सिर काटने की घटना) को आतंकी कृत्य मान रहे हैं. दावत-ए-इस्लामी का नाम आने के बाद पाकिस्तान ने कहा है कि मीडिया रिपोर्टों में पाकिस्तान के एक संगठन का नाम आरोपियों से जोड़ा जा रहा है. पाकिस्तान ने अपने बयान में उन आरोपों को खारिज कर दिया है.
राजस्थान पुलिस का कहना है कि कन्हैयालाल ने सोशल मीडिया पर पूर्व बीजेपी नेता नूपुर शर्मा का समर्थन किया था. नुपूर शर्मा पर पैगंबर मोहम्मद के अपमान का आरोप है और पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है.
राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को सर्वदलीय बैठक की. गहलोत ने कन्हैयालाल की हत्या करने वाले दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है. मुख्यमंत्री ने मामले में "त्वरित गिरफ्तारी" करने के लिए राजस्थान पुलिस की भी सराहना की. गहलोत ने कहा कि राजस्थान एसओजी और एटीएस जांच में पूरा सहयोग करेंगे, उन्होंने कहा कि पूरा राज्य मृतक के परिवार के साथ खड़ा है.
गहलोत ने कहा, "उदयपुर की घटना धार्मिक नहीं, बल्कि आतंकी घटना है. अपराधियों के तार गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त अंतर्राष्ट्रीय संगठनों से मिले है. राज्य सरकार द्वारा बिना देरी अपराधियों को कठोर सजा दिलाई जाएगी. हम सभी को एकजुट होकर शांतिपूर्वक तरीके से ऐसी घटनाओं की निंदा करनी चाहिए."
गहलोत ने कहा है कि इस घटना में मुकदमा यूएपीए के तहत दर्ज किया गया है इसलिए अब आगे की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा की जाएगी जिसमें राजस्थान एटीएस पूरा सहयोग करेगी. उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन पूरे राज्य में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करें व उपद्रव करने के प्रयासों पर सख्ती से कार्रवाई करें.
विपक्षी दल बीजेपी की नेता और राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि राज्य सरकार की उकसाने वाली और तुष्टिकरण की नीतियों के चलते राज्य में सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं हो रही हैं.
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को ही एनआईए को पाकिस्तान से आरोपियों संबंधों के बीच मामले की जांच का निर्देश दिया था.
बुधवार को राजस्थान के राजसमंद जिले के भीम कस्बे में हत्या के विरोध में प्रदर्शन के दौरान हिंसक झड़प हो गई. झड़प के दौरान एक पुलिस कांस्टेबल के घायल होने की खबर है.
दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के देवबंद में जमीयत उलमा-ए-हिंद के दोनों गुटों के अध्यक्षों ने राजस्थान के उदयपुर में हुई घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है. घटना को मानवता के लिए कलंक बताया है. जमीयत के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व राज्यसभा सांसद मौलाना महमूद मदनी ने कन्हैयालाल की हत्या को मानवता पर कलंक बताया है. उन्होंने कहा कि हत्यारा कोई भी हो, किसी को भी कानून-व्यवस्था को अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है. मदनी ने कहा जमीयत सभी प्रकार के कट्टरवाद के खिलाफ है.
हत्या के विरोध में बुधवार को कई दक्षिणपंथी संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया. बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के करीब 70 सदस्यों को बुधवार को दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर पर बिना अनुमति के विरोध प्रदर्शन करने पर हिरासत में ले लिया.
आरएसएस से जुड़े संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने कहा है कि इस घटना को अंजाम देने वाले दोषियों को फांसी की दी जानी चाहिए. देश के सभी राजनीतिक दलों ने कन्हैयालाल की हत्या की निंदा की है.
भारत में इन मुद्दों से खड़ा हुआ विवाद
भारत में बीते कुछ अर्से से हर रोज एक नया विवाद जन्म ले रहा है. ज्यादातर विवाद दो धर्मों के बीच होते हैं. खान-पान, पहनावा और प्रार्थना स्थल को लेकर देश के कई हिस्सों में विवाद पैदा हो चुके हैं.
तस्वीर: Anushree Fadnavis/REUTERS
कर्नाटक का हिजाब विवाद
जनवरी 2022 में कर्नाटक के उडुपी में एक कॉलेज में छह छात्राओं के हिजाब पहनकर आने से रोकने पर विवाद खड़ा हो गया था. कॉलेज प्रशासन ने लड़कियों को हिजाब पहनकर कॉलेज में आने से मना कर दिया. जिसके खिलाफ लड़कियों ने विरोध प्रदर्शन किया. मामला कर्नाटक हाईकोर्ट पहुंचा और कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि हिजाब पहनना इस्लाम की अनिवार्य प्रथा का हिस्सा नहीं है.
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मस्जिदों के लाउडस्पीकर पर मचा शोर
महाराष्ट्र में अप्रैल के महीने में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने मस्जिदों और अन्य धार्मिक स्थलों में प्रार्थनाओं की आवाज को सीमा के भीतर रखने को लेकर अभियान चलाया था. उन्होंने कहा था कि अगर मस्जिदों ने ऐसा नहीं किया तो उनके समर्थक विरोध जताने के लिए मस्जिदों के बाहर हिंदू मंत्रोच्चार करेंगे. महाराष्ट्र की करीब 900 मस्जिदों ने अजान की आवाज कम करने की सहमति दी थी.
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उत्तर प्रदेश में लाउडस्पीकरों पर कार्रवाई
उत्तर प्रदेश में सभी धार्मिक स्थलों से करीब 1.29 लाख लाउडस्पीकर उतारे गए या फिर उनकी आवाज को तय मानकों के मुताबिक कम किया गया. यूपी सरकार ने 23 अप्रैल को धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने के आदेश जारी किए थे. इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक आदेश पर राज्य सरकार ने पूरे प्रदेश में यह अभियान चलाया. सरकारी कार्रवाई मंदिर, मस्जिद और अन्य संस्थानों के लाउडस्पीकरों पर हुई.
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हिंसक घटनाएं
रामनवमी और हनुमान जयंती के दौरान दो समुदायों के बीच कई जगहों पर हिंसक झड़प हो गई थी. दिल्ली के जहांगीरपुरी में दो समुदायों के बीच झड़प हुई और माहौल तनावपू्र्ण हो गया. इसके अलावा मध्य प्रदेश के खरगोन, मुंबई की आरे कॉलोनी में एक धार्मिक यात्रा के दौरान दो समुदायों के लोगों के बीच हिंसा हुई. कर्नाटक के हुबली में भी एक व्हाट्सऐप संदेश को लेकर बवाल मच गया था.
तस्वीर: Charu Kartikeya/DW
बुलडोजर पर सवाल
उत्तर प्रदेश में हाल के महीने में कई मामले सामने आए जिनमें ऐसे आरोपियों के घर पर प्रशासन ने बुलडोजर चलवा दिया जिनका नाम किसी तरह के मामले में दर्ज हुआ. बुलडोजर चलाने को लेकर सवाल भी खड़े हुए और मामला सुप्रीम कोर्ट जा पहुंचा. कोर्ट में यूपी सरकार ने हलफनामा देकर कहा कि नियमों के मुताबिक कार्रवाई की गई है.
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यूपी की तर्ज पर एमपी में भी बुलडोजर चला
मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी पर दंगों के बाद प्रशासन ने कई मकान और दुकानों पर बुलडोजर चलवाकर तोड़ दिया. खरगोन प्रशान ने दंगों के एक दिन बाद 12 अप्रैल को कम से 45 मकानों और दुकानों पर बुलडोजर चलाकर कार्रवाई की थी. यहां भी सवाल उठे कि बिना नोटिस के प्रशासन ने कार्रवाई क्यों की.
तस्वीर: Charu Kartikeya/DW
पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी
एक टीवी बहस के दौरान बीजेपी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की जिसके बाद अरब जगत से इस पर विरोध दर्ज कराया गया. इसके बाद बीजेपी ने नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल को पार्टी से निकाल दिया और बयान से किनारा कर लिया. टिप्पणी के विरोध में कई जगहों पर हिंसक घटनाएं हुईं.
तस्वीर: Vipin Kumar/Hindustan Times/imago
मुस्लिमों के खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी
दिसंबर 2021 में हरिद्वार में एक धर्म संसद हुई थी और इस धर्म संसद में देश के मुसलमानों के खिलाफ भड़काऊ बयान दिए गए. इस धर्म संसद में हिंदू राष्ट्र की स्थापना की बात कही गई और मीडिया और कोर्ट के खिलाफ भी आपत्तिजनक बयान दिए गए थे.
तस्वीर: Hindustan Times/imago images
कन्हैयालाल का कत्ल
राजस्थान के उदयपुर में 28 जून को एक दर्जी कन्हैयालाल को इस सिर्फ दो मुसलमान व्यक्तियों ने धारदार हथियार से मार डाला क्योंकि उन्होंने नूपुर शर्मा के समर्थन में व्हॉट्सऐप स्टेटस लगाया था. कन्हैयालाल इस मामले में गिरफ्तार हो चुके थे और शिकायतकर्ता और उनके बीच पुलिस ने समझौता करा लिया था, उन्होंने पुलिस से जान मारने की धमकी मिलने की शिकायत की थी. हत्या के विरोध में राजस्थान में तनाव का माहौल बन गया.