भारत में विदेश जाने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है और साथ ही बढ़ रहे हैं वीजा चाहने वाले. ऐसे में तमिलनाडु के वीजा मंदिर की प्रसिद्धि और मान्यता भी बढ़ती जा रही है.
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अर्जुन विश्वनाथन हाथ जोड़े मंदिर में खड़े हैं. सामने गणेश की मूर्ति है जिसे विश्वनाथन एकटक निहार रहे हैं. मन में एक ही प्रार्थना उमड़-घुमड़ रही है. अमेरिका का वीजा लग जाए. अगले ही दिन उनका अमेरिकी दूतावास में इंटरव्यू था. मंदिर में विश्वनाथन जैसे लोगों की भीड़ लगी है. सभी के मन में एक ही प्रार्थना है, वीजा. किसी को अमेरिका का वीजा चाहिए तो कोई ब्रिटेन जाने को बेकरार है.
समाचार एजेंसी एपी से बातचीत में विश्वानाथन बताते हैं, "10 साल पहले मैं यहां अपने भाई के वीजा के लिए प्रार्थना करने आया था जब उसे यूके जाना था. दो साल पहले मैंने अपनी पत्नी के अमेरिका वीजा के लिए प्रार्थना की थी. उन दोनों को वीजा मिल गया था. इसलिए मेरी यहां पूरी आस्था है.”
श्रीलक्ष्मी वीजा गणपति मंदिर चेन्नई के हवाई अड्डे के पास ही है. वीजा मंदिर के नाम से मशहूर इस प्रार्थनाघर की आस्था पूरे दक्षिण भारत में से कहीं दूर-दूर तक है. पिछले एक दशक में इसकी मान्यता और बढ़ी है, क्योंकि विदेश जाने वालों की तादाद लगातार बढ़ी है. छोटा या बड़ा, देश का शायद ही कोई ऐसा शहर हो जहां किसी ना किसी देश का वीजा पाने की कोशिश में लगे लोग ना हों.
वीजा पाने की उम्मीद लगाये लोगों के बीच वीजा मंदिर की मान्यता बढ़ती जा रही है जिसमें सोशल मीडिया की बड़ी भूमिका रही है. गणपति वीजा मंदिर से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर श्रीलक्ष्मी नरसिम्हा नवनीत कृष्णन मंदिर है. वहां एक हनुमान मूर्ति है. लोग मानते हैं कि यहां के हनुमान में वीजा दिलाने की ताकत है. इसलिए लोग इसे अमेरिका आंजनेय और वीजा आंजनेय भी कहते हैं.
दूर-दूर से आते लोग
मंदिर के सचिव जीसी श्रीनिवासन कहते हैं कि मंदिर को वीजा मंदिर के रूप में प्रसिद्धि 2016 के बाद मिली है. वह बताते हैं, "उस दौरान कुछ लोगों ने वीजा के लिए प्रार्थना की और सफल हो गए. फिर उन्होंने बात फैला दी और मंदिर की प्रसिद्धि मिल गई.”
श्रीनिवासन कहते हैं कि महीनाभर पहले उन्हें कोई मिला था जिसे उसके वीजा मिलने की खबर ही तब मिली, जब वह वीजा आंजनेय की परिक्रमा कर रहा था. एक अन्य श्रद्धालु वीजा एस प्रदीप तो वीजा की प्रार्थना के लिए नहीं आये हैं लेकिन उन्हें आंजनेय की वीजा संबंधी ताकतों पर पूरा विश्वास है. वह कहते हैं, "वह मेरे अराध्य देव हैं. अगर आप वीजा के लिए नहीं बल्कि पूरी श्रद्धा से प्रार्थना करें तो आपकी इच्छा जरूर पूरी होगी.”
कितने देशों में वीजा फ्री जा सकते हैं भारतीय
हाल ही में जारी हेनली इंडेक्स के अनुसार जापान दुनिया का सबसे ताकतवर पासपोर्ट है. और सबसे कमजोर पासपोर्ट है अफगानिस्तान का. भारत की क्या स्थिति है, जानिए.
तस्वीर: Avishek das/ZUMA Press/Imago Images
सबसे ताकतवर पासपोर्ट
हेनली इंडेक्स की छमाही रिपोर्ट में जापान को दुनिया का सबसे ताकतवर पासपोर्ट माना गया है. 193 देशों में से सभी में उसके पासपोर्ट पहले से वीजा लिए बिना पर यात्रा संभव है. सिंगापुर और दक्षिण कोरिया दूसरे नंबर पर हैं.
तस्वीर: MAXPPP/dpa/picture alliance
यूरोप का बोलबाला
सबसे ताकतवर पासपोर्ट वाले देशों में यूरोपीय देशों का बोलबाला है. टॉप 10 में अधिकतर देश यूरोप के हैं. अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और कनाडा भी टॉप 10 में शामिल हैं.
तस्वीर: Maksym Yemelyanov/Zoonar/picture alliance
सबसे कमजोर पासपोर्ट
अफगानिस्तान लगातार दुनिया का सबसे कमजोर पासपोर्ट बना हुआ है. उसके लोग 27 देशों की यात्रा ही बिना पहले से वीजा लिए कर सकते हैं. इराक, सीरिया, पाकिस्तान और यमन भी सबसे कमजोर पासपोर्ट वाले देश हैं.
तस्वीर: Ebrahim Noroozi/AP Photo/picture alliance
भारत 87 नंबर पर
भारत का पासपोर्ट 87वें नंबर पर है. वहां के लोग 60 देशों की यात्रा बिना पहले से वीजा लिए कर सकते हैं. इनमें भूटान, बोलीविया, ईरान, कंबोडिया, जमैका, जॉर्डन, मॉरिशस, सर्बिया और श्रीलंका जैसे देश शामिल हैं.
तस्वीर: Avishek das/ZUMA Press/Imago Images
जहां शांति, वहां मजबूती
हेनली पासपोर्ट इंडेक्स की रिपोर्ट कहती है कि जिन देशों में शांति है, उन देशों के पासपोर्ट बाकी दुनिया के मुकाबले ज्यादा मजबूत हैं. सबसे ज्यादा मजबूत पासपोर्ट वाले टॉप 10 देश वही हैं जो वर्ल्ड पीस इंडेक्स में सबसे ऊपर मौजूद हैं.
तस्वीर: Achim Prill/Zonnar/IMAGO
एशियाई देशों का उभार
2017 तक भी स्थिति ऐसी थी कि सबसे ज्यादा स्वीकार्य पासपोर्ट वाले देशों में किसी-किसी एशियाई देश का नाम आता था. अब पहले तीनों देश एशियाई हैं.
तस्वीर: Roslan Rahman/AFP/Getty Images
ताकतवर देशों का पासपोर्ट
अमेरिका का पासपोर्ट सातवें और रूस का 50वें नंबर पर है. चीन 80वें नंबर पर है जबकि ब्रिटेन छठे. जर्मनी तीसरे नंबर पर है.
तस्वीर: Miami Herald/newscom/picture alliance
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उधर गणेश मंदिर के पास कई श्रद्धालुओं के पास इच्छाएं पूरी होने की कहानियां हैं. ज्योति बोंठा कहती हैं कि अमेरिकी दूतावास में उनका इंटरव्यू बिना किसी परेशानी के हो गया, इसलिए वह धन्यवाद देने आई हैं. वह बताती हैं, "उन्होंने मुश्किल से एक-दो सवाल पूछे. मुझे तो बड़ी हैरत हुई.”
बोंठा की दोस्त फणी वीरांकी हालांकि थोड़ी बेचैन हैं. उनके हाथों में दस्तावेजों की फाइल है. आंध्र प्रदेश की रहने वालीं दोनों सहेलियां कंप्यूटर साइंस की छात्राएं हैं और ओहायो जाना चाहती हैं. वीरांकी का इंटरव्यू होना है और वह सफलता के लिए प्रार्थना करने आई हैं. दोनों को वीजा मंदिर के बारे में टेलीग्राम ऐप से पता चला था.
वीरांकी कहती हैं कि उनकी वीजा अर्जी पर बहुत कुछ दांव पर है. वह बताती हैं, "अपने परिवार में मैं पहली व्यक्ति हूं जो अमेरिका जाएगी. मेरी मां तो मुझे भेजने से डर रही हैं. लेकिन मैं अमेरिका में मिलने वाले मौकों को लेकर बहुत उत्साहित हूं.”
अपने दस्तावेजों का लिफाफा पुजारी को देते हुए वीरांकी बताती हैं कि बहुत सारी अर्जियां खारिज होती हैं, इसलिए वह परेशान हैं. वीजा मिल गया तो अमेरिका जाने के बाद दोनों सहेलियां नियाग्रा फॉल्स देखना चाहती हैं. बोंठा कहती हैं, "नियाग्रा फॉल्स देखने की मेरी हमेशा से बहुत इच्छा है.”
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25 साल पुराना मंदिर
वीजा मंदिर को मोहनबाबू जगन्नाथ और उनकी पत्नी संगीता चलाते हैं. इस मंदिर को जगन्नाथ के दादा ने 1987 में बनाया था. उनका घर बंद गली का आखरी मकान है. बहुत सारी संस्कृतियों में बंद गली का आखरी मकान होना अशुभ माना जाता है. हालांकि चेन्नई में लोग मानते हैं कि गणेश मंदिर में अशुभ का प्रभाव खत्म कर देने की शक्ति है.
जगन्नाथ बताते हैं कि पहले उनके मंदिर में सिर्फ पड़ोसी आते थे. वह कहते हैं, "बीते कुछ सालों में मंदिर को यह प्रसिद्धि मिलनी शुरू हुई. बहुत सारे वीजा पाने के इच्छुक लोग यहां आए और सफल होने के बाद उन्होंने इसके बारे में बात फैलाई.”
जर्मनी का वीजा मिलने पर घूम सकते हैं स्विट्जरलैंड, फ्रांस सहित ये 26 देश
यूरोप के 26 देशों के बीच मुक्त आवाजाही के लिए समझौता है. इसका नाम शेंगेन वीजा समझौता है. इसके तहत यदि किसी व्यक्ति को जर्मनी या किसी अन्य शेंगेन देश का वीजा मिलता है तो वह 26 देशों में घूम सकता है.
ऑस्ट्रिया यूरोप का एक खूबसूरत देश है. कहीं पहाड़ों पर बर्फ की चादर बिछे दिखते हैं तो कहीं पहाड़ी ढलानों पर बनी सड़कों का दिलकश नजारा. ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना का शॉनब्रुन पैलेस आकर्षण का मुख्य केंद्र है. अपने अतीत को संजोए वियना में आधुनिकता की भी झलक दिखती है. यहां कई सारे खूबसूरत महल, चौराहे और पार्क हैं. ग्रॉसगॉकनर अल्पाइन सड़क से गुजरना रोमांचक होता है.
तस्वीर: Imago/viennaslide
बेल्जियम
बेल्जियम भी घूमने के लिहाज से एक खूबसूरत जगह है. यहां के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में मनर्के पीस, रॉयल पैलेस ऑफ ब्रसेल्स, ऑटोमियम शामिल है. यहां की पुरानी इमारतों, उल्लेखनीय चर्चों और प्राचीन वस्तुओं का संग्रह देखने लायक है. इस देश का एक समृद्ध इतिहास और संस्कृति है. यदि आप नाइट लाइफ, बार और मजेदार रेस्तरां देखना चाहते हैं तो एक बार यहां आना चाहिए.
तस्वीर: Getty Images/M. Renders
चेक रिपब्लिक
चेक रिपब्लिक यूरोप का वह खूबसूरत देश है जो शीतयुद्ध खत्म होने के बाद यूरोप की मुख्यधारा में शामिल हो रहा है. इसकी राजधानी प्राग यूरोप आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है. चार्ल्स ब्रिज, एस्ट्रोनॉमिकल क्लॉक, प्राग कैसल, प्राग जू, पेट्रिन लुकआउट टावर, डांसिंग हाउस, म्यूजियम ऑफ कम्युनिज्म, म्यूजियम कंपा जैसे कई दर्शनीय स्थल हैं. यहां की ऐतिहासिक इमारतें आपको मंत्रमुग्ध कर देगी.
तस्वीर: DW/L. von Richthofen
डेनमार्क
डेनमार्क में खूबसूरत तटीय प्रायद्वीप भी हैं और अद्भुत वास्तुकला वाली इमारतें भी. रिबे देश का सबसे पुराना शहर है. यहां मध्ययुगीन इतिहास की झलक आज भी दिखती है. कोबल्ड सड़कों, विचित्र घरों और आकर्षक बंदरगाह पर्यटकों का मन मोह लेती है. इसके साथ ही कोपेनहैगन, हॉर्नबेक सहित कई अन्य शहर हैं जो पर्यटकों को अपनी ओर लुभाते हैं. कहीं लकड़ी के घरों के बीच घुमावदार सड़कें हैं तो कहीं सुंदर रेतीले समुद्र तट.
तस्वीर: picture-alliance/blickwinkel/allOver/TPH
एस्टोनिया
एस्टोनिया उत्तरी यूरोप के बाल्टिक क्षेत्र में स्थित एक देश है. टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में तरक्की की वजह से इसे 'यूरोपीय सिलिकॉन वैली' भी कहा जाता है. यहां भी यूरोप के अन्य देशों की तरह पुरानी ऐतिहासिक इमारतें हैं. कई सारे झरने हैं जहां जाने पर ऐसा लगता है मानो प्रकृति की गोद में आ गए हैं. सबसे खास बात ये है कि यहां के 90 प्रतिशत से ज्यादा लोग विदेशी भाषा जानते हैं.
तस्वीर: Reuters/I. Kalnins
फिनलैंड
फिनलैंड पर्यटकों के लिए बहुत ही सुरक्षित देश माना जाता है. देश की राजधानी हेलसिंकी सबसे बड़ा शहर है जिसे ब्लू सिटी भी कहा जाता है. यहां की आबोहवा का शीतल स्पर्श और प्रकृति की खूबसूरती देखते ही बनती है. यहां लगभग एक लाख 88 हजार झीलें और इतने ही द्वीप हैं. एटेनियम (फिनिश राष्ट्रीय कला संग्रहालय), कनसाली म्यूजिओ (फिनिश राष्ट्रीय संग्रहालय), फिन्लैंडिया हौल जैसी कई चीजें यहां देखने लायक है.
तस्वीर: picture-alliance/robertharding/L. Grier
फ्रांस
फ्रांस का नाम लेते ही राजधानी पेरिस स्थित एफिल टॉवर की तस्वीर दिखाई देने लगती है. यूं तो पेरिस में घूमने लायक काफी कुछ है लेकिन एफिल टॉवर के ऊपर से शहर की खूबसूरती देखना एक अद्भूत एहसास दिलाता है. यहां करीब 200 म्यूजियम हैं. यहां आने वाले प्रेमी जोड़े अपने प्रेम को सलामत रखने के लिए लव ब्रिज पर ताला लगाना नहीं भूलते. पेरिस के बीचों-बीच बहने वाली सीन नदी में स्टीमर से सफर करने का अलग ही रोमांच है.
तस्वीर: AFP/B. Guay
जर्मनी
जर्मनी में हर कदम पर एक नई कहानी है. टुकड़ों से राष्ट्र बना जर्मनी अपने इतिहाल से सबक लेते हुए तेजी से विकास कर रहा है. देश को दो हिस्सों में बांटने वाली बर्लिन की दीवार खत्म हो चुकी है लेकिन उसके कुछ हिस्से आज भी मौजूद हैं. ट्रियर शहर में चिंतक कार्ल मार्क्स म्यूजियम है. यह म्यूजियम उसी घर में बनाया गया है जहां कार्ल मार्क्स का जन्म हुआ था.
तस्वीर: picture-alliance
ग्रीस
अपने समृद्ध इतिहास, स्वादिष्ट व्यंजन, समुद्री तटों और कई द्वीपों वाला ग्रीस पर्यटकों का पसंदीदा जगह है. एथेंस के एक्रोपोलिस, प्राचीन ग्रीक लोगों द्वारा पवित्र माना जाने वाला एक रहस्यमय स्थल डेल्फी का अभयारण्य, रोड्स के मध्ययुगीन शहर, क्नोसॉस का महल जैसे कई चीजें यहां देखने लायक है. यहां काफी सारी प्राचीन गुफाएं भी हैं.पार्टी करने वालों और नाइटलाइफ के लिए यह काफी प्रसिद्ध है.
तस्वीर: Getty Images/AFP/L. Gouliamaki
हंगरी
हंगरी दुनिया के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है. यहां विश्व की सबसे बड़ी गर्म जल की गुफा प्रणाली स्थित है और गर्म जल की सबसे बड़ी झीलों में से एक हेविज झील यहीं है. इसके अलावा मध्य यूरोप की सबसे बड़ी झील बलातोन, यूरोप के सबसे बड़े प्राकृतिक घास के मैदान होर्टोबैगी भी हंगरी में ही हैं.
शीशे जैसी दिखने वाली बर्फीली गुफाएं, हिम नदियां, दहकते ज्वालामुखी और खूब ऊंचाई से गिरते झरने. यह जगह है आइसलैंड में, जिसे इसके चारों ओर से घेरे लावा स्तंभ और भी खूबसूरत बना देते हैं. बॉलीवुड की फिल्म 'दिलवाले' का बेहद चर्चित गाना गेरुआ आइसलैंड में शूट किया गया है. प्राकृतिक अजूबों को देखने जाने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है.
तस्वीर: Imago Images/Design Pics
इटली
इटली का नाम लेते ही दो तस्वीरें जेहन में आती है. एक पिज्जा की और दूसरी पीसा की झुकी मीनार की. इटली में नोली नाम का एक बीच पर्यटकों में काफी लोकप्रिय है. पानी के नीचे यहां ग्रीन हाउस तैयार कर दिए गए हैं जहां जमीन पर उगने वाले पौधों को उगाया जा रहा है. अब इटली आएं और वेनिस न जाएं तो सफर अधूरा रह जाएगा. हर साल यहां करोड़ों लोग आते हैं. नाव से पूरे शहर में घूमना एक अलग ही अनुभव देता है.
तस्वीर: picture alliance/Arco Images
लातविया
बाल्टिक सागर के पूर्वी तट पर स्थित देश लातविया में पर्यटक प्रकृति का आनंद ले सकते हैं. यह देश अपनी कई झीलों और नदियों के साथ-साथ प्राचीन स्मारकों, विकसित बुनियादी ढांचे के लिए प्रसिद्ध है. रीगा कैसल लातविया के राष्ट्रपति का निवास है. इसे कई बार नष्ट किया गया और बनाया गया. इसके अलावा रीगा का हाउस ऑफ ब्लैकहेड्स, डोम कैथेड्रल, पाउडर टॉवर, सिगुलदा का तुरैदा कैसल पर्यटकों को आकर्षित करता है.
तस्वीर: Reuters/I. Kalnins
लिष्टेनस्टाइन
लिष्टेनस्टाइन स्विट्जरलैंड और ऑस्ट्रिया के बीच बसा यूरोप के सबसे खूबसूरत अल्पाइन देशों में से एक है. गुटेनबर्ग कैसल, लिष्टेनस्टाइन नेशनल म्यूजियम, नेंडेलन और एसचेन के शहर, ट्राईसबर्ग के पाक डिलाइट्स और हिस्टोरिकल एस्चेंबर्ग ट्रेल की पैदल यात्रा के साथ काफी कुछ यहां देखने को है.
तस्वीर: Liechtenstein Marketing
लिथुआनिया
शांत, सर्द और रोचक सैरगाहों से संपन्न लिथुआनिया प्रकृति के खूबसूरत नजारों, ऐतिहासिक धरोहरों व रोमांच की दुनिया है. सड़कों के किनारे सेब, चेरी, नाशपाती इत्यादि फलों के पेड़ और शांत वातावरण पर्यटकों को काफी लुभाते हैं. यहां एक ओर सोवियत संघ के दौर की नक्काशी देखने को मिलती है तो दूसरी ओर मकानों की दीवारों पर लगी जलपरियों की मूर्तियां स्वागत करती है.
तस्वीर: imago images/imagebroker
लक्जमबर्ग
लक्जमबर्ग में अलग-अलग संस्कृतियों के प्राचीन इतिहास झलक दिखती है. यहां के पुराने शहर के किले यूनेस्को धरोहर स्थल हैं और दुनिया भर से लोग यहां आते हैं. न्यूमुन्स्टर मठ, नोट्रेडैम कैथेड्रैल, ग्रैंड डूकल पैलेस, ग्रैंड रानी शेर्लोट ब्रिज यहां के प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं.
तस्वीर: DW/E. Woodnorth
माल्टा
माल्टा में सिर्फ रेत और समुद्र के अलावा और भी बहुत कुछ देखने के लिए है. यहां हजारों सालों के समृद्ध इतिहास के साथ कई ऐतिहासिक इमारतें हैं. यह देश अपनी संस्कृति, संगीत, साहित्य, कला और वास्तुकला, भोजन, प्रथाओं, परंपराओं और त्योहारों के लिए जाना जाता है. जगंतिया मंदिर, निओलिथिक मंदिर, वीनस ऑफ माल्टा और पेंडरगार्डन, द वाल्लेट वाटरफ्रंट और टीन्ये पॉइंट पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र है.
तस्वीर: DW/B. Riegert
नीदरलैंड्स
दुनिया भर में वसंत ऋतु में फूलों का विशालतम बागीचा नीदरलैंड्स में एम्सटर्डम के पास कोएकेनहोफ में है. यहां 1,000 से भी ज्यादा ट्यूलिप की किस्में मौजूद हैं. फूलों और प्रकृति से प्यार करने वालों के लिए नीदरलैंड्स मुख्य आकर्षण का केंद्र है. यहां एक गांव है गीथोर्न जहां न तो सड़कें हैं और न हीं पगडंडिया. यहां हर घर के बाहर नहर बहती है. यह पूरी तरह प्रदूषणरहित गांव है.
तस्वीर: imago/Hollandse Hoogte/R. Lagendijk
नॉर्वे
नॉर्वे में दुनिया का सबसे बड़ा अंडरवॉटर रेस्तरां है. हर साल हजारों लोग समुद्र में डूबे इस रेस्तरां को देखने पहुंचते हैं. मौसम के लिहाज से ठंडा रहने वाले नॉर्वे में लोग भी काफी शांत और खुश रहते हैं. आकर ब्रिज, नार्वेजियन फोक म्यूजियम और खूबसूरत मकान मन मोह लेते हैं.
तस्वीर: Reuters/H. McKay
पोलैंड
पोलैंड जाने वाले पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है. यहां पर्यटक स्कीइंग, नौकायन, पर्वतारोहण का आनंद उठा सकते हैं. साथ ही लोअर साइलेसिया में मध्यकालीन बाजार, पुराने महल और स्पा को देख सकते हैं. यहां कई सारे विश्व धरोहर, ऐतिहासिक स्मारक, पोलैंड के सात आश्चर्य, पोलिश पहाड़ों के क्राउन, मासुरियन लेक डिस्ट्रिक, बाल्टिक सागर तट, टाट्रा पर्वत है.
तस्वीर: Getty Images/B. Lennon
पुर्तगाल
पुर्तगाल में देखने के लिए काफी कुछ है लेकिन यहां का समुद्री तट पर्यटकों को काफी आकर्षित करता है. ज्यादातर लोग राजधानी लिस्बन, अल्गार्व, मडेरा जाना पसंद करते हैं. कहीं प्राचीन किले दिखते हैं तो कहीं ग्लेशियर घाटी.
स्लोवाकिया में शानदार बीच तो नहीं हैं, लेकिन किफायती दामों पर कारपैथियन पहाड़ों और राजधानी ब्रातिस्लावा के ओल्ड डिस्ट्रिक्ट ने बहुत से लोगों को अपनी तरफ खींचा. यहां की इमारते देखने लायक है. 4000 से अधिक गुफाएं और खोह उनके पहाड़ों के नीचे हैं.
तस्वीर: Globsec/T. Halasz
स्लोवेनिया
पर्यटक स्लोवेनिया के एड्रियाटिक सागर तट पर साइकिल से मध्ययुगीन शहर कोपर, मछुआरों के गांवों और जैतून के बागों की सैर करते हैं. यह ऊंचे पर्वतों और तेज बहती नदियों का देश है. यहां 34 लैंडस्केप पार्क हैं. हाल के सालों में स्की रिजॉर्ट स्लोवेनिया में पर्यटन का प्रमुख चेहरा बनकर उभरा है. यहां खानों (जमीन के अंदर) में साइकिल चलाने का एक अलग ही रोमांच है.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/D. Bandic
स्पेन
स्पेन का बार्सिलोना शहर लोब्रेगाट और बेसोस नदियों के मुहाने पर बसा है. इसके चारों ओर पहाड़ हैं. बॉलीवुड फिल्म 'जिंदगी न मिलेगी दोबारा' में स्पेन की खूबसूरती को दिखाया गया है. यहां लेट नाइट पार्टी, डिस्को, बुल फाइटिंग, आर्ट गैलरीज और वाइन पर्यटकों को काफी आकर्षित करती है. सूरज की रोशनी, समंदर और बालू के साथ साथ सुरक्षा ने पर्यटकों को स्पेन की तरफ आकर्षित किया है.
तस्वीर: Imago Images/Design Pics/K. Levit
स्वीडन
स्वीडन का ऊमेओ शहर परंपरा और आधुनिकता का एक जीता जागता मिश्रण है. यहां पर्यटक स्लेज की सवारी भी करते हैं और सर्द मौसम में कुदरत का अद्भुत नजारा 'नदर्न लाइट्स' भी देखते हैं. अबिस्को नेशनल पार्क में ठंड के दिनों में पानी जम जाती है जिसे देखने के लिए पर्यटकों की काफी भीड़ जमा होती है. यहां पूरे परिवार के साथ लोग आ सकते हैं और मस्ती कर सकते हैं.
तस्वीर: DW/S. Sanderson
स्विट्जरलैंड
बॉलीवुड की फिल्मों में स्विटजरलैंड को इतना अधिक दिखाया गया है कि सभी भारतीय कम से कम एक बार यहां जरूर जाना चाहते हैं. इसकी वजह देश की खूबसूरती है. एक तरफ आल्प्स पर्वत श्रृंखला है तो दूसरी ओर हसीन वादियों में छुक-छुक करती ट्रेन का सफर. यहां 1300 से अधिक सुरंगें हैं. अगर किसी देश को अपने यहां की खूबसूरत वादी को नाम देना होता है तो वह उसे मिनी स्विट्जरलैंड कह देते हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/Bildfunk/C. Hartmann
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2009 में जगन्नाथ के पिता राधाकृष्णन ने मंदिर का पुनर्निर्माण कराया और उसके नाम में वीजा जोड़ दिया. जगन्नाथ बताते हैं कि लोगों की सफलताओं की कहानियां दिल को छू लेने वाली हैं. कई बार तो लोग उनके घर इस बात का शुक्रिया अदा करने आते हैं कि उन्होंने मंदिर को चालू रखा है.
वह बताते हैं, "मुझे कभी इससे परेशानी नहीं होती. हम इसे लोगों की सेवा मानते हैं. लोगों को खुश देखने में आनंद आता है. जब वे सफल होकर लौटते हैं और अपनी कहानियां बताते हैं तो अच्छा लगता है.”
उनकी पत्नी बताती हैं एक महिला तो हजारों किलोमीटर दूर दिल्ली से प्रार्थना करने आई थी क्योंकि वह अमेरिका जाना चाहती थी और अपने पोते से मिलना चाहती थी. संगीता बताती हैं कि उनकी वीजा अर्जी अस्वीकार हो गई. वह कहती हैं, "बेशक, कुछ लोगों को सफलता नहीं मिलती. कारण तो भगवान ही जानते हैं.”
‘विश्वास की बात है'
पद्मा कानन अपनी बेटी मोनीषा को लेकर आई थीं, जो क्लार्क यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए तैयारी कर रही थीं. कानन मानती हैं कि उनकी बेटी को वीजा मंदिर की वजह से मिला. वह कहती हैं, "मुझे इस मंदिर के बारे मे पता गूगल से चला था. मुझे अपनी बेटी के लिए इतनी फिक्र हो रही थी कि मैंने यहां प्रार्थना की. हम अपने बच्चों के लिए प्रार्थनाएं करते हैं और उनके काम बन जाते हैं.”
विश्वनाथन कहते हैं कि वह आमतौर पर इन बातों में यकीन नहीं रखते और दस साल पहल जब उनके भाई को ब्रिटेन का वीजा मिला तो उन्होंने इसे संयोग ही माना था. परंतु जब उनकी पत्नी को अमेरिका का वीजा मिला तो उनकी भी मान्यता हो गई.
मंदिर में पूजा करने के अगले दिन विश्वनाथन को वीजा मिल गया. अब वह न्यू हैंपशर जाने की तैयारी कर रहे हैं. वह कहते हैं, "यह सब विश्वास की बात है. अगर आप विश्वास करते हैं तो सफलता मिल जाती है.”