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एशिया को यूरोप से जोड़ने के लिए इराक की योजना

२९ मई २०२३

इराक ने 17 अरब डॉलर की परियोजना की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य एशिया से यूरोप तक माल की डिलीवरी की सुविधा प्रदान करना है.

प्रोजेक्ट के लिए हाल ही में बैठक हुई
प्रोजेक्ट के लिए हाल ही में बैठक हुईतस्वीर: IRAQI PRIME MINISTER'S PRESS OFFICE/AFP

इराक ने एक ऐसी परियोजना की घोषणा की है जिसके तहत एशिया को यूरोप से जोड़ा जा सकेगा. इस परियोजना पर करीब 17 अरब डॉलर यानी 1400 रुपये खर्च होंगे. घोषणा बगदाद में एक दिवसीय सम्मेलन में की गई. इस महत्वपूर्ण क्षेत्रीय बैठक में इराक, खाड़ी देशों, तुर्की, ईरान, सीरिया और जॉर्डन के परिवहन मंत्रियों और प्रतिनिधियों ने भाग लिया.

इराकी प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने इस मौके पर कहा कि यह विकास परियोजना बसरा में स्थित "ग्रैंड फॉ पोर्ट" के माध्यम से खाड़ी देशों से यूरोप तक माल की आवाजाही की सुविधा प्रदान करेगी. यह बताया गया है कि एशियाई देशों को रेलवे और राजमार्गों के एक नेटवर्क के माध्यम से तुर्की से जोड़ा जाएगा और तुर्की को यूरोप से जोड़ा जाएगा.

अल-सुदानी ने कहा कि परियोजना का एक केंद्र "ग्रैंड फॉ पोर्ट" होगा, जबकि बंदरगाह के पास एक 'स्मार्ट औद्योगिक शहर' बनाया जाएगा. इराकी सरकार द्वारा जारी सूचना के मुताबिक एशियाई और खाड़ी देशों को यूरोप से जोड़ने के लिए लगभग 1200 किलोमीटर रेलवे लाइन और राजमार्ग बनाए जाएंगे.

इराकी प्रधानमंत्री अल-सुदानी ने परियोजना को "आर्थिक जीवन रेखा के साथ-साथ हितों, इतिहास और संस्कृतियों के अभिसरण के लिए एक आशाजनक अवसर" बताया है.

इराकी प्रधानमंत्री ने यह नहीं बताया कि परियोजना को कैसे वित्तपोषित किया जाएगा, लेकिन कहा कि इराक अपने मित्र देशों के साथ सहयोग पर बहुत अधिक निर्भर करेगा.

शनिवार को हुए सम्मेलन में भाग लेने वाले देशों ने परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए संयुक्त तकनीकी समितियों के गठन पर सहमति जताई है. विश्लेषकों के मुताबिक अगर यह प्रोजेक्ट सफल होता है तो समय के साथ इसका दायरा बढ़ता जाएगा और फिर पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे देश भी इसमें शामिल हो सकेंगे.

इराक के अतीत में अपने पड़ोसियों के साथ संबंध तनावपूर्ण रहे हैं, लेकिन अब देश उनके साथ संबंध सुधारने के लिए काम कर रहा है.

जनवरी में, इराक ने आठ देशों के अरेबियन गल्फ कप की मेजबानी की थी. यह पहला ऐसा अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मुकाबला था, जिसकी मेजबानी देश ने चार दशकों से अधिक समय में पहली बार की थी.

एए/सीके (एपी, रॉयटर्स)

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