प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले भारत-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाले हैं. वर्चुअल सम्मेलन में कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और किर्गिज गणराज्य के राष्ट्रपति हिस्सा लेंगे.
विज्ञापन
उम्मीद की जा रही है कि सम्मेलन में भारत और मध्य एशियाई देशों के संबंधों को और गहरा बनाने पर चर्चा होगी. सम्मेलन में इस प्रांत के मौजूदा हालात पर भी बातचीत हो सकती है.
कजाखस्तान के राष्ट्रपति कासिम-जोमार्ट तोकायेव, उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शवकत मिर्जियोयेव, ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमाली रहमोन, तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति गुरबांगुली बर्दीमुहामदो और किर्गिज गणराज्य के राष्ट्रपति सादिर जापारोव सम्मेलन में हिस्सा लेंगे.
'विस्तृत पड़ोस'
सम्मेलन के बारे में बताते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा था कि यह भारत के मध्य एशियाई देशों के साथ बढ़ते रिश्तों की झलक है. मंत्रालय ने इन देशों को भारत के "विस्तृत पड़ोस" का हिस्सा बताया था.
यह भारत और इन देशों के नेताओं के बीच इस तरह की पहली बातचीत है. इससे पहले इन्हीं नेताओं को भारत के गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि बनने का निमंत्रण दिया जाने वाले था लेकिन ओमिक्रॉन और देश में आई कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर की वजह से समारोह के लिए किसी को भी मुख्य अतिथि के रूप में नहीं बुलाया गया.
मोदी 2015 में सभी मध्य एशियाई देशों की यात्रा पर गए थे. उसके बाद कई द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मंचों पर भारत और इन देशों के बीच बातचीत हुई है. नवंबर 2021 में भारत सरकार ने नई दिल्ली में अफगानिस्तान पर रीजनल सिक्योरिटी डायलॉग का आयोजन किया था जिसमें इन देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषदों के सचिवों ने भी हिस्सा लिया था.
व्यापार बढ़ाने की जरूरत
सम्मेलन में अफगानिस्तान पर इस इलाके के देशों के एक साझा दृष्टिकोण पर सहमति हुई थी. 2020 में भारत ने केंद्रीय एशियाई देशों के लिए एक अरब डॉलर के लाइन ऑफ क्रेडिट की घोषणा की थी. इस धनराशि का उपयोग इन देशों में इंफ्रास्ट्रक्चर की कई परियोजनाओं को पूरा करने के लिए किया जाना है.
भारत और मध्य एशियाई देशों के बीच विदेश मंत्री स्तर पर नियमित बातचीत होती है. इस कड़ी में तीसरी बैठक नई दिल्ली में दिसंबर 2021 में हुई थी. अनुमान है कि भारत और मध्य एशियाई देशों के बीच दो अरब डॉलर मूल्य का व्यापार होता है.
इसके विपरीत एक रिपोर्ट के मुताबिक इन देशों का चीन के साथ व्यापार लगभग 100 अरब डॉलर का है. जाहिर है भारत को अगर इस इलाके में अपनी अहमियत बढ़ानी है तो उसे इन देशों से सामरिक और व्यापारिक रिश्ते दोनों ही बढ़ाने पड़ेंगे.
इन देशों में है सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी
दुनिया के 65 प्रतिशत मुसलमान सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाले दस देशों में ही रहते हैं. एशिया महाद्वीप में सबसे ज्यादा और अमेरिकी महाद्वीपों में सबसे कम मुसलमान रहते हैं. ये हैं टॉप 10 मुस्लिम आबादी वाले देश.
तस्वीर: Getty Images/AFP/H. Hamdani
इंडोनेशिया
एशियाई देश इंडोनेशिया सबसे बड़ा मुस्लिम देश है. इस देश में 21,99,60,000 मुस्लिम रहते हैं. देश की कुल जनसंख्या की 87.1 फीसदी मुस्लिम आबादी है.
तस्वीर: picture-alliance/NurPhoto/D. Husni
भारत
भारत दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाला देश है. भारत में 19,48,10,000 मुसलमान रहते हैं. भारत की कुल जनसंख्या का 14.9 फीसदी हिस्सा मुस्लिम आबादी का है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/A. Khan
पाकिस्तान
भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान तीसरा सबसे बड़ा मुस्लिम आबादी वाला देश है. पाकिस्तान में 18,40,000 मुस्लिम रहते हैं. पाकिस्तान की कुल जनसंख्या का 96.4 प्रतिशत हिस्सा मुस्लिम आबादी का है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/epa/A. Arbab
बांग्लादेश
भारत का पड़ोसी देश बांग्लादेश दुनिया का चौथा सबसे बड़ा मुस्लिम आबादी वाला देश है. बांग्लादेश में 14,40,20,000 मुस्लिम रहते हैं. बांग्लादेश की जनसंख्या में 90.6 प्रतिशत आबादी मुस्लिमों की है.
तस्वीर: Jibon Ahmed
नाइजीरिया
अफ्रीकी देश नाइजीरिया इस सूची में पांचवे स्थान पर है. नाइजीरिया में 9,02,00,000 मुस्लिम रहते हैं. नाइजीरिया की आबादी का 50 प्रतिशत हिस्सा मुसलमानों का है.
तस्वीर: DW/K. Gänsler
मिस्र
उत्तरी अफ्रीकी देश मिस्र जिसका कुछ हिस्सा एशिया में भी है, छठा सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाला देश है. मिस्र में 8,38,70,000 मुस्लिम रहते हैं. यह मिस्र की कुल जनसंख्या का 95.1 फीसदी है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/Office Of The Presidency
ईरान
मध्य पूर्व में स्थित दुनिया का सबसे बड़ा शिया मुस्लिम देश ईरान मुस्लिम आबादी के मामले में दुनिया में सातवें स्थान पर है. ईरान में 7,76,50,000 मुस्लिम रहते हैं. ईरान की कुल आबादी का 99.5 फीसदी हिस्सा मुस्लिम है.
तस्वीर: picture-alliance/imagebroker/W. G. Allgöwer
तुर्की
एशिया और यूरोप दोनों महाद्वीपों में बसा देश तुर्की मुस्लिम आबादी के मामले में दुनिया में आठवें स्थान पर है. तुर्की में 7,54,60,000 मुस्लिम हैं जो वहां की कुल जनसंख्या का 98 प्रतिशत हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/M. Aktas
अल्जीरिया
अफ्रीकी देश अल्जीरिया में 3,72,10,000 मुसलमान रहते हैं. अल्जीरिया की जनसंख्या का 97.9 प्रतिशत हिस्सा मुस्लिम आबादी का है.
तस्वीर: Getty Images/AFP/H. Zaourar
इराक
ईरान का पड़ोसी देश इराक 10वां सबसे बड़ा मुस्लिम आबादी वाला देश है. इराक में 3,62,00,000 मुसलमान रहते हैं. इसकी 99 फीसदी आबादी मुस्लिम है. इराक में शिया मुस्लिमों की संख्या सुन्नियों से अधिक है. (आंकड़े प्यू रिसर्च की वेबसाइट से लिए गए हैं. ये 2015 तक के आंकड़े हैं.)