हमले के वीडियो हटाने को लेकर ऑस्ट्रेलिया से भिड़े इलॉन मस्क
२३ अप्रैल २०२४इलॉन मस्क ने कहा है कि वह ऑस्ट्रेलिया के चर्च में हुई छुरेबाजीके वीडियो अपनी सोशल मीडिया साइट एक्स से हटाने के आदेश के खिलाफ अपील करेंगे. सोमवार को देश में इंटरनेट की निगरानी करने वाली संस्था ‘ई-सेफ्टी कमिश्नर‘ ने अदालती आदेश हासिल करके वीडियो हटवाए थे.
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने एक्स से ये वीडियो हटाने का अनुरोध किया था. ये सिडनी की एक चर्च में हुई घटना के वीडियो हैं जिनमें 16 साल के एक किशोर को एक पादरी पर हमला करते देखा जा सकता है.
एक्स ने सरकार की इन तस्वीरों और वीडियो को हटाने के अनुरोध को नजरअंदाज कर दिया था. अब जबकि ई-सेफ्टी कमिश्नर ने कार्रवाई की है तो मस्क का कहना है कि वह इस कार्रवाई के खिलाफ अपील करेंगे.
अल्बानीजी के कठोर शब्द
अरबपति उद्योगपति मस्क ने एक्स पर लिखा, "हमारी चिंता ये है कि किसी एक देश को पूरी दुनिया के लिए सामग्री पर पाबंदी लगाने दी गई तो किसी देश को पूरे इंटरनेट पर नियंत्रण करने से कैसे रोका जा सकेगा. ई-सेफ्टी कमीशन यही कर रहा है.”
उन्होंने कहा कि अभी अदालत में याचिका लंबित है और ऑस्ट्रेलिया में उस सामग्री को सेंसर कर दिया गया है. यह सामग्री अब सिर्फ अमेरिकी सर्वर पर उपलब्ध है.
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीजी ने मस्क को एक ‘अहंकारी अरबपति' बताते हुए कहा था कि इन तस्वीरों और वीडियो के कारण लोगों को पहुंच रहे दुख के प्रति मस्क अंधे हो गये हैं.
स्थानीय समाचार चैनल एबीसी को दिए एक इंटरव्यू में अल्बानीजी ने कहा, "यह अहंकारी अरबपति सोचता है कि वह ना सिर्फ कानून से ऊपर है बल्कि शालीनता की हदों का भी सम्मान नहीं कर रहा है. हम उसका सामना करने के लिए हर जरूरी उपाय करेंगे."
उन्होंने कहा कि एक हिंसक वीडियो को अपने प्लेटफॉर्म रखने के लिए कोर्ट जाने का विचार ही दिखाता है कि मस्क असलियत से कितनी दूर हैं.
अब भी उपलब्ध हैं वीडियो
ऑस्ट्रेलिया के ई-सेफ्टी कमीशन को सोमवार देर रात आदेश मिला कि दो दिन के लिए यह वीडियो हटा दिया जाए. अब इस मामले की सुनवाई अदालत में होगी. भले ही ये वीडियो ऑस्ट्रेलिया में नहीं देखे जा रहे हैं लेकिन दुनिया के बाकी हिस्सों में ये वीडियो अब भी उपलब्ध हैं.
पिछले हफ्ते 16 वर्षीय एक किशोर ने एक चर्च में दो पादरियों पर चाकू से हमला कर दिया था. इस हमले को पुलिस ने एक आतंकवादी घटना बताया है. पुलिस का कहना है कि हमलावर किशोर के धार्मिक रुझान को देखते हुए इस घटना की जांच आतंकवादी हमले के रूप में की जा रही है.
इस किशोर ने पादरी मार मारी इमानुएल के सिर और सीने पर चाकू से हमला किया था. उस घटना के बाद इमानुएल के अनुयायियों ने विरोधस्वरूप हिंसक प्रदर्शन किया और पुलिसकर्मियों पर भी हमले किए.
इस घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किए गए. ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों का कहना है कि ये वीडियो और तस्वीरें समुदाय में तनाव बढ़ा रही हैं.
विवेक कुमार (रॉयटर्स)