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मस्क और ट्रंप: हितों के टकराव के बीच कब तक टिकेगी ये दोस्ती

टिमोथी रुक्स
२९ नवम्बर २०२४

इलॉन मस्क को अमेरिका के नए सरकारी दक्षता विभाग का प्रभारी बनाना कई सवालों को जन्म देता है. सोचिए क्या दुनिया का सबसे अमीर आदमी सरकारी खर्च में कटौती की मुहिम का नेतृत्व करते हुए अपने निजी हितों को पीछे छोड़ पाएगा?

USA | Elon Musk (R) begleitet den zukünftigen US-Präsidenten Donald Trump während einer Wahlkampfveranstaltung
तस्वीर: Anna Moneymaker/Getty Images

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने वाले डॉनल्ड ट्रंप और दुनिया के सबसे अमीर आदमी इलॉन मस्क की बढ़ती दोस्ती के बारे में बहुत कुछ लिखा गया है. जो जोड़ी पहले अजीब लग रही थी, वह मस्क के लिए काम के नए अवसर में बदल गई. कुछ हफ्ते पहले, दोनों को फ्लोरिडा के पाम बीच, न्यूयॉर्क में एक अल्टीमेट फाइटिंग चैंपियनशिप मैच के रिंगसाइड, और एक जेट में मैकडॉनल्ड्स खाते हुए देखा गया. 

चुनाव से पहले, ट्रंप ने घोषणा की थी कि वह अमेरिकी कंपनी टेस्ला के सीईओ को सरकारी दक्षता आयोग का प्रभारी बनाएंगे. नई एजेंसी को सरकारी दक्षता विभाग यानी डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (डीओजीई) कहा जाएगा.

क्या होगा मस्क का नया काम

चूंकि यह एक नई एजेंसी होगी, इसलिए कोई नहीं जानता कि यह क्या करेगी और इसके पास क्या अधिकार होंगे. हालांकि, ऐसी संभावना जताई जा रही है कि यह सिर्फ एक छोटा सलाहकार समूह होगा, जो न तो सरकार में शामिल होगा और न ही यह कोई वास्तविक विनियामक प्राधिकरण यानी रेगुलेटरी अथॉरिटी होगा. हालांकि, मस्क की वजह से इसका प्रभाव जरूर होगा और इस समूह की बात सुनी जाएगी.

फिलहाल, 2024 के लिए अमेरिका के सरकारी बजट के तौर पर करीब 68 खरब डॉलर का आवंटन किया गया है. सरकारी दक्षता विभाग का लक्ष्य सरकारी बजट और खर्च को कम करना है. यह विभाग अमेरिकी बजट में 20 खरब डॉलर की कटौती करना चाहता है. इसके लिए, यह केंद्र सरकार के आकार को स्थायी तौर पर छोटा, अनावश्यक खर्चों, नियम-कानूनों और कर्मचारियों में कटौती करना चाहता है. मस्क खुद अपने कारोबार में खर्च में कटौती करने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन अमेरिकी सरकार के खर्च को कम करना एक बड़ी चुनौती होगी. इस परियोजना यानी खर्च में कटौती को 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.

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मिशिगन यूनिवर्सिटी के फोर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक पॉलिसी में प्रोफेसर डॉनल्ड मोयनेहेन का मानना है कि "मस्क का सरकार के साथ कोई खास अनुभव नहीं है. वह तो बस सरकार के खिलाफ मुकदमे लड़ते रहे हैं या सरकार के बारे में झूठी या गुमराह करने वाली खबरें फैलाते रहे हैं." उन्होंने डीडब्ल्यू को बताया, "संघीय सरकार को आधुनिक बनने की जरूरत है, लेकिन मस्क ने सिर्फ खर्च में कटौती और उन लोगों को सजा देने की बात की है जिनसे वे असहमत हैं. उनका हिसाब किताब सही नहीं है.”

अमेरिका का 2023 का बजट 61 खरब डॉलर था. इसका एक तिहाई हिस्सा सामाजिक सुरक्षा और स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं पर खर्च किया गया. ट्रंप ने कहा है कि इन क्षेत्रों के लिए खर्च की जाने वाली राशि में वे किसी तरह की कटौती नहीं करेंगे. संसद की स्वतंत्र संस्था कांग्रेसनल बजट ऑफिस के मुताबिक, ऐसे में कानून बनाने वालों के पास सिर्फ 17 खरब डॉलर खर्च करने का अधिकार है. बाकी पैसे पहले से ही खर्च करने के लिए तय किए जा चुके हैं.

स्पेसएक्स और हितों का टकराव

मस्क पहले से ही टेस्ला, स्पेसएक्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स जैसी छह कंपनियों का संचालन कर रहे हैं. ऐसे में, एक नया पद लेने से उनके लिए हितों का टकराव हो सकता है, खासकर जब उनकी कई कंपनियां सरकार से सब्सिडी या सीधे सरकारी ठेके लेती हैं, जिससे वे सरकारी ठेकेदार बन जाती हैं. ये कंपनियां ऐसी नई खोज और तकनीक भी विकसित और इस्तेमाल करती हैं जो नियम-कानूनों की सीमाओं को पार करती हैं यानी कभी-कभी उनका पालन नहीं करती हैं.

मोयनेहेन ने कहा, "मुझे ऐसा कोई व्यक्ति याद नहीं है जिसका सरकारी अधिकारी के साथ इतना स्पष्ट और सीधा टकराव हो कि उसका कारोबार प्रभावित होता हो और उसे सरकार के खर्च, संरचना और कर्मचारियों की छंटनी के बारे में सलाह देने का मौका दिया गया हो. यह बहुत ही अजीब और भ्रष्टाचार की तरह है.

पिछले कुछ सालों में, स्पेसएक्स को नासा और रक्षा विभाग से अरबों डॉलर के ठेके मिले हैं. इन ठेकों में, उपग्रहों को लॉन्च करना, अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की सर्विस करना, और स्टारलिंक सैटेलाइट कम्युनिकेशन नेटवर्क का इस्तेमाल करना शामिल है.

न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, पिछले दशक में स्पेसएक्स को नासा और रक्षा विभाग से 15 अरब डॉलर से अधिक के ठेके मिले हैं. सिर्फ पिछले साल, मस्क की कंपनियों ने 17 सरकारी एजेंसियों के साथ 3 अरब डॉलर के 100 अलग-अलग अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए.

कुछ अन्य हितों का टकराव

मस्क का अमेरिकी सरकार के विभागों और अन्य नियामकों के साथ विवाद का इतिहास रहा है. साल 2018 में अमेरिकी वित्तीय बाजार विनियामक, सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) ने उन पर शेयर बाजार से जुड़े धोखाधड़ी के आरोप लगाए थे. बाद में समझौता करने के लिए उन्हें टेस्ला के चेयरमैन पद से इस्तीफा देना पड़ा था.

टेस्ला को कई राज्यों में टैक्स में भारी छूट और अन्य प्रोत्साहन मिले हैं. केंद्र सरकार से भी टेस्ला को कुछ गाड़ियों की सप्लाई करने का छोटा सा ठेका मिला है. हालांकि, मस्क ट्रंप को इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए टैक्स क्रेडिट जारी रखने या मेक्सिको या कहीं और गाड़ियां बनाने वाली प्रतिस्पर्धी कंपनियों पर टैरिफ बढ़ाने के लिए राजी कर सकते हैं.

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मस्क उन नियामकों को प्रभावित कर सकते हैं जो टेस्ला की सेल्फ-ड्राइविंग तकनीक पर करीब से नजर रखना चाहते हैं. वह सत्ता में बैठे लोगों को उत्सर्जन नियमों को बनाए रखने के लिए भी राजी कर सकते हैं, जिससे टेस्ला उन अन्य वाहन निर्माताओं को अरबों डॉलर के क्रेडिट बेच सकता है जो पर्याप्त इलेक्ट्रिक वाहन नहीं बनाते हैं.

मस्क की अन्य कंपनियों एक्सएआई, द बोरिंग कंपनी, न्यूरालिंक और एक्स के पास कोई सरकारी अनुबंध नहीं है. फिर भी, इन कंपनियों को ट्रंप के करीब होने से बहुत फायदा हो सकता है. इस नजदीकी से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को बढ़ावा मिल सकता है, अन्य नियम प्रभावित हो सकते हैं या सोशल मीडिया प्रतिद्वंद्वी टिकटॉक को रोकने में मदद मिल सकती है.

ट्रंप-मस्क की दोस्ती खत्म हो गई तो?

ट्रंप पहले ऐसे राष्ट्रपति नहीं हैं जो खर्च में कटौती करना चाहते हैं या दक्षता विशेषज्ञों की मदद लेना चाहते हैं. इस बार जो बात अलग है, वह यह है कि चुने गए राष्ट्रपति किसे बुला रहे हैं और व्यक्तिगत लाभ की संभावनाएं क्या हो सकती हैं.

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ट्रंप ने अब तक तो ऐसा कहा हुआ है कि मस्क सरकार की कार्यकारी शाखा का आधिकारिक हिस्सा नहीं होंगे और वे सिर्फ ‘सरकार को बाहर से सलाह और मार्गदर्शन देंगे. इसके अलावा, व्हाइट हाउस के साथ-साथ प्रबंधन और बजट कार्यालय के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर संरचनात्मक सुधार को आगे बढ़ाने के लिए काम करेंगे.' यह महत्वपूर्ण है क्योंकि अमेरिकी कानून के अनुसार, लोग उन सरकारी मामलों में हिस्सा नहीं ले सकते जिनमें उनका आर्थिक हित जुड़ा हो. 

इस पूरे प्रोजेक्ट में सबसे अप्रत्याशित चीज खुद ट्रंप हैं. उनका ट्रैक रिकॉर्ड है कि वे लोगों को पसंद करते हैं और फिर अचानक उन्हें छोड़ देते हैं. किसी दिन यह भी हो सकता है कि ट्रंप दुनिया के सबसे अमीर आदमी का साथ छोड़ दें और उन्हें इस बात पर बहुत घमंड हो.

मोयनेहेन ने कहा, "वे दोनों बड़ी हस्तियां हैं जिन्हें सुर्खियों में रहना पसंद है, लेकिन ट्रंप को यह पसंद नहीं कि कोई उनसे आगे निकल जाए.” इस अजीब रिश्ते को बनाए रखना उतना ही मुश्किल हो सकता है जितना ट्रिलियन डॉलर की कटौती करना. उन्होंने आगे कहा, "कुछ लोगों का मानना है कि मस्क को सलाहकार समिति में रखना एक तरह से उन्हें कमतर करना है, क्योंकि यह स्पष्ट नहीं है कि इससे उन्हें कुछ हासिल होगा भी या नहीं.”

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