समाजभारतमिलिए हेलमेट-मैन से, जिन्होंने बचाईं हजारों जानें03:45This browser does not support the video element.समाजभारत16.08.2023१६ अगस्त २०२३एक ज़ाती दर्द जब इतना बढ़ गया कि सहा नहीं गया, तो राघवेंद्र कुमार निकल पड़े. लोगों को हेलमेट बांटने. वह अपनी गाड़ी में ढेर सारे हेलमेट लेकर चलते हैं और जहां भी उन्हें कोई बाइक सवार बिना हेलमेट लगाए दिखता है, वह उसे मुफ्त में हेलमेट दे देते हैं.लिंक कॉपी करेंविज्ञापन