अधिकांश प्रमुख राजनीतिक दलों द्वारा सत्र का बहिष्कार करने के बाद इराक की संसद ने सोमवार को देश के राष्ट्रपति के लिए निर्धारित मतदान को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया.
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इराक में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान सोमवार को होना था, लेकिन संसद में प्रतिनिधित्व करने वाले राजनीतिक दलों ने सत्र का बहिष्कार किया और मतदान अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया. इराक में चार महीने पहले आम चुनाव हुए थे. तब से नए प्रधानमंत्री की नियुक्ति नहीं हुई है. देश के राष्ट्रपति के चुनाव के लिए संसद में मतदान सोमवार दोपहर को होना था. वर्तमान में इराकी कुर्द अल्पसंख्यक के सदस्य बरहम सलीह के पास राष्ट्रपति का पद है.
विभिन्न संसदीय गुटों और राजनीतिक दलों के सत्र के बहिष्कार के आह्वान के कारण इराक में राजनीतिक संकट खड़ा हो गया है. बगदाद के भारी सुरक्षा वाले ग्रीन जोन में 329 सीटों वाली संसद के पास इस पद के चुनाव के लिए आवश्यक दो-तिहाई बहुमत होने की संभावना नहीं है. सोमवार दोपहर संसद भवन में कुछ दर्जन सदस्य ही जुटे. नाम न बताने की शर्त पर एक सरकारी अधिकारी ने एएफपी से पुष्टि की कि "राष्ट्रपति चुनाव के लिए कोई मतदान नहीं होगा."
पिछले साल अक्टूबर में इराक के संसदीय चुनावों में मतदान बहुत कम हुआ था. इसके अलावा, चुनाव के अंतिम परिणामों की पुष्टि करने में कई महीने लग गए और इस देरी के कारण, राजनीतिक समूहों के बीच गंभीर बातचीत के बावजूद, संसद में बहुमत गठबंधन बनाना संभव नहीं था और प्रधानमंत्री मुस्तफा अल-कदीमी की जगह लेने के लिए नया प्रधानमंत्री चुना नहीं जा सका.
इराक में 10 अक्टूबर, 2021 को पांचवां संसदीय चुनाव हुआ, जहां शिया मुस्लिम धर्मगुरु मुक्तदा अल-सद्र का सदर आंदोलन 329 में से 73 सीटों के साथ सबसे बड़ा विजेता बनकर उभरा.
इराकी संविधान के अनुसार, सांसदों को अपने सदस्यों के दो-तिहाई बहुमत से उम्मीदवारों में से एक नए इराकी राष्ट्रपति का चुनाव करना चाहिए और राष्ट्रपति का कार्यकाल चार साल तक सीमित रहेगा. एक बार निर्वाचित होने के बाद, नए राष्ट्रपति सबसे बड़े संसदीय गठबंधन को 30 दिनों के अंदर सरकार बनाने के लिए प्रधानमंत्री का नाम देने के लिए कहेंगे. इराक के राष्ट्रपति चुनाव में देरी से वहां मौजूदा राजनीतिक संकट और बढ़ सकता है.
एए/सीके (एएफपी, एपी)
इन राष्ट्राध्यक्षों को मांगनी पड़ी माफी
पिछले कुछ दिनों से ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की एक पार्टी चर्चा में है. इसके लिए उन्हें माफी मांगनी पड़ी है. उनके अलावा ऐसे और भी राष्ट्राध्यक्ष हुए हैं, जिन्होंने अपनी किसी हरकत या गलती के लिए माफी मांगी है.
तस्वीर: Fotolia/lafota
बोरिस जॉनसन
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अपने बर्ताव पर माफी मांगी है. यह मामला डाउनिंग स्ट्रीट में हुई एक गार्डन पार्टी में शामिल होने से जुड़ा है. यह पार्टी तब हुई, जब ब्रिटेन में सख्त लॉकडाउन लगा हुआ था. प्रधानमंत्री ने इस पार्टी में शामिल होने की बात पहले नहीं कबूली थी. मुद्दा गरमाने के बाद उन्होंने गलती मानी और माफी मांगी. आगे की स्लाइडों में देखिए माफी मांगने वाले कुछ और नेता.
तस्वीर: House of Commons/PA via AP/picture alliance
बिल क्लिंटन
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन का नाम एक स्कैंडल से जुड़ा था. राष्ट्रपति रहते हुए उनके व्हाइट हाउस की एक इंटर्न मोनिका लेवेंस्की से अनुचित संबंध थे. महीनों तक इनकार करते रहने के बाद अगस्त 1998 में क्लिंटन ने आरोप कबूले. टीवी पर लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने लोगों को और यहां तक कि अपनी पत्नी को भी गुमराह किया. क्लिंटन ने अपने किए पर गहरा अफसोस जताया था.
तस्वीर: Timothy A. Clary/AFP
पार्क ग्यून हे
दक्षिण कोरिया की पूर्व राष्ट्रपति पार्क ग्यून हे पर भ्रष्टाचार और पद के दुरुपयोग के आरोप थे. 2016 में महाभियोग चलाकर उन्हें पद से हटाया गया. उन्हें 24 साल जेल की सजा सुनाई गई थी, दिसंबर 2021 में पांच साल की कैद के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया. महाभियोग के पहले उन्होंने कई बार माफी मांगी थी. नवंबर 2016 में टीवी पर प्रसारित एक संदेश में उन्होंने कहा कि जो भी हो रहा है, उनकी गलती के चलते हो रहा है.
तस्वीर: Ahn Young-joon/AP Photo/picture alliance
जस्टिन ट्रूडो
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो कई बार विवादों में फंस चुके हैं. 2019 में चुनाव से ठीक पहले उनकी कुछ पुरानी तस्वीरें और वीडियो सामने आए. इन तस्वीरों में ट्रूडो ने अपने चेहरे को मेकअप से काला-भूरा किया हुआ था. इस 'ब्लैकफेस' विवाद को लेकर उनकी बहुत आलोचना हुई. पहले तो ट्रूडो ने कहा कि उन्हें ये तस्वीरें याद नहीं हैं. बाद में उन्होंने कहा कि लोगों को ठेस पहुंचाने के लिए वह माफी चाहते हैं.
तस्वीर: Sean Kilpatrick/ZUMAPRESS/picture alliance
टोनी ब्लेयर
अक्टूबर 2015 में अमेरिकी समाचार नेटवर्क सीएनएन को दिए एक इंटरव्यू में पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर ने इराक हमले से जुड़ी 'गलतियों' पर माफी मांगी थी. ब्लेयर ने कहा था, "मैं इस बात की माफी मांगता हूं कि हमें जो खुफिया रिपोर्ट मिली, वह गलत थी. हालांकि सद्दाम ने अपने नागरिकों और बाकियों के खिलाफ रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया, लेकिन इराक का प्रोग्राम वैसा नहीं था जैसा हम समझ रहे थे."
तस्वीर: DW
रोड्रिगो डुटेर्टे
सितंबर 2016 में फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो डुटेर्टे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई. इसके बाद कई मीडिया रिपोर्टों में बताया गया कि डुटेर्टे ने इस कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रपति बराक ओबामा को "सन ऑफ अ होर" कहा है. खबर सामने आने पर व्हाइट हाउस ने ओबामा और डुर्टेटे की प्रस्तावित मीटिंग रद्द कर दी. इसके बाद डुटेर्टे ने बयान जारी कर खेद जताया. यह भी कहा कि गाली ओबामा को नहीं, बल्कि एक पत्रकार को दी थी.
तस्वीर: Toto Lozano/Malacanang Presidential Photographers Division/AP/picture alliance