ट्रंप ने किया सरेंडर, कोई राष्ट्रपति पहली बार पहुंचा जेल
२५ अगस्त २०२३डॉनल्ड ट्रंप को 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान जॉर्जिया राज्य के नतीजों को पलटने की साजिश के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. यह पहली बार है जब किसी पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति की जेल में अपराधियों की तरह तस्वीर खिंची है.
रिहा किये जाने के बाद ट्रंप फौरन एयरपोर्ट चले गये, जहां से उन्होंने न्यू जर्सी के लिए फ्लाइट ली. इससे पहले उन्होंने दोहराया कि उन्होंने "कुछ भी गलत नहीं किया है”. पूरे मामले को उन्होंने "न्याय का उपहास” करार दिया.
विमान में सवार होने से पहले मीडियाकर्मियों से बातचीत में ट्रंप ने कहा, "अगर आप चुनाव पर सवाल खड़े करते हैं तो आपको चुनाव पर सवाल खड़ा करने के योग्य होना चाहिए.”
पहले से अलग है सरेंडर
इस साल चौथी बार है जब डॉनल्ड ट्रंप को समर्पण करना पड़ा है. लेकिन अटलांटा में उनका समर्पण पिछले तीन बार से अलग था क्योंकि इस बार उन्हें कोर्ट नहीं बल्कि जेल में सरेंडर करना पड़ा. यह न्यू यॉर्क या वॉशिंगटन में नहीं बल्कि अटलांटा में हुआ, जिसे 2024 के चुनावों के लिए एक बड़ी लड़ाई का मैदान माना जा रहा है.
अन्य जगहों पर समर्पण करते वक्त ट्रंप को अपराधियों की तरह फोटो नहीं खिंचानी पड़ी लेकिन अटलांटा में उन्हें पुलिस के कैमरे के सामने खड़ा होना पड़ा. उस तस्वीर में, जिसे पुलिस की भाषा में मग शॉट कहा जाता है, ट्रंप को गुस्से में देखा जा सकता है. ट्रंप की शारीरिक जांच भी की गयी और उनके कद (6 फुट 3 इंच) व वजन (97 किलोग्राम) को रिकॉर्ड में दर्ज किया गया.
2024 के चुनावों में ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से दोबारा उम्मीदवारी पाने की दौड़ में हैं और फिलहाल वह अन्य उम्मीदवारों से आगे चल रहे हैं. बुधवार शाम को ही रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवारों की मिलवाकी में बहस थी, जिसमें आठ उम्मीदवार शामिल हुए लेकिन ट्रंप नहीं पहुंच पाये.
मार्च के बाद से ट्रंप पर दर्ज यह चौथा मामला है. मार्च में ट्रंप पर पहला मामला दर्ज हुआ था, जिसके बाद वह अमेरिका के इतिहास में आरोपित पहले पूर्व राष्ट्रपति बने थे.
अटलांटा में कुल 18 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ जिनमें ट्रंप के पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज और न्यू यॉर्क के पूर्व मेयर रूडी जूलियानी शामिल हैं. यह मुकदमा उन्हीं धाराओं में जिन्हें संगठित अपराधियों पर लगाया जाता है. जूलियानी ने बुधवार को आत्मसमर्पण किया था जबकि मीडोज ने गुरुवार को सरेंडर किया. सरकारी वकील ने सभी आरोपियों को फुल्टॉन काउंटी जेल में सरेंडर के लिए शुक्रवार तक का वक्त दिया था.
चुनाव प्रचार का हिस्सा
जेल या कोर्ट जाने की इन घटनाओं को ट्रंप ने अपने चुनावी अभियान के हिस्से की तरह इस्तेमाल किया है और हर बार उनके समर्थक बड़ी संख्या में जमा होते हैं. इनमें बहुत से अति दक्षिणपंथी हैं. साथ ही मीडिया का भी बड़ा जमावड़ा जमा होता है.
इन अभियानों के जरिये ट्रंप चुनाव के वास्ते धन भी जमा कर रहे हैं और उनके समर्थक यह प्रचार कर रहे हैं कि उनके नेता के खिलाफ मुकदमे राजनीति से प्रेरित हैं, जिनका मकसद उन्हें दोबारा राष्ट्रपति चुनाव लड़ने से रोकना है.
अटलांटा में सरेंडर की पूरी घटना से पहले ट्रंप की प्रचार टीम ने ट्रंप की ओर से संदेश भेजा, "मैं आपको ट्रंप फोर्स वन से यह संदेश दे रहा हूं, जबकि मैं अटलांटा जा रहा हूं जहां मुझे गिरफ्तार किया जाएगा, जबकि मैंने कोई अपराध नहीं किया है.”
ट्रंप ने जॉर्जिया मामले के लिए मशहूर वकील स्टीव सैडो को रखा है, जो कई बड़े मामलों में आरोपियों की तरफ से पैरवी कर चुके हैं. सैडो ने एक बयान जारी कर कहा, "राष्ट्रपति पर मुकदमा दर्ज ही नहीं होना चाहिए था. वह सभी आरोपों में निर्दोष हैं. हम इस मामले को खारिज किये जाने का इंतजार कर रहे हैं. अगर जरूरत पड़ी तो एक निष्पक्ष जूरी उन्हें निर्दोष साबित करेगी.”
वीके/एए (रॉयटर्स, एएफपी)