इंस्टाग्राम पर पिक्स अपलोड करने वाली मॉडल्स पर ईरान में कड़ी कार्रवाई हुई है. कुछ पर तो वेश्यावृत्ति तक के आरोप लगा दिए गए हैं.
विज्ञापन
ईरानी सरकार ने इंटरनेट पर "गैर-इस्लामिक" तस्वीरें पोस्ट करने वाली मॉडल्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है. इस मामले में 8 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है. ये गिरफ्तारियों दो साल पुराने एक स्टिंग ऑपरेशन के आधार पर की गई हैं. "स्पाइडर 2" नाम के इस स्टिंग ऑपरेशन में कई मॉडल्स को ऑनलाइन मॉडलिंग नेटवर्क से जुड़ा पाया गया. ये मॉडल्स इंटरनेट पर अपनी ऐसी तस्वीरें पोस्ट कर रही थीं जिनमें सिर ढका हुआ नहीं था. 1979 में देश में हुई इस्लामिक क्रांति के बाद सार्वजनिक जगहों पर महिलाओं के बिना सिर ढके निकलने पर पाबंदी है.
"अनैतिक और गैर-इस्लामिक संस्कृति"
जांच अधिकारियों ने ऐसे 170 लोगों की पहचान की है जो इंस्टाग्राम पर पेज चला रहे हैं. इनमें 59 फोटोग्राफर और मेकअप आर्टिस्ट हैं. 58 मॉडल्स हैं और 51 फैशन सलून मैनेजर्स. स्पेशल कोर्ट की ओर से जारी बयान में यह जानकारी दी गई है. जावेद बाबाई ने रविवार को राष्ट्रीय टेलिविजन चैनल पर कहा, "हमने पाया कि ईरान की कुल इंस्टाग्राम फीड का लगभग 20 फीसदी हिस्सा तो मॉडलिंग सर्कल का है. वे लोग अनैतिक और गैर-इस्लामिक संस्कृति बना और फैला रहे हैं."
पतली मॉडल नहीं चलेगी
पूरी दुनिया "पापी पेट" के लिए कमाती है लेकिन मॉडल "पेट काट कर" कमाते हैं. परफेक्ट दिखने की चाह में ये जरूरत से ज्यादा ही पतली होती चली जा रही हैं. लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा.
तस्वीर: Colourbox
तराशा हुआ जिस्म
फैशन पत्रिकाओं में या फिर किसी ब्यूटी प्रोडक्ट के विज्ञापन में मॉडलों को ऐसा तराशा हुआ दिखाया जाता है, जो वास्तविकता से बहुत दूर होता है. फोटोशॉप का इस्तेमाल कर आंखें बड़ी बड़ी और होंठ भरे हुए दिखाए जाते हैं.
तस्वीर: AP
टच अप
फ्रांस में नया कानून बनाया गया है जिसके तहत इस तरह की तस्वीर के नीचे साफ साफ लिखा होना जरूरी है कि फोटोशॉप के जरिये उसमें बदलाव किए गए हैं. ऐसी तस्वीर के नीचे "टच अप" लिखा होगा.
तस्वीर: haveseen - Fotolia
डॉक्टर का सर्टिफिकेट
इसके अलावा मॉडलों को डॉक्टर के सर्टिफिकेट की जरूरत होगी, जिस पर लिखा होगा कि वे स्वस्थ हैं, जरूरत से ज्यादा पतली नहीं. इसके लिए उनके बीएमआई (बॉडी मॉस इंडेक्स) की रिपोर्ट तैयार की जाएगी.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/S. Stache
कुपोषण का शिकार
बीएमआई में कद के अनुसार वजन परखा जाता है. साथ ही उम्र पर भी ध्यान दिया जाता है. एक स्वस्थ व्यक्ति का बीएमआई 18 से 25 के बीच होता है. 18 से कम को कुपोषण का शिकार माना जाता है, जबकि मॉडलों का बीएमआई अधिकतर 15 से 16 के बीच ही होता है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/G.I. Rothstein
कम वजन
फोटोशूट के लिए अक्सर मॉडलों को वजन कम करने को कहा जाता है. कई लड़कियों का वजन महज 40 से 45 किलोग्राम के बीच होता है. इसके लिए वे क्रैश डायट करती हैं, दिन भर खुद को भूखा रखती हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/J. Kalaene
जुर्माना
कानून का उल्लंघन करने पर मॉडल को काम पर रखने वाली एजेंसी को सजा हो सकती है. इसमें छह महीने की कैद और 75,000 यूरो का जुर्माना शामिल है. आंकड़े बताते हैं कि फ्रांस में खुद को भूखा रखने के कारण बीमारी से गुजर रहे युवाओं की तादाद 30 से 40 हजार के बीच है.
तस्वीर: Reuters/Gonzalo Fuentes
अस्वस्थ युवा
सिर्फ फ्रांस ही नहीं, दुनिया भर में बेहद पतली मॉडल युवाओं के लिए आदर्श बनती जा रही हैं. इन्हें देख कर युवा खुद भी इनके जैसा बनने की कोशिश करते हैं और अस्वस्थ जीवन जीने लगते हैं.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/M. Schreiber
सबक
फ्रांस से पहले इस्राएल और इटली भी बेहद पतली मॉडलों को बाय बाय कर चुके हैं. उम्मीद है कि बाकी के देश भी इससे सीख लेंगे और खूबसूरती की बिगड़ती हुई परिभाषा फिर से सुधरेगी.
तस्वीर: Colourbox
8 तस्वीरें1 | 8
बाबेई ने कहा कि संगठित तौर पर ऐसे अपराध करने वालों को पकड़ना न्यायालय की जिम्मेदारी है. आठ गिरफ्तारियों के अलावा 21 लोगों के खिलाफ जांच भी शुरू की गई है.
बाबाई ने बताया कि इंस्टाग्राम के 300 लोकप्रिय ईरानी अकाउंट्स पर स्टिंग ऑपरेशन किया गया. बाबाई के टीवी पर इस ऐलान के बाद कोर्ट की कार्रवाई को लाइव दिखाया गया. इस कार्रवाई में एक पूर्व मॉडल ने कहा कि वह इंस्टाग्राम के जरिए पैसा कमा रही थीं. एलहाम अरब नाम की इस मॉडल ने तेहरान में इस कोर्ट को बताया कि एक सफल मॉडल की औसत आय 10 करोड़ रियाल यानि करीब सवा दो लाख रुपये महीना है.
प्रॉस्टिट्यूशन और भ्रष्टाचार के आरोप
ईरान में इंस्टाग्राम बेहद लोकप्रिय है. वैसे भी मुल्क में फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर बैन लगा हुआ है तो इंस्टाग्राम लोगों के लिए सोशल मीडिया की सारी जरूरतें पूरी करता है.
इन हकों के लिए अब भी तरस रही हैं सऊदी महिलाएं
सऊदी अरब में लंबी जद्दोजहद के बाद महिलाओं को ड्राइविंग का अधिकार तो मिल गया है. लेकिन कई बुनियादी हकों के लिए वे अब भी जूझ रही हैं.
तस्वीर: Getty Images/J. Pix
पुरुषों के बगैर नहीं
सऊदी अरब में औरतें किसी मर्द के बगैर घर में भी नहीं रह सकती हैं. अगर घर के मर्द नहीं हैं तो गार्ड का होना जरूरी है. बाहर जाने के लिए घर के किसी मर्द का साथ होना जरूरी है, फिर चाहे डॉक्टर के यहां जाना हो या खरीदारी करने.
तस्वीर: imago/CTK/CandyBox
फैशन और मेकअप
देश भर में महिलाओं को घर से बाहर निकलने के लिए कपड़ों के तौर तरीकों के कुछ खास नियमों का पालन करना होता है. बाहर निकलने वाले कपड़े तंग नहीं होने चाहिए. पूरा शरीर सिर से पांव तक ढका होना चाहिए, जिसके लिए बुर्के को उपयुक्त माना जाता है. हालांकि चेहरे को ढकने के नियम नहीं हैं लेकिन इसकी मांग उठती रहती है. महिलाओं को बहुत ज्यादा मेकअप होने पर भी टोका जाता है.
तस्वीर: Atta Kenare/AFP/Getty Images
मर्दों से संपर्क
ऐसी महिला और पुरुष का साथ होना जिनके बीच खून का संबंध नहीं है, अच्छा नहीं माना जाता. डेली टेलीग्राफ के मुताबिक सामाजिक स्थलों पर महिलाओं और पुरुषों के लिए प्रवेश द्वार भी अलग अलग होते हैं. सामाजिक स्थलों जैसे पार्कों, समुद्र किनारे और यातायात के दौरान भी महिलाओं और पुरुषों की अलग अलग व्यवस्था होती है. अगर उन्हें अनुमति के बगैर साथ पाया गया तो भारी हर्जाना देना पड़ सकता है.
तस्वीर: Fotolia/Minerva Studio
रोजगार
सऊदी सरकार चाहती है कि महिलाएं कामकाजी बनें. कई सऊदी महिलाएं रिटेल सेक्टर के अलावा ट्रैफिक कंट्रोल और इमरजेंसी कॉल सेंटर में नौकरी कर रही हैं. लेकिन उच्च पदों पर महिलाएं ना के बराबर हैं और दफ्तर में उनके लिए खास सुविधाएं भी नहीं है.
तस्वीर: Reuters/S. Salem
आधी गवाही
सऊदी अरब में महिलाएं अदालत में जाकर गवाही दे सकती हैं, लेकिन कुछ मामलों में उनकी गवाही को पुरुषों के मुकाबले आधा ही माना जाता है. सऊदी अरब में पहली बार 2013 में एक महिला वकील को प्रैक्टिस करने का लाइसेंस मिला था.
तस्वीर: Getty Images/J.Pix
खेलकूद में
सऊदी अरब में लोगों के लिए यह स्वीकारना मुश्किल है कि महिलाएं भी खेलकूद में हिस्सा ले सकती हैं. जब सऊदी अरब ने 2012 में पहली बार महिला एथलीट्स को लंदन भेजा तो कट्टरपंथी नेताओं ने उन्हें "यौनकर्मी" कह कर पुकारा. महिलाओं के कसरत करने को भी कई लोग अच्छा नहीं मानते हैं. रियो ओलंपिक में सऊदी अरब ने चार महिला खिलाड़ियों को भेजा था.
तस्वीर: Fotolia/Kzenon
संपत्ति खरीदने का हक
ऐसी औपचारिक बंदिश तो नहीं है जो सऊदी अरब में महिलाओं को संपत्ति खरीदने या किराये पर लेने से रोकती हो, लेकिन मानवाधिकार समूहों का कहना है कि किसी पुरुष रिश्तेदार के बिना महिलाओं के लिए ऐसा करना खासा मुश्किल काम है.
तस्वीर: Getty Images/J. Pix
7 तस्वीरें1 | 7
माना जा रहा है कि गिरफ्तारी की यह कार्रवाई मार्च में ही हो गई थी. तब जुडिशरी के प्रवक्ता गुलाम हुसैन मोहसेनी-एजेई ने 8 लोगों की गिरफ्तारी का ऐलान किया था. उनमें से कुछ को जमानत दे दी गई थी और कुछ को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था. उन्होंने कहा, “कुछ पर तो प्रॉस्टिट्यूशन और भ्रष्टाचार फैलाने जैसे गंभीर आरोप थे." मोहसेनी-एजेई ने बताया कि कुछ लोग अनजाने में इन वेबसाइट्स पर चले गए थे, उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया.