भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद की शपथ ले ली है. उन्होंने कहा है कि उनका चुना जाना इस बात का प्रमाण है कि इस देश का गरीब भी सपने देख सकता है और वो पूरे हो सकते हैं.
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मुर्मू को संसद भवन में देश के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने शपथ दिलाई. शपथ लेने के बाद मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों की एक संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए कहा, "मेरा चुना जाना इस बात का सबूत है कि देश में गरीब भी सपने देख सकता है और उन्हें पूरा भी कर सकता है."
64 वर्षीय मुर्मू ने यह भी कहा कि उनकी उपलब्धि देश के हर गरीब की उपलब्धि है और करोड़ों महिलाओं की काबिलियत का प्रतिबिंब भी है. मुर्मू अभी तक की सबसे युवा राष्ट्रपति है. उन्होंने बताया कि वो देश की ऐसी पहली राष्ट्रपति हैं जिसका जन्म आजाद भारत में हुआ.
उन्होंने कहा कि आगे देश के "स्वाधीनता सेनानियों ने आजाद हिंदुस्तान के हम नागरिकों से जो अपेक्षाएं की थीं, उनकी पूर्ति के लिए इस अमृतकाल में हमें तेज गति से काम करना है." मुर्मू ने कहा कि अगले "25 वर्षों में अमृतकाल की सिद्धि का रास्ता दो पटरियों पर आगे बढ़ेगा- सबका प्रयास और सबका कर्तव्य."
उनके भाषण के बाद राष्ट्रपति के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से "जोहार! नमस्कार!" ट्वीट किया गया. "जोहार" कई आदिवासी समुदायों का उद्बोधन शब्द है.
शपथ ग्रहण के बाद मुर्मू को तीनों सेनाओं की तरफ से 21 तोपों की सलामी दी गई. भारत का राष्ट्रपति तीनों सेनाओं का "कमांडर इन चीफ" होता है.
मुर्मू ओडिशा के मयूरभंज जिले में रहने वाले एक संथाल आदिवासी परिवार से आती हैं. राजनीति में आने से पहले वो एक स्कूल में पढ़ाती थीं. उनके पिता और दादा दोनों अपने अपने समय में सरपंच थे.
वो खुद 1997 में बीजेपी से जुड़ीं और नगर पंचायत में पार्षद चुनी गईं. बाद में वो विधायक और ओडिशा सरकार में मंत्री भी बनीं. मई 2015 में उन्हें झारखंड का राज्यपाल बनाया गया.
भारतीय इतिहास में पहली बार शीर्ष स्थानों पर काबिज होने वाली महिलाएं
भारत में महिलाएं प्रधानमंत्री पद से लेकर राष्ट्रपति पद तक संभाल चुकी हैं. एक नजर भारत की उन महिलाओं पर जिन्होंने अपना नाम इतिहास में दर्ज करवाया.
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भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति
प्रतिभा पाटिल भारत की पहली महिला राष्ट्रपति बनीं. वे 2007 से 2012 तक पांच वर्ष अपने पद पर रहीं. इससे पहले वे 1985 से 1990 तक राज्यसभा सांसद और1991 से 1996 तक लोकसभा सदस्य थीं. मूल रूप से महाराष्ट्र की रहने वाली प्रतिभा पाटिल 1962 से ही कांग्रेस से जुड़ी हुई थी. उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास से संबंधित कई काम किए.
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भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु की बेटी इंदिरा गांधी देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री बनीं. लाल बहादुर शास्त्री जी के निधन के बाद 11 जनवरी 1966 को वह देश के सबसे शक्तिशाली पद पर आसीन हुईं थी. 1975 में देश में आपातकाल लगाने का फैसला हो या भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान उनकी कूटनीति रही हो, लोग इनके साहसिक फैसलों की वजह से 'आयरन लेडी' भी कहते हैं.
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भारत की प्रथम महिला आईपीएस
किरण बेदी 1972 में भारत की पहली महिला आईपीएस बनीं. मूल रुप से पंजाब की रहने वाली किरण बेदी ने संयुक्त राष्ट्र शांति प्रबंधन विभाग में पुलिस सलाहकार के रूप में भी काम किया है. तिहाड़ जेल के प्रमुख के रूप में उन्हें कैदियों के पुनर्वास के कदमों के लिए जाना जाता है. वर्तमान में किरण बेदी पॉन्डिचेरी की उप राज्यपाल हैं.
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भारत की प्रथम महिला डीजीपी
कंचन चौधरी भट्टाचार्य देश की पहली महिला पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बनीं थी. 1973 बैच की भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) की यूपी कैडर की अधिकारी थीं. बाद में वे उत्तराखंड चली गईं. 2004 में कंचन चौधरी भट्टाचार्य को उत्तराखंड में जब पुलिस महानिदेशक बनाया गया था. वे देश की दूसरी महिला आईपीएस भी थीं.
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भारत की प्रथम महिला लोकसभा अध्यक्ष
राजनयिक से नेता बनने वाली कांग्रेस के दलित चेहरे मीरा कुमार लोकसभा की पहली महिला अध्यक्ष बनीं. वर्ष 1980 के दशक के मध्य में राजनीति में शामिल होने वाली मीरा कुमार 2009 में लोकसभा अध्यक्ष पद पर चुनी गईं और 2014 तक आसीन रहीं. मीरा कुमार कांग्रेस के दिवंगत नेता जगजीवन राम की पुत्री हैं.
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भारत की प्रथम महिला मिस यूनीवर्स
सुष्मिता सेन पहली ऐसी भारतीय महिला हैं, जिन्हें मिस यूनिवर्स का खिताब मिला था. सुष्मिता सेन ने 21 मई 1994 को इस खिताब को अपने नाम किया था. सुष्मिता सेन ने बॉलीवुड में काम किया है और कई हिट फिल्में उनके नाम है.
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माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम भारतीय महिला
बछेन्द्री पाल हिमालय की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली पहली भारतीय महिला हैं. 23 मई 1984 का दिन भारतीय इतिहास में दर्ज हो गया क्योंकि इसी दिन बछेंद्री पाल ने माउंट एवरेस्ट की चोटी को फतह किया था. यह उपलब्धि उन्होंने 29 साल की उम्र में अपने नाम की थी.
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अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने वाली प्रथम अभिनेत्री
सुनील दत्त की पत्नी और संजय दत्त की मां नरगिस दत्त हिंदी सिनेमा की मशहूर अभिनेत्रियों में से एक थीं. वे अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने वाली पहली भारतीय अभिनेत्री थीं. वे पहली अभिनेत्री थीं, जिन्हें राज्यसभा के लिए नामांकित किया गया और पद्मश्री पुरस्कार दिया गया. वे एक ऐसी अदाकारा रहीं जिन्होंने फिल्म इंडस्ट्री को नई ऊंचाईं पर पहुंचाया.
भारतरत्न प्राप्त करने वाली प्रथम महिला गायिका
लता मंगेशकर पहली भारतीय गायिका हैं, जिन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया. 13 साल की उम्र में अपने करियर की शुरुआत करने वाली लता मंगेशकर 75 सालों से अपनी आवाज की बदौलत लोगों की दिलों पर राज कर रही हैं. 36 भारतीय भाषाओं में गीत गाने वाली लता मंगेशकर को 2001 में भारत रत्न से नवाजा गया. उनकी आवाज इतनी अच्छी है कि इन्हें 'स्वर कोकिला' भी कहा जाता है.