1 जनवरी से कॉपीराइट फ्री हो रहा है मिकी माउस का एक रूप
२६ दिसम्बर २०२३
मिकी माउस जल्द ही सबका हो जाएगा. हालांकि इसके इस्तेमाल करने के तरीके से जुड़ी कुछ शर्तें भी होंगी, लेकिन मिकी माउस का जो शुरुआती रूप था, उस पर अब सबका अधिकार हो जाएगा.
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मिकी माउस पर कॉपीराइट खत्म हो रहा है. 2024 की शुरुआत में जिन तस्वीरों, किरदारों, फिल्मों और किताबों पर कॉपीराइट खत्म हो रहा है, उनमें मिकी माउस का शुरुआती रूप भी शामिल है. यह एक ऐसा पल होगा, जिसका बहुत सारे लोगों को इंतजार था.
मिकी माउस अमेरिकी पॉप संस्कृति के सबसे चर्चित किरदारों में से एक है. इस पर सौ साल की हो चुकी डिज्नी का अधिकार है. इस किरदार की पहली फिल्म 1928 में आई थी, जब शॉर्ट फिल्म ‘स्टीमबोट विली‘ जारी हुई थी. उसमें मिकी और मिनी दोनों किरदार थे.
ड्यूक्स सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ पब्लिक डोमेन में कानून की प्रोफेसर जेनिफर जेनकिंस कहती हैं, "आखिरकार वह वक्त आ ही गया. बात मिकी माउस की हो रही है. यह मजेदार है क्योंकि वह (मिकी माउस) एक तरह का प्रतीक है.”
रोमांचित हैं लोग
हर साल 1 जनवरी को ‘पब्लिक डोमेन डे' के लिए कॉलम लिखने वालीं प्रोफेसर जेनकिंस कहती हैं, "मुझे ऐसा लग रहा है जैसे मैं स्टीमबोट की पाइप हूं, जो धुआं छोड़ती है. यह बहुत रोमांचक है.”
किसी परिकथा से दिखते हैं जर्मनी के ये किले
जर्मनी के नॉयश्वानश्टाइन किले से ही प्रेरित हो कर वॉल्ट डिजनी ने डिजनी वर्ल्ड का खूबसूरत परियों वाला किला बनवाया था. जर्मनी में ऐसे और भी कई किले मौजूद हैं जो देखने वाले को मंत्रमुग्ध कर देते हैं.
तस्वीर: DW/Emily Gordine & Olivera Zivkovic
मार्क्सबुर्ग
12वीं सदी की शुरुआत में बना यह महल ब्राउबाख शहर में राइन नदी के पास बना है. तबसे लेकर आज तक यह अपने मूल स्वरूप में ही है और इस पर कभी कोई हमला नहीं हुआ. 2002 में यह भी यूनेस्को विशव धरोहरों में शामिल हुआ.
तस्वीर: Fotolia/Umjb
राइनश्टाइन
मार्क्सबुर्ग की तरह यह भी अपर मध्य राइन घाटी में बसा है. 1823 में प्रसिद्ध बिल्डर और आर्किटेक्ट कार्ल फ्रेडरिष ने प्रशिया के प्रिंस फ्रेडरिष से इसे खरीदने की मिन्नत की. रोमांटिक काल में राइन नदी पर पुनर्निर्मित किया जाने वाला यह पहला महल बना.
तस्वीर: Fotolia/Kristan -
जात्सफाय
महल के आसपास खुदी गहरी खाई के कारण इसे सबसे सुरक्षित महल का दर्जा दिया जा सकता है. 12वीं सदी में नॉर्थ राइन वेस्टफेलिया राज्य में बने इस महल के बाहर की खाई ही इसे दुश्मनों से बचने में मदद करती थी.
तस्वीर: picture alliance/Horst Ossinger
होहेनत्सोलेर्न
थर्मल इनवर्जन के कारण तस्वीर में यह महल जादुई दिख रहा है. 1850 में बाडेन-व्युर्टेम्बर्ग में करीब 855 मीटर ऊंची पहाड़ी पर स्थित इस दुर्ग में प्रशियाई शासकों का निवास स्थान रहा.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
कोखेम
कोखेम शहर में मोजेल नदी के साथ दूर तक फैले पहाड़ पर बना यह सबसे बड़ा किला है. साल 1100 में बने और फिर 17वीं सदी के आसपास नष्ट हुए इस महल को बर्लिन के एक उद्यमी ने 1877 में फिर से नए अंदाज में बनवाया.
तस्वीर: fotolia/LianeM
आल्टेना
वर्ष 1914 में इस महल में रिचर्ड शिरमन ने दुनिया का पहला यूथ हॉस्टल खोला. नॉर्थ राइन वेस्टफेलिया राज्य में स्थित यह महल 800 साल से भी ज्यादा पुराना है. और 1918 में इसकी मरम्मत का काम पूरा हुआ.
तस्वीर: ullstein bild - Imagebroker.net
न्यूरेम्बर्ग
मध्यकाल में इस किले को शाही शासन में एक महत्वपूर्ण स्तंभ माना जाता था. रोमन शासन के कई राजा कई सदियों तक यहां रहे. दूसरे विश्व युद्ध के दौरान इसकी पुरानी वास्तुकला की चमक को लौटाने के लिए कई हिस्सों का पुनर्निर्माण किया गया.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
वार्टबुर्ग
केन्द्रीय जर्मनी के वार्टबुर्ग में 1067 में बने इस किले को देश का सबसे महत्वपूर्ण दुर्ग माना जाता है क्योंकि मार्टिन लूथर किंग ने 1521 से 1522 के बीच यहीं रहकर बाइबिल के 'न्यू टेस्टामेंट' का जर्मन भाषा में अनुवाद किया था. वार्टबुर्ग को 1999 से ही यूनेस्को विश्व धरोहर का दर्जा मिला हुआ है.
तस्वीर: Fotolia
बुर्गहाउसेन
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में अपर बवेरिया के इस महल के कैंपस को दुनिया में सबसे बड़ा माना गया है. साल 1025 से भी पहले का बना यह दुर्ग 1,051 मीटर तक फैला है. यहां लंबे समय तक बवेरिया के विटेल्सबाख वंश का निवास रहा.
तस्वीर: Fotolia/Kletr
एल्ट्स
जर्मनी में पहले चलने वाली मुद्रा मार्क के 500 के नोट पर इसी किले की तस्वीर छपी होती थी. 12वीं सदी की शुरूआत में मोजेल नदी के पास की 70 मीटर ऊंची पहाड़ियों में बना यह महल पर्यटकों के आकर्षण का बड़ा केन्द्र रहा है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
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अमेरिकी कानून में किसी भी रचना या कलाकृति पर रचनाकार का अधिकार 95 सालों तक रहता है. हालांकि पहले यह कम अवधि के लिए होता था, लेकिन अमेरिकी संसद ने कई बार यह समयसीमा बढ़ाई है. इसलिए पहले के नियमों के हिसाब से जो मिकी माउस दशकों पहले कॉपी राइट फ्री हो जाता, वह अब 2024 में सार्वजनिक होगा.
जेनकिंस कहती हैं कि कॉपीराइट एक्ट को कई बार तो मजाक में मिकी माउस प्रोटेक्शन एक्ट तक कह दिया जाता है. वह बताती हैं, "यह हालांकि अतिसरलीकरण है क्योंकि कॉपीराइट की अवधि बढ़ाने के लिए सिर्फ डिज्नी ही जोर नहीं लगा रही थी. यह कॉपीराइट धारकों का पूरा समूह था, जिनका काम सार्वजनिक होने वाला था. उन्हें कम-से-कम दो दशकों का फायदा हुआ है.”
डिज्नी के प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी एपी को भेजे एक बयान में कहा, "1928 में शॉर्ट फिल्म स्टीमबोट विली में पहली बार नजर आने के बाद से लोगों ने इस किरदार को डिज्नी की कहानियों, अनुभवों और मौलिक उत्पादों से जोड़ा है. वह तब भी नहीं बदलेगा, जबकि स्टीमबोट विली का कॉपी राइट खत्म हो जाएगा.”
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क्यों है बड़ी बात
कॉपीराइट फ्री होने का अर्थ है कि समकालीन कलाकार और रचनाकार मिकी माउस का इस्तेमाल अपनी रचनाओं में कर पाएंगे. लेकिन इस इस्तेमाल की बहुत सारी शर्तें होंगी. मिकी माउस का वही रूप सार्वजनिक इस्तेमाल के लिए उपलब्ध होगा, जो स्टीमबोट विली नाम की शॉर्ट फिल्म में नजर आया था. वह कहीं ज्यादा शरारती, चूहे जैसा दिखने वाला और ना बोलने वाला रूप था.
मिलिए अद्भुत दुनिया रचने वाले वॉल्ट डिज्नी से
वॉल्ट डिज्नी स्टूडियो दुनिया में सबसे कामयाब फिल्म स्टूडियो है. इसकी स्थापना करने वाले वॉल्ट डिज्नी को दुनिया छोड़े 50 साल से ज्यादा हो गए. अब एक किताब में महान कार्टूनिस्ट और फिल्मकार के सफर का ब्यौरा दर्ज किया गया है.
तस्वीर: 2016 Disney Enterprises, Inc.
ये हैं वॉल्ट डिज्नी
वॉल्ट डिज्नी का जन्म 1901 में अमेरिका के शहर शिकागो में हुआ था. “द वॉल्ट डिज्नी फिल्म आर्काइव्स. द एनिमेटिड मूवीज 1921-1968” नाम की किताब में उन्हें एक शानदार कार्टूनिस्ट बताया गया है. इस किताब में डिज्नी के सैकड़ों स्केच और ड्राइंग है जिससे पढ़ने वालों को बखूबी अंदाजा हो जाता है कि सबसे मशहूर डिज्नी फिल्में किस तरह तैयार हुई थीं.
तस्वीर: 2016 Disney Enterprises, Inc.
मिकी माउस से पहले
मिकी माउस और स्नो व्हाइट से बहुत पहले 1920 के दशक में युवा वॉल्ट ने "एलिस कॉमेडीज" नाम के एक सिरीज का निर्माण और निर्देशन किया. इसमें एलिस नाम की एक असली लड़की और एक कार्टून बिल्ली थी और उनके कारनामों को इसमें दिखाया गया था. इस तस्वीर में "एलिस‘स स्पूकी एडवेंचर" के सेट पर बाल कलाकार वर्जीनिया डेविस को देखा जा सकता है.
तस्वीर: Walt Disney Archives Photo Library
पहली कामयाबी
इस किताब में डेढ़ हजार इलेस्ट्रेशन है और इसमें वॉल्ट के शुरुआती दिनों से लेकर 15 दिसंबर 1966 को उनकी मौत के दो साल बाद तक के घटनाक्रम को दर्ज किया गया है. 1937 में "आई स्नो व्हाइट एंड द सेवेन ड्वार्फ्स" वॉल्ट डिज्नी की पहली लंबी फीचर फिल्म थी जो बॉक्स ऑफिस पर बहुत सफल रही.
तस्वीर: 2016 Disney Enterprises, Inc.
अमर कार्टून किरदार
डिज्नी ने जिन कार्टून किरदारों का सपना देखा, आज दुनिया में उनकी अलग पहचान है. जैसे मिकी माउस. यह साफ नहीं है कि मिकी माउस को किसने रचा. वॉल्ट डिज्नी के आर्ट डायरेक्टर उब इवर्क्स को इस कार्टून किरदार को रचना का श्रेय दिया जाता है. डिज्नी ने 1926 में ड्रॉइंग करना बंद कर दिया था. लेकिन कोई भी कार्टून उनकी मंजूरी के बिना नहीं जाता था.
तस्वीर: 2016 Disney Enterprises, Inc.
मशहूर फिल्में
पिनोचियो, डम्बो, बाम्बी, फैंटेशिया, सिंड्ररेला, एलिस इन वंडरलैंड और पीटर पैन, यह सभी मशहूर फिल्में 1940 और 1950 के दशक में रिलीज हुईं. इनमें शानदार एनिमेशन था और दर्शकों के सामने एक ऐसा संसार था जिसकी कोई सीमा नहीं थी.
तस्वीर: 2016 Disney Enterprises, Inc.
ऐसे बनती हैं कार्टून फिल्में
डिज्नी की फिल्मों के निर्माण में हजारों लोगों का योगदान रहा है, खास तौर से ग्राफिक्स आर्टिस्ट और पेंटर्स का. सैकड़ों स्कैच बनती हैं और प्रोडक्ट को फाइनल होने से पहले कई चरणों से गुजरना होता है. लेकिन जब वह फिल्म दुनिया के सामने पेश होती है तो वह सिर्फ वॉल्ट डिज्नी की फिल्म होती है. यहां दिखाई गई स्केच 1959 की फिल्म “स्लीपिंग ब्यूटी” से है.
तस्वीर: 2016 Disney Enterprises, Inc.
बचपन की यादें
इस किताब के पन्नों को पलटते हुए आप अपने बचपन के दिनों में खो सकते हैं जब वीडियो या डीवीडी के जरिए ये फिल्में देखा करते थे. “यह कोई चिड़िया नहीं, बल्कि यह एक तितली है.” “बाम्बी” (1942) की कहानी आज भी क्लासिक मानी जाती है.
तस्वीर: 2016 Disney Enterprises, Inc.
शानदार किताब
इस किताब को वॉल्ट डिज्नी आर्काइव और लाइब्रेरी के सहयोग से तैयार किया है. इस किताब के प्रकाशक डेनियल कोथेनशुल्टे हैं. इस किताब में कई डिज्नी एक्सपर्ट्स की राय भी आपको पढ़ने को मिलेगी.
रिपोर्ट: योखेन कुएर्टन/एके
तस्वीर: Copy: Taschen Verlag
Taschen
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डिज्नी ने अपने बयान में कहा, "मिकी के आधुनिक स्वरूप स्टीमबोट विली के कॉपीराइट फ्री होने से प्रभावित नहीं होंगे. हमारी कहानियों, थीम पार्क और उत्पादों में मिकी वॉल्ट डिज्नी के वैश्विक दूत की अपनी भूमिका निभाना जारी रखेगा.”
‘स्टीमबोट विली' को वॉल्ट डिज्नी और उनके पार्टनर उब इवेर्क्स ने बनाई थी. वह पहली ऐसी कार्टून फिल्म थी, जिसमें तस्वीरों और आवाजों का सामंजस्य था. हालांकि इससे पहले मिकी और मिनी की दो फिल्में और तैयार की जा चुकी थीं, लेकिन ‘स्टीमबोट विली' पहले रिलीज हो गई थी.
1 जनवरी, 2024 पर अक्सर लोगों की इसलिए निगाह होती है कि इस दिन बहुत सी चीजें, किरदार और रचनाएं कॉपीराइट से मुक्त हो जाती हैं. यह बड़ी बात इसलिए भी है कि 95 साल तक किसी रचना का इतना लोकप्रिय और अहम बने रहना असाधारण है. बहुत सारी रचनाएं आती हैं और लोग उन्हें कुछ ही समय में भूल जाते हैं. लेकिन मिकी जैसे कुछ ही किरदार ऐसे होते हैं, जिनके कॉपीराइट फ्री होने का लोग इंतजार करते हैं.