उत्तर कोरिया के परमाणु हमले का देंगे दमदार जवाब: अमेरिका
३ फ़रवरी २०१७
अमेरिका के रक्षा मंत्री का पद संभालने के बाद जेम्स मैटिस सबसे पहले दक्षिण कोरिया के दौरे पर गए, जहां उन्होंने ट्रंप सरकार की भावी नीतियों को लेकर आशंकाओं को दूर करने की कोशिश की. अमेरिकी चुनाव प्रचार के दौरान दिए गए ट्रंप के बयानों से ये आशंकाएं पैदा हुई हैं. ट्रंप ने सहयोगी देशों की सुरक्षा पर खर्च होने वाली राशि पर सवाल उठाए थे.
दक्षिण कोरिया 1950-53 के कोरियाई युद्ध के बाद से अमेरिकी सुरक्षा में रहा है, लेकिन ट्रंप ने कहा था कि अगर दक्षिण कोरिया और जापान वित्तीय समर्थन नहीं बढ़ाएंगे तो वह इन दोनों देशों से अमेरिकी सैनिकों को हटा लेंगे. दक्षिण कोरिया में लगभग 28,500 हजार अमेरिकी फौजी तैनात हैं, जो परमाणु हथियारों से लैस पड़ोसी उत्तर कोरिया से उसकी रक्षा करते हैं. वहीं जापान में तैनात अमेरिकी सैनिकों की संख्या 47 हजार है.
देखिए पांच साल में कितने बदला उत्तर कोरिया
अमेरिकी रक्षा मंत्री ने कहा कि उत्तर कोरिया लगातार धमकियां दे रहा है. दक्षिण कोरियाई रक्षा मंत्री हान मिन कू से मुलाकात करने से पहले मैटिस ने कहा, "अमेरिकी या उसके सहयोगियों पर किसी भी हमले को मात दी जाएगी और परमाणु हथियारों के किसी भी इस्तेमाल का भरपूर और दमदार जबाव दिया जाएगा."
उत्तर कोरिया ने पिछले साल दो परमाणु परीक्षण किए और कई मिसाइलें भी टेस्ट कीं, जिससे पूरे क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर चिंताएं पैदा हुईं हैं. उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने नए साल के मौके पर दिए अपने भाषण में कहा कि उनका देश इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइल बनाने के बहुत करीब है. इसके बाद ट्रंप ने ट्वीट किया था, "ऐसा नहीं होगा!"
दक्षिण कोरिया से जापान जाने से पहले मैटिस ने सोल नेशनल सेमेटरी में जाकर अज्ञात सैनिकों की याद में बने गुंबद पर फूल भी चढ़ाए. वहां उनकी मुलाकात कोरिया युद्ध में शामिल रहे कुछ सैनिकों से हुई जिन्होंने हाथों में अमेरिकी झंडे और ट्रंप की तस्वीरें उठाई हुई थीं.
एके/एमजे (एएफपी)