आतंकवाद: मोदी ने बिना नाम लिए किया पाकिस्तान पर हमला
आमिर अंसारी
१८ नवम्बर २०२२
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में दो दिवसीय 'नो मनी फॉर टेरर' मंत्रिस्तरीय सम्मेलन के तीसरे संस्करण का शुक्रवार को उद्घाटन किया. इस मौके पर नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना उसपर जमकर हमला बोला.
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दिल्ली में "आतंकवाद के लिए कोई धन" (एनएमएफटी) नहीं के दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मंत्रिस्तरीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कुछ देश आतंकवाद का समर्थन करते हैं. मोदी ने कहा, "ये उनकी विदेश नीति का हिस्सा है. यही नहीं ये देश आतंकी संगठनों को राजनीतिक, वैचारिक और आर्थिक मदद भी करते हैं."
पड़ोसी देश पाकिस्तान का नाम लिए बिना भारतीय पीएम ने कहा, "कुछ देश अच्छे और बुरे आतंकवाद की बात करके परोक्ष रूप से इसका समर्थन करते हैं जो पूरी तरह अनुचित है."
पाकिस्तान का नाम लिए बिना उन्होंने ने कहा कि कुछ देश विदेश नीति के तहत आतंकवाद का समर्थन करते हैं और इन संगठनों को वैचारिक तथा राजनीतिक समर्थन देते हैं. अंतरराष्ट्रीय समुदाय को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष सभी तरह के आतंकवाद के खात्मे के लिए एकजुट होना होगा और आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों तथा संगठनों को भी अलग-थलग करना होगा. उन्होंने जोर देकर कहा कि आतंकवाद से अगर-मगर या टालमटोल की नीति से नहीं निपटा जा सकता और इसके लिए जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाया जाना बहुत जरूरी है.
मोदी ने कहा कि बदलते समय के साथ आतंकवाद के आयाम भी बदल रहे हैं और अब यह चुनौती काफी बड़ी हो गई है. उन्होंने ने कहा, "आतंकवादी संगठन अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर रहे हैं, इसलिए वैश्विक समुदाय को भी इससे निपटने के लिए एकजुटता दिखानी होगी."
मोदी ने आगे कहा, "जो लोग भी कट्टरपंथ का समर्थन करते हैं उन्हें किसी भी देश में जगह नहीं मिलनी चाहिए."
भारतीय गृह मंत्रालय की ओर से आयोजित मंत्रिस्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने आतंकवादियों के प्रति सहानुभूति पैदा करने की कोशिश करने वाले संगठनों और व्यक्तियों को भी अलग-थलग किए जाने का आह्वान किया.
मोदी ने कहा, "जो देश अपनी विदेश नीति के तहत आतंकवाद का समर्थन करते हैं और उसे राजनीतिक, वैचारिक और वित्तीय सहायता मुहैया कराते हैं उन्हें इनकी कीमत चुकानी होगी."
उन्होंने कहा, "दशकों में, विभिन्न नामों और रूपों में आतंकवाद ने भारत को चोट पहुंचाने की कोशिश की. हमने हजारों कीमती जानें गंवाईं, लेकिन हमने आतंकवाद से बहादुरी से लड़ाई लड़ी है."
शाह ने आतंकी फंडिंग पर क्या कहा
दूसरी ओर गृह मंत्री अमित शाह ने अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि टेरर फंडिंग आतंकवाद से बड़ा खतरा है. शाह ने कहा आतंकवादी को संरक्षण देना, आतंकवाद को बढ़ावा देने के बराबर है और यह सभी देशों की सामूहिक जिम्मेदारी है कि ऐसे तत्व और ऐसे देश अपने इरादों में कभी सफल न हो सके.
शाह ने कहा, "आतंकवाद का 'डायनामाइट से मेटावर्स' और 'AK-47 से वर्चुअल एसेट्स' तक का यह परिवर्तन, दुनिया के देशों के लिए निश्चित ही चिंता का विषय है. और हम सभी को साथ में मिलकर इसके खिलाफ साझी रणनीति तैयार करनी होगी. हम यह भी मानते हैं कि आतंकवाद का खतरा किसी धर्म, राष्ट्रीयता या किसी समूह से जुड़ा नहीं हो सकता है और न ही होना चाहिए."
आतंकवाद की बलि चढ़ी ये खूबसूरत धरोहरें
लोगों ने इन खूबसूरत इमारतों और मूर्तियों को सालों तक बनाया. और आतंकवादियों ने इन्हें पल भर में मिट्टी में मिला दिया. एक नजर दुनिया की उन नायाब धरोहरों पर जिनका हाल देख कर दिल दुखता है.
तस्वीर: Xinhua/imago images
अफगानिस्तान की बामियान घाटी
बामियान प्रांत में महात्मा बुद्ध की दो विशाल मूर्तिया होती थीं. इन्हें बौद्ध भिक्षुओं ने करीब 1,500 साल पहले पहाड़ को काट कर बनाया था. यह मूर्तियां अफगानिस्तान में इस्लामपूर्व युग की गवाह थीं. 1973 की इस तस्वीर में 53 मीटर ऊंची प्रतिमा दिख रही है. अब इसे नया रूप दे दिया गया है.
तस्वीर: ddp
माली में टिम्बकटू
माली के उत्तर में स्थित इस सदियों पुराने मकबरों को इस्लामी कट्टरपंथी गुट 'अंसार दिने' के विद्रोहियों ने 2012 में नष्ट कर दिया. 15वीं और 16वीं सदी में इस्लामिक शिक्षा के केंद्र के रूप में विख्यात टिम्बकटू यूनेस्को के विश्व धरोहरों में शामिल है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/E.Schneider
मोसुल में अल-नूरी मस्जिद
इराक के मोसुल में स्थित ऐतिहासिक अल-नूरी मस्जिद और उसकी मीनार अल-हदबा को आईएस ने तबाह कर दिया है. इसी मस्जिद से 2014 में अबू बकर अल बगदादी ने इस्लामी खिलाफत की घोषणा की थी. यह मीनार पीसा की प्रसिद्ध मीनार की ही तरह झुकी हुई थी और 840 सालों से वहां खड़ी थी. हालांकि आईएस इसे गिराने का इल्जाम अमेरिका के सिर रख रहा है.
तस्वीर: Getty Images/AFP/A. Al-Rubaye
दोबारा निर्माण की चुनौती
कई मकबरों को संयुक्त राष्ट्र संगठन दुबारा बनाने की कोशिश कर रहा है. पवित्र माने जाने वाला अल्फा मोया के मकबरे का ख्याल रखने की जिम्मेदारी यहीं रहने वाले कुछ लोगों को सौंपी गई है, जैसे साने शिरफी (तस्वीर में) का परिवार.
तस्वीर: Getty Images/AFP/S. Rieussec
आस्था का प्रतीक
2014 की इस तस्वीर में एक व्यक्ति टिम्बकटू की ही नष्ट की गई एक कब्र के सामने सिर झुकाए हुए. अपने असली स्वरूप के मुकाबले यह कितना अलग हो गया है.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/B. Ahmed
मार एलेना, सीरिया
सीरियाई ईसाइयों के लिए मार एलेना सबसे महत्वपूर्ण मठों में से एक था. केंद्रीय सीरिया के सर्जातेन में स्थित पांचवी सदी की ये ईसाई मॉनेस्ट्री भी आतंकियों के हमले की शिकार बनी गई.
तस्वीर: UNESCO
सीरिया का पाल्मिरा
इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने 2015 में सीरिया के पाल्मिरा में 2,000 साल पुराने टेंपल ऑफ बेल, आर्क डि ट्रायंफ जैसे कई गुंबद नष्ट कर डाले. फोटोग्राफर ने हाथ में इस जगह की पहले की तस्वीर पकड़े हुए वर्तमान स्थिति की तुलना करते हुए. बाल मंदिर की यह फोटो 2014 में ली गई थी.
तस्वीर: Getty Images/AFP/J. Eid
इराक का अल-हद्रा
इस जगह को प्रथम अरब साम्राज्य की राजधानी माना जाता है. अपनी मोटी दीवारों के कारण 116 और 198 ईसवी में रोमन आक्रमणकारियों से यह बच गया था. लेकिन 2015 में नहीं बच सका.
मार एलेना को 2015 में आईएस ने धरती में मिला दिया. इंटरनेट पर डाले गए वीडियो में इसे बुलडोजरों के नीचे कुचलते हुए दिखाया गया था. इस शहर को आईएस के कब्जे से छु़ड़ा लिया गया है. अंदर से पूरी तरह जल चुके मठ के पुनर्निर्माण का काम चल रहा है.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/N. Sancha
नहीं रही सबसे ऊंची मूर्ति
दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति होने का गौरव प्राप्त बमियान के बुद्ध की मूर्ति को कट्टर इस्लामी तालिबानों ने सन 2001 में नष्ट कर दिया. टैंकों, मिसाइलों और डायनामाइट लगा कर कई हफ्तों तक तालिबान ने इस मूर्ति को तबाह करने की कोशिश की. 2003 से बामियान घाटी के सांस्कृतिक लैंडस्केप और पुरातात्विक स्थल यूनेस्को के विश्व धरोहरों में शामिल हैं.
तस्वीर: AP
आईएस और अल-हद्रा
साल 2015 की शुरुआत में आईएस ने अल-हद्रा के कई हिस्सों को नष्ट कर डाला. यह फोटो आईएस मिलिशिया द्वारा जारी वीडियो से ही निकाली गई है. इस वीडियो के सही होने की पुष्टि होने के बाद उत्तरी इराकी शहर मोसुल में हजारों साल पुरानी मूर्तियों को नष्ट करने की खबर आई.