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शतरंज ओलंपियाड से निकला पाकिस्तान

चारु कार्तिकेय
२९ जुलाई २०२२

शतरंज ओलंपियाड की मशाल के कश्मीर से होकर गुजरने का विरोध करते हुए पाकिस्तान ने अपनी टीम को प्रतियोगिता से बाहर निकाल लिया है. भारत ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.

Werner-Ott-Open des Kreuzberger Sommers im Schachclub Berlin
तस्वीर: Andreas Gora/dpa/picture alliance

भारत में शतरंज ओलंपियाड की शुरुआत धूमधाम से हुई लेकिन शुरुआत से पहले ही राजनीति प्रतियोगिता के आड़े आ गई. पाकिस्तान ने प्रतियोगिता की मशाल को कश्मीर ले जाए जाने का विरोध किया है.

मशाल को प्रतियोगिता शुरू होने से पहले 75 भारतीय शहरों से ले जाया गया था. 21 जून को मशाल श्रीनगर से हो कर गुजरी थी. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इसे कश्मीर के "विवादित" दर्जे की उपेक्षा" बताया है और कहा है कि "अंतरराष्ट्रीय समुदाय इसे स्वीकार नहीं कर सकता."

दो ही दिनों पहले पाकिस्तान के शतरंज संघ ने घोषणा की थी कि देश की तरफ से 10 खिलाड़ियों की एक टीम प्रतियोगिता में हिस्सा लेगी. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक टीम प्रतियोगिता में हिस्सा लेने चेन्नई पहुंच भी गई थी और होटल में इंतजार कर रही थी, लेकिन इस फैसले के बाद पाकिस्तानी टीम उद्घाटन समारोह में भी भाग नहीं ले पाई.

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भारत पहली बार शतरंज ओलंपियाड की मेजबानी कर रहा है. प्रतियोगिता तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से करीब 50 किलोमीटर दूर मामल्लपुरम में आयोजित की जा रही है. गुरुवार 28 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चेन्नई में प्रतियोगिता का उद्घाटन किया.

उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि यह पहली बार है जब शतरंज ओलंपियाड का उस जगह आयोजन किया जा रहा है जहां इस खेल का जन्म हुआ था. 

भारत ने पाकिस्तान के इस कदम को "दुर्भाग्यपूर्ण" बताया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "पाकिस्तान के इस तरह के बयान दे कर एक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम का राजनीतिकरण करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है."

बागची ने यह भी कहा कि जहां तक जम्मू और कश्मीर पर पाकिस्तान की दलीलों का सवाल है, "जम्मू और कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश हमारे रहे हैं और भारत के अभिन्न हिस्सा रहेंगे."

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