यूरोप जाना अब भारतीयों के लिए और आसान होगा
२३ अप्रैल २०२४भारतीय अब एक साथ कई यूरोपीय देशों में जाने के लिए जरूरी शेंगेन वीजा, लंबे समय के लिए हासिल कर सकेंगे हैं. यूरोपीय संघ ने इस बात की जानकारी दी है. यूरोपीय संघ की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, "जो भारतीय कम समय के लिए शेंगेन वीजा के लिए अप्लाई करते हैं, उन्हें इस नये वीजा नियम के तहत पांच सालों के लिए वीजा मिल सकता है. यह उन लोगों पर लागू होगा जो पहले से ही कई देशों में जा चुके हैं."
आसान हुए वीजा के नियम
शेंगेन वीजा को लेकर यूरोपीय संघ के नए नियम को बेहद आसान बनाने की कोशिश की गई है. मौजूदा वीजा नियमों के मुकाबले नये नियम भारतीयों के लिए अधिक फायदेमंद साबित होंगे. इसके तहत भारतीय नागरिकों को दो सालों के लिए मल्टी एंट्री शेंगेन वीजा दिया जाएगा. यह उन्हीं लोगों को मिलेगा जिन्होंने इससे पहले के तीन सालों में कम से कम दो बार वीजा लिया है. इस दो साल के वीजा के बाद पांच साल तक का वीजा दिया जाएगा.
हालांकि, इसके लिए पासपोर्ट की वैलिडिटी भी बनी रहनी जरूरी होगी. इन दोंनो ही वीजा की वैधता के दौरान वीजा धारकों के पास वे सारे अधिकार होंगे जो वीजा फ्री नागरिकों को मिलते हैं. वीजा फ्री का मतलब उन नागरिकों से है जिन्हें यूरोप के देशों में जाने के लिए वीजा नहीं लेना पड़ता.
यूरोपीय संघ और भारत के संबंधों में मजबूती
यह फैसला यूरोपीय संघ और भारत के प्रवासन और गतिशीलता को लेकर साझे एजेंडे के अंतर्गत लिया गया है. यह एजेंडा प्रवासन नीतियों पर यूरोपीय संघ और भारत के बीच एक व्यापक साझेदारी को बढ़ावा देना चाहता है. इसका उद्देश्य लोगों के बीच संपर्क बढ़ाना है जो भारत और यूरोपीय संघ, दोनों के लिए ही महत्वपूर्ण मुद्दे हैं.
भारत में यूरोपीय संघ के प्रतिनिधिमंडल के राजदूत येर्वे डेलफिन ने एक्स पर लिखा कि यूरोपीय संघ और भारत ने लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने की दिशा में एक और कदम उठाया है.
शेंगेन वीजा इस इलाके में मौजूद देशों में बिना किसी रोक टोक के आने जाने की आजादी देता है. इस वीजा के साथ 180 दिनों की वैधता के अंदर 90 दिनों तक किसी भी शेंगेन इलाके में आने वाले देश की यात्रा की जा सकती है. इस वीजा के साथ 29 यूरोपीय देशों की यात्रा की जा सकती है. हालांकि, इस वीजा में काम करने का अधिकार नहीं मिलता.
यूरोप जाने वाले भारतीयों की संख्या बढ़ी
अलग अलग विषयों से जुड़े आंकड़े मुहैया कराने वाली वेबसाइट स्टैटिस्टिका के मुताबिक 2021 के मुकाबले 2022 में यूरोप जाने वाले भारतीयों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई थी. उस साल करीब साढ़े आठ लाख भारतीय यूरोपीय देशों में घूमने गए. सबसे अधिक भारतीय सेंट्रल और पूर्वी यूरोप के इलाकों में घूमने गए थे. शेंगेन वीजा में लाए गए नये बदलाव यूरोप जाने वाले भारतीयों की संख्या को शायद और बढ़ाएंगे.
(आरआर/एनआर)