रूसी युद्ध के खिलाफ एकजुट रहना होगा: बाइडेन
२६ जून २०२२जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए जर्मनी पहुंचे बाइडेन ने रविवार को कहा, "रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन उम्मीद कर रहे थे कि नाटो और जी-7 देशों के बीच किसी तरह दरार आ जाएगी, लेकिन हम न तो बंटे हैं और न ही बंटने वाले हैं." अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, "हमें एकजुट रहना होगा." बाइडेन और शॉल्त्स की बैठक बवेरिया के एल्माउ महल में हुई, जहां इस साल का जी-7 सम्मेलन हो रहा है. अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, जापान, इटली और कनाडा के इस समूह की बैठक में इस बार सबसे बड़ा मुद्दा यूक्रेन युद्ध है.
बाइडेन ने शॉल्त्स से कहा, "चांसलर बनने पर आपने जिस तरह आगे बढ़कर कमान अपने हाथों में संभाली, उसके लिए मैं आपको बधाई देता हूं. आपने पूरे यूरोप पर जो प्रभाव डाला है, खासकर यूक्रेन के मामले में, उसकी मैं प्रशंसा करता हूं."
बातचीत में बाइडेन ने अपने स्कीइंग के दिनों को भी याद करते हुए आल्प्स की खूबसूरती पर बात की. इस मौके पर एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी की ओर से यह भी कहा गया कि बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के बाद से अमेरिका ने जर्मनी के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करने के लिए खूब प्रयास किया है.
यूक्रेन की और हथियारों की अपील
उधर, यूक्रेन की सरकार ने जर्मनी में जुटे जी-7 नेताओं से और हथियार मुहैया कराने की अपील की है. यूक्रेन ने इन देशों से रूस पर और प्रतिबंध लगाने की अपील भी की है. दोनों पक्षों की यह बातचीत रविवार तो तब हुई, जब कुछ घंटे पहले ही रूस ने कीव की एक रिहायशी इमारत पर हमला किया.
यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने अपने ट्वीट में लिखा, "जी-7 सम्मेलन में रूस पर और प्रतिबंध लगाए जाने चाहिए और यूक्रेन को और हथियार मुहैया कराने चाहिए. रूस के घृणित साम्राज्यवाद को हराना ही होगा."
यूक्रेनी अधिकारियों के मुताबिक कीव की इस नौ मंजिला इमारत पर हमले में कई लोग घायल हो गए, जब कई लोग मलबे में फंस गए हैं. बचावकर्मी राहत कार्य में जुटे हैं. उन्होंने सात साल की एक बच्ची के साथ उसकी मां को बचाया.
आर्टेम हथियार फैक्ट्री के नजदीक ही बनी इस रिहायशी इमारत को रूस पहले भी निशाना बना चुका है. यूक्रेनी गृह मंत्री के सलाहकार एंतोन हेराशेंको ने बताया कि रिहायशी इमारत के अलावा शेवशेंको जिले में किंडरगार्डन के पास भी एक रॉकेट आकर गिरा.
"भूख को हथियार बना रहा रूस"
यूरोपीय परिषद के अधयक्ष चार्ल्स मिशेल ने रूस पर भूख को हथियार बनाने का आरोप लगाया है. माइकल ने कहा, "वैश्विक खाद्य संकट के लिए रूस जिम्मेदार है, जिसमें गरीब देश और कम आय वाले परिवार शिकार बन रहे हैं." जी-7 सम्मेलन शुरू होने से पहले अपने बयान में मिशेल ने कहा कि रूस इस जंग में खाने को अदृश्य हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहा है और खाने को लेकर रूस के प्रोपोगैंडा का मुकाबला किया जाना चाहिए.
मिशेल ने कहा, "रूस बंदरगाहों को अवरुद्ध कर रहा था, खेती के इन्फ्रास्ट्रक्चर पर हमला कर रहा था और अनाज के खेतों को जंग के मैदान में बदल रहा था." रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू हुए चार महीने से ज्यादा वक्त हो गया है. इसकी वजह से यूक्रेन में पैदा हुआ अनाज देश से बाहर नहीं जा पा रहा है. नतीजतन दुनिया के कई हिस्सों में खाद्यान्न कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है.
वीएस/एके (एएफपी, डीपीए)