बांग्लादेश में फैक्ट्रियों में काम करने लाखों कर्मचारी भुखमरी के कगार पर पहुंच सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि दुनिया के मशहूर फैशन ब्रांड्स ने या तो अपने ऑर्डर रद्द कर दिए हैं या फिर उन्हें आगे खिसका दिया है.
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बांग्लादेश कपड़ा उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि यह ऑर्डर करीब 138 अरब डॉलर के हैं. खुदरा बिक्री में तेजी से आई वैश्विक गिरावट के बाद 100 से अधिक बांग्लादेशी फैक्ट्रियों के आर्डर पहले ही रद्द हो चुके हैं. जारा, एच एंड एम ने अस्थायी तौर पर यूरोप में अपने स्टोर बंद कर दिए हैं. कोरोना वायरस ने चीन के बाद सबसे ज्यादा यूरोप को ही प्रभावित किया है. बांग्लादेश गार्मेंट मन्युफैक्चरर्स एंड एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन की अध्यक्ष रुबाना हक कहती हैं, "हम निर्यात से होने वाली आय पर पूरी तरह निर्भर होते हैं."
इस एसोसिएशन के 4,000 से अधिक सदस्य हैं. वह कोरोना वायरस को "सदी का अभिशाप" करार देती हैं. वह कहती हैं, "हमारी सभी ब्रांड्स से अपील है कि जून तक ऑडर्स जारी रखे, किसी भी रूप में हमारा समर्थन जारी रखे ताकि कर्मचारी भूखे न रहे. ऑर्डर रद्द हो जाएंगे तो उनका जीवन कैसे चलेगा?"
चीन के बाद बांग्लादेश दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कपड़ा सप्लायर है. वह अधिकतर बड़े ब्रांड्स पर निर्भर रहता है. बांग्लादेश में कपड़ा उद्योग में 40 लाख लोगों को रोजगार मिला हुआ है, जिनमें ज्यादातर महिलाएं हैं. कोरोना वायरस से निपटने के लिए एक के एक बाद कई देश कड़े प्रतिबंध लगा रहे हैं. उड़ानें रद्द हो रही हैं, मॉल और दुकानें बंद हो रही हैं. इसका असर बांग्लादेश के कपड़ा उद्योग पर भी हुआ है. गार्मेंट ब्रांड एच एंड एम का कहना है कि वैश्विक मांग घटने से उसे भी चोट पहुंची है. हालांकि उसका कहना है कि वह अपने सप्लायर्स से संवाद बिठाए हुए है. कंपनी के प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन को ईमेल के जरिए बताया, "हमारे सप्लायर्स के लिए लंबे समय के लिए प्रतिबद्धता बरकरार रहेगी."इस कठोर स्थिति में हमें तेजी से प्रतिक्रिया देने की जरूरत है, हमारे व्यापारिक भागीदारों के साथ मिलकर, और ऐसे फैसले लेने चाहिए जो अल्पकाल में कड़े हों लेकिन लंबे दौर के लिए जरूरी हो. हमें समस्या का समाधान निकालना होगा जो सभी पार्टियों के लिए लाभदायक हो."
लॉकडाउन से कोरोना को हराएगा भारत
भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए कई शहरों में लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है. तस्वीरों में देखिए लॉकडाउन का पहला दिन कैसा रहा.
तस्वीर: DW/A. Ansari
लॉकडाउन
दिल्ली समेत 22 राज्यों में लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है. सोमवार को कई घरों में अखबार नहीं आए, घर में हाथ बंटाने वाली नौकरानी भी छुट्टी पर रहीं. देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए लॉकडाउन की घोषणा की गई है.
तस्वीर: DW/A. Ansari
वीरान सड़कें
आम तौर पर जिन सड़कों पर गाड़ियों की भीड़ होती हैं वहां अब गिनती के लोग और कुछ ही गाड़ियां नजर आ रही हैं.
तस्वीर: DW/A. Ansari
नियम क्यों नहीं मानते लोग?
तालाबंदी की घोषणा के बावजूद कुछ ऐसे भी लोग हैं जो बेवजह सड़कों पर तफरी करते दिखे. कुछ निजी वाहन चालक नियम तोड़ते नजर आए हालांकि पुलिस ने उन्हें घर पर रहने की सलाह दी. केंद्र ने भी राज्यों से कानून का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने को कहा है.
तस्वीर: DW/A. Ansari
सड़क पर फंसे लोग
कुछ ऐसे लोग बीच रास्ते पर फंस गए जिन्हें दिल्ली या फिर उसके आगे जाना है. सार्वजनिक परिवहन की इजाजत नहीं होने की वजह से लोग घंटों गाड़ियों के इंतजार में खड़े दिखे.
तस्वीर: DW/A. Ansari
बाजार बंद
दिल्ली के अलावा नोएडा में भी लॉकडाउन का खासा असर दिखा. जिन बाजारों में जहां सामान्य दिनों में पैर रखने की जगह नहीं होती, वहां अब सन्नाटा पसरा है.
तस्वीर: DW/A. Ansari
किसको छूट
सरकार ने दवा, किराना स्टोर को खुले रखने की इजाजत दी है. राशन की दुकानों में भी चार से अधिक लोगों को अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है.
तस्वीर: DW/S. Ghosh
साफ-सफाई है जरूरी
कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए सरकारी और नगर पालिका के कर्मचारी लॉकडाउन की स्थिति में भी आपात ड्यूटी कर रहे हैं.
तस्वीर: DW/A. Ansari
लॉकडाउन का पालन कितना अहम
कई लोग लॉकडाउन को बेहद हल्के में ले रहे हैं. हालांकि सरकार चाहती है कि जो जहां है वहीं रहे लेकिन कुछ लोग अब भी घरों से बाहर आकर नियमों की अनदेखी कर संक्रमण का खतरा मोल रहे हैं.
तस्वीर: DW/A. Sharma
मेट्रो ठप्प
दिल्ली मेट्रो के बंद होने के कारण लाखों लोगों का एक जगह से दूसरी जगह जाना बंद हो गया जिससे वायरस के कम्युनिटी संक्रमण को रोकने में मदद मिलने की उम्मीद है.
तस्वीर: DW/A. Ansari
एहतियात जरूरी
दिल्ली-एनसीआर की कॉलोनियों में जो सब्जी बेचने वाले विक्रेता आ रहे हैं वह भी मास्क लगाकर आ रहे हैं. साथ ही वह खरीदारों से कम से कम एक मीटर की दूरी बनाए रखने और सब्जी नहीं छूने की सलाह दे रहे हैं.
तस्वीर: DW/A. Ansari
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कर्मचारी संगठनों का कहना है कि अब तक किसी कर्मचारी को तो नौकरी से नहीं निकाला गया है लेकिन उन्हें कोरोना वायरस के कारण नौकरी खोने का संकट सताने लगा है. बांग्लादेश सेंटर फॉर वर्कर सॉलिडेरिटी की संस्थापक कल्पोना अक्तर कहती हैं, "यह कर्मचारी इतना ही कमा पाते हैं कि उनका किसी तरह से गुजारा हो सके लेकिन उन्होंने सुना है कि ऑर्डर रद्द हो रहे हैं, इसलिए वे थोड़ा घबराए हुए हैं." अक्तर कहती हैं कि कर्मचारियों को वायरस के संक्रमण का भी खतरा सता रहा है.
एए/सीके (थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन )
कोरोना से बचना है तो ये करें
सोशल मीडिया पर कोरोना संक्रमण से बचने के लिए कई तरह के नुस्खे बताए जा रहे हैं.लेकिन अगर आप सच में कोरोना से बचना चाहते हैं तो सिर्फ यही टिप्स काम आएंगी. ध्यान से पढ़ें..
तस्वीर: Getty Images/Y. Nazir
सोशल डिस्टैन्सिंग
2020 में शायद यह सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द साबित होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राष्ट्र के नाम अपने संदेश में इस पर जोर दिया. सोशल डिस्टैन्सिंग मतलब किसी भी व्यक्ति से कम से कम एक या मुमकिन हो तो दो मीटर की दूरी बना के रखें.
तस्वीर: DW/S. Chabba
हाथ धोएं
बार-बार साबुन से हाथ धोएं. साबुन को कम से कम बीस सेकंड तक हाथों पर मलें. वायरस को हटाने के लिए इतना वक्त जरूरी है. हथेली के साथ-साथ कलाई पर भी साबुन लगाए.
तस्वीर: Imago Images/allover-mev
नमस्ते
हाथ मिलाना वायरस के फैलने में सबसे ज्यादा जिम्मेदार है. इस बीच पश्चिमी देश भी भारत के नमस्ते का इस्तेमाल करने लगे हैं. जब तक कोरोना का खतरा पूरी तरह नहीं टल जाता, दुनिया भर के लोगों को हाथ मिलाने और गले लगने से बचना होगा.
तस्वीर: picture-alliance/Photoshot
चेहरे को ना छुएं
कोरोना वायरस नाक, मुंह और आंखों के रास्ते से शरीर में प्रवेश करता है. ऐसे में अगर आपने अनजाने में संक्रमित सतह को छुआ है और हाथ नहीं धोया है, तो चेहरे को छूने से आप संक्रमित हो सकते हैं.
तस्वीर: Colourbox
दस्ताने पहनें
इस वक्त सब लोगों का ध्यान मास्क खरीदने पर है जबकि जानकारों का कहना है कि सामान्य मास्क वायरस को रोक नहीं सकते. बेहतर होगा अगर मास्क की जगह दस्ताने खरीदें. लेकिन इन्हें बार-बार बदलना जरूरी है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/S. Pilick
खांसने और छींकने का तरीका बदलें
ज्यादातर लोग खांसते या छींकते वक्त मुंह के आगे हाथ रख लेते हैं. हाथ की जगह बाजू का इस्तेमाल करें और कोहनी की ओर मुंह कर के आस्तीन में खांसें या छींकें. कपड़े धुलने के साथ वायरस भी धुल जाएगा.
तस्वीर: Fotolia/Brenda Carson
रुमाल की जगह टिश्यू
अगर आपको रुमाल जेब में रखने की आदत है, तो इसे बदलें और कागज के टिश्यू का इस्तेमाल करें. इस्तेमाल के बाद इसे फौरन कूड़ेदान में फेंक दें. नहीं तो टिश्यू या रुमाल के साथ वायरस भी आपकी जेब में रह जाएगा.
तस्वीर: picture-alliance
घर पर रहें
भीड़ वाली जगहों से दूर रहें. जब तक बहुत जरूरी ना हो घर से बाहर ना निकलें. नौकरीपेशा लोगों के लिए सभी कंपनियां अब घर से ही काम करना मुमकिन बना रही हैं.
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लिफ्ट का बटन ना छुएं
अगर घर से बाहर निकना जरूरी है तो लिफ्ट के बटन और दरवाजों के हैंडल को छूने से बचें क्योंकि आप नहीं जानते कि आपसे पहले किस किस ने उसे छुआ है. बटन दबाने के लिए कोहनी का इस्तेमाल कर सकते हैं.
तस्वीर: picture-alliance /W.Steinberg
फॉरवर्ड पढ़ना बंद करें
सोशल मीडिया और खास कर व्हॉट्सएप पर कोरोना से जुड़ी पोस्ट की भरमार है जिसे लोग अंधाधुंध एक दूसरे को फॉरवर्ड कर रहे हैं. जब तक आपको विश्वसनीय स्रोत का पता ना हो, इन संदेशों पर विश्वास ना करें.