अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति और उनके चीनी समकक्ष ने सोमवार को वर्चुअल बातचीत की. वार्ता का उद्देश्य व्यापार, ताइवान और मानवाधिकारों पर विवादों के बीच दोनों पक्षों के बीच तनाव कम करना है.
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व्यापार, प्रौद्योगिकी, ताइवान और मानवाधिकार समेत कई मुद्दों पर दोनों पक्षों के बीच बढ़ती खाई के बीच दोनों नेता तनाव कम करने के लिए बातचीत के लिए साथ आए हैं. बैठक की शुरूआत में बाइडेन ने कहा, "दुनिया और अपने लोगों के प्रति हमारी जिम्मेदारी है." साथ ही उन्होंने कहा, "सभी देशों को समान नियमों का पालन करना चाहिए."
दोनों नेताओं जब अपने अपने देशों में उप राष्ट्रपति थे तब दोनों ने एक साथ यात्रा की थी और एक दूसरे को अच्छी तरह से जानते हैं. लेकिन बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के बाद से उनकी आमने-सामने बैठक नहीं हुई है. शी ने बैठक की शुरूआत में कहा, "बाइडेन मेरे पुराने दोस्त हैं." उन्होंने कहा कि प्रतिद्वंद्वियों को एक साथ काम करना चाहिए. जिनपिंग के मुताबिक, "चीन और अमेरिका को संवाद और सहयोग बढ़ाने की जरूरत है."
चीनी सरकारी मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जिनपिंग ने कहा कि जलवायु परिवर्तन और कोविड-19 जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए एक स्वस्थ और स्थिर द्विपक्षीय संबंध आवश्यक है. जिनपिंग ने कहा, "आम सहमति बनाने, सक्रिय कदम उठाने और चीन-अमेरिका संबंधों को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ाने के लिए मैं आपके साथ काम करने के लिए तैयार हूं."
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कैसे कम हो टकराव
बाइडेन ने कहा कि दोनों नेताओं को यह सुनिश्चित करने के लिए एक "सुरक्षा जाल" बनाना चाहिए कि दोनों देशों के बीच प्रतिस्पर्धा टकराव में न बढ़े, या तो जानबूझकर या अनजाने में. बैठक के संबंध में बाइडेन ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में मानवाधिकारों और अन्य मुद्दों सहित वॉशिंगटन के लिए चिंता के क्षेत्रों को संबोधित करने का वादा किया.
उद्घाटन बयान के बाद बाइडेन और जिनपिंग ने कई जटिल मुद्दों पर निजी बातचीत शुरू की, जिसने दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ा दिया है. बीच में एक छोटे से ब्रेक के साथ कई घंटों तक बातचीत करने के बाद दोनों नेताओं ने अपनी बैठक को समाप्त कर दिया. चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चनयिंग ने ट्विटर पर कहा कि बैठक "व्यापक, गहन, स्पष्टवादी, रचनात्मक, वास्तविक और उत्पादक थी."
बैठक से पहले व्हाइट हाउस के अधिकारियों का कहना था कि कि वार्ता कई घंटों तक चल सकती है, लेकिन उन्होंने अधिक उम्मीदें नहीं रखी हैं. अधिकारियों का कहना है कि किसी बड़ी घोषणा या संयुक्त बयान की उम्मीद नहीं की जानी चाहिए. दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्था अमेरिका और चीन में व्यापार, प्रौद्योगिकी, प्रतिस्पर्धा नियमों, दक्षिण चीन सागर में सैन्य उपस्थिति, ताइवान और हांग कांग जैसे मुद्दे पर मतभेद हैं.
व्हाइट हाउस ने कहा कि बाइडेन ने जिनपिंग से कहा कि उन्हें मानवाधिकारों के हनन पर "चिंता" है और ताइवान की स्थिति को बदलने के लिए "एकतरफा" कदमों के खिलाफ भी चेतावनी दी है. वहीं चीनी मीडिया के मुताबिक राष्ट्रपति ने बाइडेन को चेतावनी दी कि ताइवान की स्वतंत्रता के लिए अमेरिकी समर्थन "आग से खेलने जैसा होगा."
एए/सीके (एपी, रॉयटर्स, एएफपी)
2021 के 100 सबसे प्रभावशाली लोग
टाइम मैग्जीन की ओर से जारी 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भी नाम शामिल है. जानिए और कौन-कौन हैं सूची में.
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नरेंद्र मोदी
टाइम के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हैं. टाइम ने लिखा एक स्वतंत्र देश के रूप में अपने 74 वर्षों में भारत के तीन प्रमुख नेता रहे हैं. प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने देश के लिए धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक रूप में खाका तैयार किया. इंदिरा गांधी ने युद्ध, नागरिक संघर्ष और इमरजेंसी में सरकार चलाई और नरेंद्र मोदी तीसरे हैं, जो देश की सत्ता पर काबिज हैं.
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ममता बनर्जी
टाइम के प्रभावशाली लोगों की सूची में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शामिल हैं. टाइम ने उन्हें "भारतीय राजनीति में उग्रता का चेहरा" बताया. इसी साल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी ने भारी जीत दर्ज की थी.
तस्वीर: Subrata Goswami/DW
अदार पूनावाला
टाइम मैग्जीन की सूची में सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला को भी जगह दी गई है. सीरम इंस्टीट्यूट भारत में बड़े पैमाने पर कोविड की वैक्सीन कोविशील्ड बना रही है.
तस्वीर: Serum Institute of India
मुल्ला अब्दुल गनी बरादर
तालिबान के सह-संस्थापक मुल्ला अब्दुल गनी बरादर को भी टाइम की लिस्ट में जगह मिली है. दोहा में तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख मुल्ला बरादर को तालिबान और अमेरिका के बीच दोहा शांति समझौते पर बातचीत करने का श्रेय दिया जाता है.
तस्वीर: SOCIAL MEDIA/REUTERS
6 श्रेणियों में बांटा
टाइम मैग्जीन ने इस बार सूची को छह श्रेणियों में बांटा है. इन श्रेणियों में नेता, कलाकार, पायनियर, आइकन, टाइटन और इनोवेटर्स शामिल हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/P. Buck
कवर पर प्रिंस हैरी और मार्कल
टाइम मैग्जीन के कवर पर प्रिंस हैरी और उनकी पत्नी मेगन मार्कल की तस्वीर है. ब्रिटिश महारानी एलिजाबेथ के पोते प्रिंस हैरी और उनकी पत्नी मेगन मार्कल ने इसी साल एक इंटरव्यू में ऐसी बातें कही जिनकी वजह से शाही परिवार सुर्खियों में आ गया था.
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कमला हैरिस
प्रभावशाली लोगों की सूची में भारतीय मूल की अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस का भी नाम है.
तस्वीर: Evelyn Hockstein/AP/picture alliance
बाइडेन, ट्रंप भी
विशेष रूप से डॉनल्ड ट्रंप और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन दोनों प्रभावशाली नेताओं की सूची में शामिल हैं. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी इस सूची में हैं.
अलेक्सी नवाल्नी
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे बड़े आलोचक अलेक्सी नवाल्नी को भी टाइम ने सूची में शामिल किया है. 44 साल के नवाल्नी लंबे समय से पुतिन के आलोचक रहे हैं. नवाल्नी बीते एक दशक से अपने यूट्यूब चैनल के जरिए रूसी सरकार के भ्रष्टाचार की पोल खोलने का दावा करते हैं.
तस्वीर: Maxim Shemetov/File Photo/REUTERS
टिम कुक और इलॉन मस्क
प्रभावशाली लोगों की सूची में एप्पल के सीईओ टिम कुक और इलेक्ट्रिक गाड़ियां बनाने वाली और पर्यावरण-अनुकूल ऊर्जा पर काम करने वाली कंपनी टेस्ला के सीईओ ईलॉन मस्क का भी नाम है.