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अपराध

पैसे के विवाद में हुई थी मुर्शिदाबाद में परिवार की हत्या

ऋषभ कुमार शर्मा
१५ अक्टूबर २०१९

पश्चिम बंगाल पुलिस ने बंधु प्रकाश हत्याकांड में 20 साल के आरोपी उत्पल बेहरा को गिरफ्तार किया है. उत्पल और प्रकाश के बीच आर्थिक लेनेदेन को लेकर विवाद हुआ था. पुलिस के मुताबिक उत्पल ने बदला लेने के लिए हत्या की.

Indien Mitarbeiter der Polizei von Kalkutta und West-Bengalen kündigen
तस्वीर: DW/Payel Samanta

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में 8 अक्टूबर को एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी. प्राथमिक शिक्षक बंधु प्रकाश पाल, उनकी पत्नी ब्यूटी और पांच साल के बेटे अंगन की हत्या उनके घर में घुसकर चाकू से कर दी गई थी. इस घटना के बाद पश्चिम बंगाल में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई. बीजेपी और आरएसएस ने दावा किया कि बंधु प्रकाश आरएसएस के सदस्य थे. उन्हें राजनीतिक कारणों से मारा गया.

पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है और इस मामले में किसी भी तरह के राजनीतिक एंगल से इनकार किया है. पुलिस के मुताबिक एक बीमा पॉलिसी को लेकर बंधु प्रकाश और 20 वर्षीय उत्पल बेहरा के बीच पैसों का विवाद हुआ और इसी विवाद के चलते मुर्शिदाबाद के जियागंज में स्थिति उनके घर में घुसकर उत्पल ने तीनों की हत्या कर दी.

इंडियन एक्सप्रेस पर मौजूद खबर के मुताबिक मुर्शिदाबाद के पुलिस अधीक्षक ने बताया, "बंधु प्रकाश शिक्षक होने के अलावा चैन मार्केटिंग के काम से जुड़े हुए थे. उत्पल ने प्रकाश से 11 साल का एक बीमा खरीदा जिसका प्रीमियम हर साल 24,167 रुपये था. आरोपी ने बताया कि उसे पैसा देने पर पहली साल की रसीद प्रकाश ने दी थी. दूसरी साल का प्रीमियम जमा करवाने पर प्रकाश ने उसे रसीद नहीं दी. रसीद ना देने पर उसने प्रकाश से पैसे वापस मांगे. प्रकाश ने पैसे नहीं दिए और गाली गलौच की. उत्पल ने इसे अपनी बेइज्जती माना और बदला लेने के लिए प्रकाश की हत्या की योजना बनाई. पाल की पत्नी और बच्चे को इसलिए मार दिया क्योंकि वो उत्पल को पहचानते थे." पुलिस ने उत्पल  को अदालत में पेश किया जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.

बंधु प्रकाश की हत्या के बाद बीजेपी ने राज्य में प्रदर्शन किए. (सांकेतिक फोटो)तस्वीर: IANS/K. Chakrabarty

पुलिस के मुताबिक उत्पल पूर्वी मिदनापुर जिले में मिस्त्री का काम करता है. उत्पल जियागंज में अपनी बहन के घर गया जिससे वो उस इलाके का अंदाजा लगा सके जहां प्रकाश का घर था. वो मिदनापुर से दुर्गा पूजा के लिए आया था और हत्या में इस्तेमाल किया गया हथियार साथ लाया था. मुकेश कुमार के मुताबिक, "दशहरे के दिन 10.30 बजे उत्पल ने बंधु प्रकाश को फोन कर मिलने के लिए पूछा. वो प्रकाश के घर गया और प्रकाश पर हमला कर उन्हें मार दिया. प्रकाश के घरवाले भी उत्पल को जानते थे. इसलिए उसने अगले कमरे में मौजूद उनकी गर्भवती पत्नी और बच्चे की भी हत्या कर दी. पुलिस को हत्या के समय उसके मोबाइल की लोकेशन जियागंज में थी लेकिन पूछताछ में उसने अपनी लोकेशन सागर्धी बताई. उत्पल ने अपना गुनाह कबूल कर लिया. उसने बताया कि हत्या करते जाते समय वो एक के ऊपर एक दो कपड़े पहन कर गया था. हत्या के बाद एक जोड़ी कपड़े और हथियार दोनों को बंधु प्रकाश के घर के पास फेंक कर फरार हो गया."

हालांकि उत्पल के पिता माधव का कहना है कि उनका बेटा निर्दोष है. उन्होंने कहा, "मैं नहीं मानता कि मेरा बेटा किसी को मार सकता है. मैंने उससे पहले ही ऐसे पैसे के मामलों से दूर रहने को कहा था. लेकिन उसने मेरी बात नहीं मानी." पुलिस के मुताबिक पढ़ाने के साथ साथ बंधु प्रकाश चैन मार्केटिंग, बीमा और व्यापार के दूसरे काम भी करते थे. अब पुलिस प्रकाश के बिजनेस पार्टनर सौविक बनिक के खिलाफ भी कार्रवाई करेगी. बनिक के खिलाफ कई लोगों के पैसे को हड़पने के आरोप हैं. पुलिस के मुताबिक प्रकाश और उनकी पत्नी की हत्या धारदार हथियार से की गई वहीं उनके बेटे की हत्या गला घोंटने के बाद कोई भारी वस्तु सिर पर पटकी गई थी.

इस हत्या के सामने आने के बाद बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस आमने सामने आ गए. आरएसएस का कहना था कि बंधु प्रकाश उनके संगठन के सदस्य थे. हालांकि बंधु प्रकाश के परिजनों ने उनके आरएसएस से जुड़े होने से इनकार किया था.

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