केविन पेरी ने इंस्टाग्राम पर जादू किया
११ सितम्बर २०१७Kevin Parry does magic on Instagram
कैसे होता है जादू
जादू और जादूगरों की दुनिया की रहस्यों से घिरी होती है. जिसे कुछ लोग जादू मानते हैं उसे ही दूसरे लोग केवल ट्रिक कह सकते हैं. आइए जानिए जादू दिखाने वालों की दुनिया वाकई कैसी है.
कैसी होती है जादू की दुनिया
जादू और जादूगरों की दुनिया की रहस्यों से घिरी होती है. जिसे कुछ लोग जादू मानते हैं उसे ही दूसरे लोग केवल ट्रिक कह सकते हैं. आइए जानिए जादू दिखाने वालों की दुनिया वाकई कैसी है.
जादू कला है
हर मशहूर जादूगर के अपने कुछ सीक्रेट होते हैं. कभी भी वो उसकी कमीज की आस्तीन या हैट में भी छुपे हो सकते हैं. लेकिन उनका कमाल यही होता है कि दर्शक को पता ही ना चले कि कैसे उन्होंने मायाजाल रच दिया. यह सब जबरदस्त तकनीक और चकमा देने की कला से हासिल किया जाता है.
जर्मनी में जादूगरी
जर्मनी में जादूगरों के सबसे बड़े एसोसिएशन में 2,800 से भी अधिक सदस्य हैं. पेशे से जुड़े नियमों और मानकों का खयाल रखना इसका काम है. सदस्य बनने के लिए पहले एक प्रवेश परीक्षा पास करनी होती है. हर तीन साल पर एसोसिएशन जादूगरी का नेशनल चैंपियनशिप करवाती है. हर साल कोई एक साल का जादूगर चुना जाता है.
ट्रिक के पीछे का राज
जादूगर अपने ट्रिक्स कभी उजागर नहीं करता. कर दे तो शायद सारा आकर्षण ही खत्म हो जाए और उनकी रोजी रोटी पर खतरा हो जाए. जर्मनी के इस एसोसिशन के सदस्य ट्रिक्स के पीछे के राज कभी किसी के सामने ना खोलने की शपथ लेते हैं.
मंत्र
मंत्रों में जादुई शक्ति मानी जाती है. पुराने से पुराने साहित्य में ऐसा लिखा मिल जाएगा. जैसे "आबराकाडाबरा" मंत्र तीसरी सदी से ही चला आ रहा है. माना जाता ता कि इससे बीमारी और बदनसीबी दोनों दूर रहते हैं, क्योंकि यह पवित्र आत्माओं का बुलावा है.
सबसे बड़ा शो
एर्लिश ब्रदर्स यानि दो भाई आंद्रेयास और क्रिस्टियान राइनेल्ट को जर्मनी की जादू की दुनिया के पॉप स्टॉर का दर्जा मिला हुआ है. उन्हें देखने 2016 में फ्रैंकफर्ट के स्टेडियम में 38,503 दर्शक एक साथ इकट्ठे हुए थे, जो कि एक विश्व रिकॉर्ड है. यह तीन बार साल का जादूगर चुने जाने के लिए नामित किए जा चुके हैं.
आरी से इंसान को काटने वाला जादू
दुनिया के सबसे लोकप्रिय ट्रिक्स में से एक है. पहली बार स्टेज पर इसे 1921 में अमेरिका में दिखाया गया. एक इंसान को बॉक्स में डाला जाता है और फिर उसे दो हिस्सों में काटते हैं. फिर भी बाद में वो इंसान सही सलामत एक पीस में खड़ा दिखता है. यह तस्वीर 1994 की एक परफॉर्मेंस की है.
बड़े बड़े जोखिम भी
भले ही यह सब भ्रम का खेल हो लेकिन इसमें जोखिम असली होते हैं. स्टेज पर जादू दिखाने के दौरान कई बार बहुत बड़े बड़े हादसे हुए हैं. कई जादूगर तो जान भी गवां बैठे हैं. जी हां, जादूगरी का काम जानलेवा भी हो सकता है.
जर्मनी के सितारे
जीगफ्रीड फिशरबाखर और रॉय हॉर्न की जोड़ी को 1990 के दशक के दौरान खूब प्रसिद्धी मिली. वे शेरों और सफेद बाघों के साथ अपनी परफॉर्मेंस देते थे. साल 2003 में रॉय हॉर्न को उनके ही एक बाघ ने गंभीर रूप से घायल कर दिया था. इसके बाद इस जोड़ी ने काम बंद कर दिया.
दुनिया का सबसे बड़ा संघ
यह है इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ मैजिक सोसायटीज (FISM), जिसके 55 देशों में 60,000 से अधिक सदस्य हैं. हर तीन साल में फेडरेशन विश्व चैंपियनशिप आयोजित करती है, जहां दुनिया भर के जादूगर एक दूसरे से अलग अलग श्रेणियों में मुकाबला करते हैं.
जादूगर का प्रशिक्षु
वैसे तो बड़ा जादूगर बनने का कोई औपचारिक कोर्स नहीं होता. लेकिन बुनियादी चीजें कुछ स्कूलों में सीखी जा सकती हैं. कई बार भ्रमजाल रचने के माहिर लोग किसी युवा जादूगर को अपना शिषय बना लेते हैं और उन्हें सिखाते रहते हैं. (ऊटा गायजर-हुड/आरपी)