जापानी अरबपति यूसाकु मीजावा 12 दिनों की अंतरिक्ष यात्रा पूरी कर पृथ्वी पर वापस लौट आए हैं. अब वो 2023 में एलन मस्क के स्पेसएक्स यान में चांद का एक चक्कर लगाना चाहते हैं.
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46 साल के मीजावा फैशन की दुनिया के बड़े उद्योगपति और कलाकृतियों का संग्रह करने के शौकीन हैं. उन्होंने आठ दिसंबर को कजाखस्तान के बैकोनूर कॉस्मोड्रोम से अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी थी. इस उड़ान में उनके साथ थे उनके सहायक योजो हिरानो और रूसी अंतरिक्ष यात्री एलेग्जेंडर मिसुर्किन.
सोमवार, 20 दिसंबर को तीनों कजाख स्टेप्पीस पर उतरे. उन्होंने यह यात्रा एक सोयूज यान में की और इसी के साथ मीजावा एक दशक से भी ज्यादा की अवधि में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर जाने वाले पहले पर्यटक बने. इस दौरान वो सोशल मीडिया पर लगातार तस्वीरें डालते रहे और अपने फॉलोवर्स का मनोरंजन करते रहे.
अंतरिक्ष में जीवन की झलक
उन्होंने अंतरिक्ष से उनके गृह क्षेत्र जापान के चिबा प्रांत की तस्वीर और शून्य ग्रैविटी में चाय बनाते हुए अपनी तस्वीर सोशल मीडिया पर डाली. उन्होंने अंतरिक्ष में साफ अंडरवियर की कमी पर भी चर्चा की.
यूट्यूब पर अपने 10 लाख फॉलोवर्स के लिए उन्होंने अंतरिक्ष में दांत कैसे साफ किए जाते हैं, चाय कैसे पी जाती है, सोया कैसे जाता है और शौच कैसे किया जाता है जैसे वीडियो साझा किए. वो जब केंद्रीय कजाखस्तान के कसबे जेजकाजगान से करीब 150 किलोमीटर दूर धरती पर उतरे तो वहां बर्फीला मौसम और शून्य से नीचे तापमान था.
उतरने के वीडियो में तीनों को मुस्कुराते हुए देखा गया. 2023 में जब मीजावा स्पेसएक्स के साथ चांद की यात्रा पर जाएंगे तो वो उस अभियान के पहले निजी यात्री होंगे. 2019 में सॉफ्टबैंक को अपना ऑनलाइन फैशन बिजनेस जोजो बेचने वाले मीजावा ऐसे आठ लोगों की तलाश में हैं जो 2023 में चांद की यात्रा पर उनके साथ जाएंगे.
इसके लिए आवेदकों को एक मेडिकल टेस्ट और एक इंटरव्यू पास करना है. उनकी यात्रा से एक दशक के अंतराल के बाद अंतरिक्ष पर्यटन में रूस की वापसी हुई है. इस दशक में रूस को अमेरिका से बढ़ती प्रतियोगिता का सामना करना पड़ा है. यह साल निजी अंतरिक्ष यात्रा के क्षेत्र में एक नया मोड़ लाया.
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अंतरिक्ष पर्यटन का साल
मस्क, जेफ बेजोस और रिचर्ड ब्रैंसन जैसे अरबपतियों ने इसी साल अंतरिक्ष की व्यावसायिक पर्यटन उड़ानों की शुरुआत की. खुद पैसे दे कर अंतरिक्ष जाने के इच्छुक लोगों को अंतरिक्ष में भेजने का रूस का लंबा इतिहास है और वो इस क्षेत्र में अपना रुतबा कायम रखना चाहता है.
अमेरिका कंपनी स्पेस एडवेंचर्स के साथ मिलकर रूस की अंतरिक्ष एजेंसी रॉसकॉसमॉस ने 2001 के बाद सात पर्यटकों को आईएसएस भेजा है. नासा ने 2011 में जब अपने स्पेस शटल को सेवानिवृत्त किया तब रूस के पास आईएसएस में लोग और रसद भेजने का एकाधिकार हो गया.
तब से रूस ने अंतरिक्ष में पर्यटकों को भेजन भी बंद कर दिया. फिर नासा ने रूस के सोयूज यानों में सीटों को खरीदना शुरू करे दिया और नौ करोड़ डॉलर प्रति सीट की दर से सारी सीटें खरीद लीं. इससे पर्यटन उड़ाने खत्म हो गईं.
फिर 2020 में जब स्पेसएक्स ने पहली बार अंतरिक्ष यात्रियों को आईएसएस पहुंचाया तो उसके बाद से नासा ने उससे उड़ानें खरीदना शुरू कर दिया. इससे रूस का एकाधिकार खत्म हो गया और उसकी माली रूप से कमजोर अंतरिक्ष एजेंसी का राजस्व और घट गया.
अब अंतरिक्ष पर्यटन के इस नए दौर से रॉसकॉसमॉस की फिर से कमाई होने लगी है. संस्था इस बिजनेस को और आगे बढ़ाने की योजना बना रही है.
सीके/एए (रॉयटर्स, एएफपी)
क्या अंतरिक्ष में शराब पी जा सकती है?
अंतरिक्ष में जीवन कैसा होता है? वहां लोग सूसू-पॉटी कैसे जाते हैं, सेक्स कैसे करते हैं, खाना कैसे खाते हैं जैसे सवाल सबके मन में उठते हैं. लीजिए सात ऐसे ही जरूरी सवालों के जवाब जानिए...
तस्वीर: Bruce Weaver/AFP/Getty Images
क्या अंतरिक्ष में शराब पी जा सकती है?
1975 में अंतरिक्षयात्रियों थॉमस स्टैफर्ड और डीक स्लेटन को वोडका ट्यूब दी गई थीं. लेकिन ट्यूब में वोडका शराब नहीं बल्कि इस ब्रैंड का चुकंदर का सूप था. अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर शराब पीने की मनाही है क्योंकि अल्कोहल में एथेनॉल होता है जो बहुत ज्वलनशील होता है और साज ओ सामान को खराब कर सकता है. अंतरिक्षयात्रि तो ऐसे माउथवॉश या आफ्टरशेव भी प्रयोग नहीं कर सकते, जिनमें अल्कोहल हो.
तस्वीर: NASA
क्या अंतरिक्ष में कभी कोई मरा है?
1967 में एक पायलट की मौत हुई थी, जिसे अंतरिक्ष में हुई पहली मौत माना गया क्योंकि उसका विमान 50 मील से अधिक की ऊंचाई पर उड़ रहा था. 1967 और 1971 में अंतरिक्षयान में सोवियत संघ के चार यात्री मारे गए थे. 1986 में चैलेंजर स्पेस शटल उड़ान भरने के मात्र 73 सेकंड बाद धमाके से फट गया और सभी सात यात्री मारे गए. 2003 में कोलंबिया स्पेस शटल में धरती पर लौटते हुए विस्फोट हुआ और सात यात्री मारे गए.
तस्वीर: Thom Baur/AP/picture alliance
बिना गुरुत्वाकर्षण नंबर दो कैसे संभव होता है?
अंतरिक्ष यात्रियों की टॉयलेट सीट वैक्यूम जैसी होती है. जैसे ही उस पर बैठो, सोखना शुरू कर देती है. वैसे, अंतरिक्ष में पेशाब को रीसाइकल कर पीने का पानी बनाया जाता है.
तस्वीर: Long Wei/Costfoto/picture alliance
क्या अंतरिक्ष यात्री जल्दी मर जाते हैं?
गुरुत्वहीनता में रहने का शरीर पर असर तो पड़ता है. सिर में द्रव्य बनते हैं और करीब एक लीटर रक्त कम हो जाता है. इसलिए धरती पर लौटने के बाद यात्री अक्सर पीले नजर आते हैं. लेकिन वैज्ञानिकों को अभी भी यह नहीं पता कि लंबी अवधि में अंतरिक्ष यात्रा का शरीर पर कितना असर होता है.
तस्वीर: Bill Ingalls/NASA/epa/dpa/picture-alliance
कैसे सोते हैं अंतरिक्ष यात्री?
गुरुत्वहीनता के कारण बिस्तर में लेटना संभव नहीं है इसलिए यात्री स्लीपिंग बैग इस्तेमाल करते हैं, जो छोटे से केबिन में दीवार से चिपकाया गया होता है. चिपकाया इसलिए जाता है ताकि यह इधर उधर ना तैरे और कहीं टकरा ना जाए.
तस्वीर: Zhang Yirong/Xinhua/picture alliance
कितना पैसा कमाते हैं अंतरिक्ष यात्री?
1969 में अपोलो 11 फ्लाइट में गए तीन यात्रियों में से नील आर्मस्ट्रॉन्ग को सबसे ज्यादा धन मिला था. 27,401 डॉलर यानी आज के हिसाब से लगभग 2,09,122 डॉलर. आज अंतरिक्ष यात्रियों को अपने कौशल और अनुभव के आधार पर 66,000 से एक लाख 60 हजार डॉलर (भारतीय रुपयों में 50 लाख से डेढ़ करोड़ के बीच) मिलते हैं.
तस्वीर: NASA
स्पेस में सेक्स का मन करे तो?
अंतरिक्ष में सेक्स करना पृथ्वी से काफी अलग तरह का अनुभव होता है. यौन इच्छा तो हो सकती है लेकिन हर 90 मिनट में आपकी आंतरिक घड़ी की लय बदल जाती है और उससे सब कुछ बदल जाता है, जिसमें आपके सेक्स हॉरमोन भी शामिल हैं और संभवतः आपकी कामेच्छा भी.