जापान में नापसंद करते हैं टैटू को
४ सितम्बर २०१९_______________
हमसे जुड़ें: WhatsApp | Facebook | Twitter | YouTube | GooglePlay | AppStore
बहुत गलत समझा गया है टैटू को
इंग्लैंड के फालमथ में स्थित कॉर्नवॉल नेशनल मैरीटाइम म्यूजियम में लगी प्रदर्शनी "ब्रिटिश टैटू आर्ट रिवील्ड" टैटुओं की आज तक की सबसे बड़ी प्रदर्शनी है.
3डी आर्ट
यहां 400 से अधिक मूल कलाकृतियां, फोटो और ऐतिहासिक कलाकृतियां रखी गयी हैं. यह टैटू कला के इतिहास और संस्कृति को दर्शाता है. इसे कला की अभिव्यक्ति के माध्यम के रूप में इस्तेमाल किये जाने की परंपरा रही है. यह सभी 3डी मॉडल हैं.
मिथक और पूर्वाग्रह
प्रदर्शनी में ब्रिटेन के टैटू कला का इतिहास दिखाया गया है. यूके के करीब 100 ऐसे समसामयिक टैटू कलाकारों का काम यहां प्रदर्शित है. टैटू बनवाने को कई बार किसी खास वर्ग या उम्र के लोगों के साथ जोड़ कर देखा जाता है, जिसका यह प्रदर्शनी जवाब देती है.
100 हाथ वाला प्रोजेक्ट
सिलिकॉन के नकली हाथों पर टैटू डिजाइन प्रदर्शनी के लिये ही तैयार किये गये. ऐसे 100 हाथ यहां दिखाये गये हैं. हर हाथ पर एक नयी डिजाइन है जिसे ब्रिटेन के किसी टैटू आर्टिस्ट ने अपने हाथों से बनाया है. क्यूरेटर टैटू को ऐसी कला मानते हैं, जो समय के साथ मिट जाती है.
इंसान की त्वचा पर टैटू
यहां कुछ ऐसे नमूने भी रखे गये हैं, जो असल इंसानी चमड़ी पर बने थे. उनकी त्वचा को संरक्षित किया गया और इस तरह 19वीं सदी के कई लोकप्रिय टैटू डिजाइन दिखाये जा सके. यह नमूने लंदन के वेलकम मेडिकल स्किन कलेक्शन से लाये गये हैं.
पुरानी टैटू मशीन
ब्रिटेन की पहली महिला टैटू कलाकार जेसी नाइट की इस्तेमाल की हुई कई टैटू मशीनों में से एक यहां रखी गयी है. इसका इस्तेमाल कर जेसी नाइट ने सन 1920 से लेकर 1960 के दशक तक लोगों की त्वचा पर कला रची.
टैटू का जादू
प्रदर्शनी के क्यूरेटर डॉक्टर मैट लॉडर ऐसी सौ सिलिकॉन बाहों के सामने खड़े होकर कहते हैं, "टैटू बनाना एक जादुई, रोमांटिक, उत्तेजक और अक्सर गलत समझी जाने वाली कला है. इस प्रदर्शनी का उद्देश्य इसके जादू को देखने वालों तक पहुंचाना है.” (नदीन बैर्गहाउजेन/आरपी)