कई भारतीय बेहतर भविष्य के लिए यूरोपीय देशों का रुख करते हैं. लेकिन हर बार उम्मीदें सच नहीं होतीं. मिलिए कुछ ऐसे भारतीयों से जो कई आशाएं लिए पोलैंड पहुंचे.
विज्ञापन
Indians in Poland: Needed but not loved
04:57
This browser does not support the video element.
भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते कब सुधरेंगे, यह कोई नहीं जानता. लेकिन अमेरिकी शोध संस्था पियू रिसर्च कहती है कि 2015 में पाकिस्तान भारतीय आप्रवासियों का दूसरा सबसे पसंदीदा देश रहा.
भारतीयों को अमेरिका से ज्यादा पसंद आया पाकिस्तान
भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते कब सुधरेंगे, यह कोई नहीं जानता. लेकिन अमेरिकी शोध संस्था पियू रिसर्च कहती है कि 2015 में पाकिस्तान भारतीय आप्रवासियों का दूसरा सबसे पसंदीदा देश रहा.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/R. Dar
परदेसियों की पसंद
अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन जैसे देशों का नाम भारतीयों के पसंदीदा देशों में शुमार है, लेकिन अब बहुत से भातीय पड़ोसी पाकिस्तान का भी रुख कर रहे हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/R. Dar
चलो पाकिस्तान..
अमेरिकी थिंक टैंक पियू रिसर्च के मुताबिक साल 2015 में संयुक्त अरब अमीरात के बाद पाकिस्तान आप्रवासी भारतीयों की दूसरी बड़ी पसंद रहा.
तस्वीर: Abdul Sabooh
तेजी से बढ़ते आप्रवासी
पिछले 25 वर्षों में विदेशों में बसे भारतीयों की संख्या दोगुनी से भी अधिक हो चुकी है और दुनिया की कुल आप्रवासी आबादी के मुकाबले दोगुनी तेजी से बढ़ रही है.
तस्वीर: Getty Images/AFP/S. Mehra
संख्या का गणित
साल 2010 की एक स्टडी मुताबिक, भारत से दूसरे देशों में जाने वाले लोगों में हिंदुओं के मुकाबले धार्मिक अल्पसंख्यकों की संख्या कहीं अधिक थी. भारत की कुल आबादी में 80 फीसदी हिंदू हैं.
तस्वीर: Getty Images/AFP/STR
ईसाई और मुसलमान
देश छोड़कर जाने वाले प्रवासियों में 19 फीसदी ईसाई थे, जबकि विदेशों में रहने वाले प्रवासी भारतीयों में 27 फीसदी मुस्लिम हैं. भारत की कुल आबादी में ईसाइयों की हिस्सेदारी तीन प्रतिशत और मुसलमानों की हिस्सेदारी 14 फीसदी है.
तस्वीर: picture alliance/epa/R. Gupta
यूएई टॉप पर
इस अध्ययन के मुताबिक सबसे ज्यादा यानी 35 लाख भारतीय आप्रवासी संयुक्त अरब अमीरात में है. पाकिस्तान करीब 20 लाख प्रवासी भारतीयों के साथ दूसरे स्थान पर है. अमेरिका में तकरीबन 19.7 लाख भारतीय रहते हैं.
तस्वीर: Getty Images/AFP/K. Sahib
टॉप 10 में और कौन..
इसके बाद सउदी अरब 18.9 लाख और कुवैत करीब 10 लाख भारतीयो के साथ चौथे और पांचवें स्थान पर है. टॉप 10 में ओमान (78 हजार), ब्रिटेन (78 हजार), कतर (65 हजार), कनाडा (62 हजार) जैसे देश भी शामिल हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/Ali Haider
भारत भी पसंदीदा देश
पियू के मुताबिक 2015 में भारत भी उन देशों में शामिल रहा जो अंतरराष्ट्रीय आप्रवासियों की पसंद रहे. 2015 में भारत में रहने वाले आप्रवासियों की संख्या 52 लाख दर्ज की गई. बांग्लादेश से 32 लाख, पाकिस्तान से 11 लाख, नेपाल से 5.4 लाख और श्रीलंका से 1.6 लाख लोग भारत में बसे.