पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने फिर हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी की तारीफ करते हुए उसे "शहीद" बताया है. उनके इस बयान पर भारत की तरफ से कड़ी प्रतिक्रिया आ सकती है.
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इस्लामाबाद में कश्मीर के मुद्दे पर हुई एक कॉन्फ्रेंस में नवाज शरीफ ने फिर भारतीय सेना पर कश्मीरी लोगों पर जुल्म करने के आरोप लगाए. उन्होंने पिछले साल जुलाई में भारतीय सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए हिज्बुल कमांडर बुरहान वानी को "शहीद" बताया. बुरहान वानी की मौत के बाद कश्मीर घाटी में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए और इस दौरान पुलिस की कार्रवाई में 70 से ज्यादा लोग मारे गए. प्रदर्नकारियों पर पैलेट गनों के इस्तेमाल को लेकर भी भारतीय सुरक्षा बलों की खूब आलोचना हुई.
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने बुरहान वानी को करिश्माई नेता कहा. उन्होंने कहा कि उसकी शहादत से आजादी चाहने वाले लोगों को प्रेरणा मिली है. पाकिस्तान अखबार डॉन की खबर के मुताबिक नवाज शरीफ ने कहा कि दुनिया को अब भारत से कहना चाहिए कि "बहुत हो गया".
जानिए कश्मीर मुद्दे की पूरी रामकहानी
कश्मीर मुद्दे की पूरी रामकहानी
आजादी के बाद से ही कश्मीर मुद्दा भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में एक फांस बना हुआ है. कश्मीर के मोर्चे पर कब क्या क्या हुआ, जानिए.
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1947
बंटवारे के बाद पाकिस्तानी कबायली सेना ने कश्मीर पर हमला कर दिया तो कश्मीर के महाराजा ने भारत के साथ विलय की संधि की. इस पर भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध शुरू हो गया.
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1948
भारत ने कश्मीर का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में उठाया. संयुक्त राष्ट्र ने प्रस्ताव 47 पास किया जिसमें पूरे इलाके में जनमत संग्रह कराने की बात कही गई.
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1948
लेकिन प्रस्ताव के मुताबिक पाकिस्तान ने कश्मीर से सैनिक हटाने से इनकार कर दिया. और फिर कश्मीर को दो हिस्सों में बांट दिया गया.
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1951
भारतीय कश्मीर में चुनाव हुए और भारत में विलय का समर्थन किया गया. भारत ने कहा, अब जनमत संग्रह का जरूरत नहीं बची. पर संयुक्त राष्ट्र और पाकिस्तान ने कहा, जनमत संग्रह तो होना चाहिए.
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1953
जनमत संग्रह समर्थक और भारत में विलय को लटका रहे कश्मीर के प्रधानमंत्री शेख अब्दुल्लाह को गिरफ्तार कर लिया गया. जम्मू कश्मीर की नई सरकार ने भारत में कश्मीर के विलय पर मुहर लगाई.
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1957
भारत के संविधान में जम्मू कश्मीर को भारत के हिस्से के तौर पर परिभाषित किया गया.
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1962-63
चीन ने 1962 की लड़ाई भारत को हराया और अक्साई चिन पर नियंत्रण कर लिया. इसके अगले साल पाकिस्तान ने कश्मीर का ट्रांस काराकोरम ट्रैक्ट वाला हिस्सा चीन को दे दिया.
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1965
कश्मीर को लेकर भारत और पाकिस्तान का युद्ध हुआ. लेकिन आखिर में दोनों देश अपने पुरानी पोजिशन पर लौट गए.
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1971-72
दोनों देशों का फिर युद्ध हुआ. पाकिस्तान हारा और 1972 में शिमला समझौता हुआ. युद्धविराम रेखा को नियंत्रण रेखा बनाया गया और बातचीत से विवाद सुलझाने पर सहमति हुई.
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1984
भारत ने सियाचिन ग्लेशियर पर नियंत्रण कर लिया, जिसे हासिल करने के लिए पाकिस्तान कई बार कोशिश की. लेकिन कामयाब न हुआ.
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1987
जम्मू कश्मीर में विवादित चुनावों के बाद राज्य में आजादी समर्थक अलगाववादी आंदोलन शुरू हुआ. भारत ने पाकिस्तान पर उग्रवाद भड़काने का आरोप लगाया, जिसे पाकिस्तान ने खारिज किया.
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1990
गवकदल पुल पर भारतीय सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 100 प्रदर्शनकारियों की मौत. घाटी से लगभग सारे हिंदू चले गए. जम्मू कश्मीर में सेना को विशेष शक्तियां देने वाले अफ्सपा कानून लगा.
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1999
घाटी में 1990 के दशक में हिंसा जारी रही. लेकिन 1999 आते आते भारत और पाकिस्तान फिर लड़ाई को मोर्चे पर डटे थे. कारगिल की लड़ाई.
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2001-2008
भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत की कोशिशें पहले संसद पर हमले और और फिर मुबई हमले समेत ऐसी कई हिंसक घटनाओं से नाकाम होती रहीं.
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2010
भारतीय सेना की गोली लगने से एक प्रदर्शनकारी की मौत पर घाटी उबल पड़ी. हफ्तों तक तनाव रहा और कम से कम 100 लोग मारे गए.
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2013
संसद पर हमले के दोषी करार दिए गए अफजल गुरु को फांसी दी गई. इसके बाद भड़के प्रदर्शनों में दो लोग मारे गए. इसी साल भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री मिले और तनाव को घटाने की बात हुई.
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2014
प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ गए. लेकिन उसके बाद नई दिल्ली में अलगाववादियों से पाकिस्तानी उच्चायुक्त की मुलाकात पर भारत ने बातचीत टाल दी.
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2016
बुरहान वानी की मौत के बाद कश्मीर में आजादी के समर्थक फिर सड़कों पर आ गए. अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और गतिरोध जारी है.
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2019
14 फरवरी 2019 को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले में 46 जवान मारे गए. इस हमले को एक कश्मीरी युवक ने अंजाम दिया. इसके बाद परिस्थितियां बदलीं. भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बना हुआ है.
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2019
22 जुलाई 2019 को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने दावा किया की भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे कश्मीर मुद्दे को लेकर मध्यस्थता करने की मांग की. लेकिन भारत सरकार ने ट्रंप के इस दावे को खारिज कर दिया और कहा कि कश्मीर का मुद्दा भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय बातचीत से ही सुलझेगा.
तस्वीर: picture-alliance
2019
5 अगस्त 2019 को भारत के गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में एक संशोधन विधेयक पेश किया. इस संशोधन के मुताबिक अनुच्छेद 370 में बदलाव किए जाएंगे. जम्मू कश्मीर को विधानसभा वाला केंद्र शासित प्रदेश बनाया जाएगा. लद्दाख को भी एक केंद्र शासित प्रदेश बनाया जाएगा. धारा 35 ए भी खत्म हो गई है.
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नवाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान लगातार कश्मीरी लोगों के संघर्ष में उनका साथ देता रहेगा. उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान किस तरह कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठा रहा है.
भारत पाकिस्तान पर कश्मीर में हालात भड़काने का आरोप लगाता है. हाल के महीनों में दोनों देशों के बीच नियंत्रण रेखा पर गोलाबारी होने की खबरें अकसर मिलती रही हैं. भारत ने उड़ी में अपनी सेना के एक ठिकाने पर हमले के बाद पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक करने का दावा भी किया था, हालांकि पाकिस्तान ने इसे बेबुनियाद बताया था.
नवाज शरीफ पहले भी बुरहान वानी की तारीफ कर चुके हैं. उन्होंने पिछले साल पाकिस्तानी संसद के एक साझा सत्र में कश्मीरी चरमपंथी की सरहाना की थी, जिस पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई थी. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र महासभा में दिए अपने भाषण में भी बुरहान वानी की तारीफ कर चुके हैं.
देखिए टाइम बम जैसे विवाद
टाइम बम जैसे विवाद
दुनिया भर में कुछ ऐसे विवाद हैं जो कभी भी युद्ध भड़का सकते हैं. ये सिर्फ दो देशों को ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को लड़ाई में खींच सकते हैं.
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दक्षिण चीन सागर
बीते दशक में जब यह पता चला कि चीन, फिलीपींस, वियतनाम, ताइवान, ब्रुनेई, इंडोनेशिया, सिंगापुर और कंबोडिया के बीच सागर में बेहद कीमती पेट्रोलियम संसाधन है, तभी से वहां झगड़ा शुरू होने लगा. चीन पूरे इलाके का अपना बताता है. वहीं अंतरराष्ट्रीय ट्राइब्यूनल चीन के इस दावे के खारिज कर चुका है. बीजिंग और अमेरिका इस मुद्दे पर बार बार आमने सामने हो रहे हैं.
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पूर्वी यूक्रेन/क्रीमिया
2014 में रूस ने क्रीमिया प्रायद्वीप को यूक्रेन से अलग कर दिया. तब से क्रीमिया यूक्रेन और रूस के बीच विवाद की जड़ बना हुआ है. यूक्रेन क्रीमिया को वापस पाना चाहता है. पश्चिमी देश इस विवाद में यूक्रेन के पाले में है.
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कोरियाई प्रायद्वीप
उत्तर और दक्षिण कोरिया हमेशा युद्ध के लिए तैयार रहते हैं. उत्तर कोरिया भड़काता है और दक्षिण को तैयारी में लगे रहना पड़ता है. दो किलोमीटर का सेनामुक्त इलाका इन देशों को अलग अलग रखे हुए हैं. उत्तर को बीजिंग का समर्थन मिलता है, वहीं बाकी दुनिया की सहानुभूति दक्षिण के साथ है.
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कश्मीर
भारत और पाकिस्तान के बीच बंटा कश्मीर दुनिया में सबसे ज्यादा सैन्य मौजूदगी वाला इलाका है. दोनों देशों के बीच इसे लेकर तीन बार युद्ध भी हो चुका है. 1998 में करगिल युद्ध के वक्त तो परमाणु युद्ध जैसे हालात बनने लगे थे.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/F. Khan
साउथ ओसेटिया और अबखासिया
कभी सोवियत संघ का हिस्सा रहे इन इलाकों पर जॉर्जिया अपना दावा करता है. वहीं रूस इनकी स्वायत्ता का समर्थन करता है. इन इलाकों के चलते 2008 में रूस-जॉर्जिया युद्ध भी हुआ. रूसी सेनाओं ने इन इलाकों से जॉर्जिया की सेना को बाहर कर दिया और उनकी स्वतंत्रता को मान्यता दे दी.
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नागोर्नो-काराबाख
नागोर्नो-काराबाख के चलते अजरबैजान और अर्मेनिया का युद्ध भी हो चुका है. 1994 में हुई संधि के बाद भी हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. इस इलाके को अर्मेनिया की सेना नियंत्रित करती है. अप्रैल 2016 में वहां एक बार फिर युद्ध जैसे हालात बने.
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पश्चिमी सहारा
1975 में स्पेन के पीछे हटने के बाद मोरक्को ने पश्चिमी सहारा को खुद में मिला लिया. इसके बाद दोनों तरफ से हिंसा होती रही. 1991 में संयुक्त राष्ट्र के संघर्षविराम करवाया. अब जनमत संग्रह की बात होती है, लेकिन कोई भी पक्ष उसे लेकर पहल नहीं करता. रेगिस्तान के अधिकार को लेकर तनाव कभी भी भड़क सकता है.
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ट्रांस-डिनिएस्टर
मोल्डोवा का ट्रांस-डिनिएस्टर इलाका रूस समर्थक है. यह इलाका यूक्रेन और रूस की सीमा है. वहां रूस की सेना तैनात रहती है. विशेषज्ञों के मुताबिक पश्चिम और मोल्डोवा की बढ़ती नजदीकी मॉस्को को यहां परेशान कर सकती है.
तस्वीर: Getty Images/AFP/D. Mihailescu
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इस बीच, भारत के पूर्व विदेश मंत्री और भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने पाकिस्तान से बातचीत की पैरवी की है. इकॉनिक टाइम्स को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, "हमें पाकिस्तान के साथ बात करनी होगी, लेकिन उन्हें भी समझना होगा कि बातचीत और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते हैं. आप हमारे सिर पर बंदूक रखकर यह नहीं कह सकते हैं कि बात करिए."
उन्होंने कहा, "जम्मू कश्मीर और बाकी भारत के लोगों को पाकिस्तान पर दबाव बनाना चाहिए कि वह भारत में आतंकवाद निर्यात ना करने के अपने वादे पर अमल करे. यह बातचीत से ही संभव हो सकता है." जनवरी 2016 में पठानकोट में भारतीय वायुसेना के ठिकाने पर हमले के बाद से दोनों देशों की बातचीत बंद है. उड़ी हमले के बाद तो तनाव चरम पर पहुंच गया. कुछ समय से बयानों का सिलसिला शांत है, लेकिन बुरहान वानी के बारे में नवाज शरीफ के ताजा बयान के बाद फिर जुबानी जंग शुरू हो सकती है.
एके/वीके (एपी, पीटीआई, ईटी)
देखिए हसीन वादियां
ये हसीन वादियां
कश्मीर में इन दिनों रिकॉर्डतोड़ बर्फबारी हो रही है. कई इलाकों में पारा शून्य से नीचे चला गया है लेकिन छुट्टी मनाने गए पर्यटकों के लिए यह मौका मौज मस्ती का है.
तस्वीर: UNI
कहीं मुसीबत कहीं मौज
भारी बर्फबारी के बीच अनंतनाग स्टेशन पर खड़ी ट्रेन. पिछले दिनों बर्फबारी के कारण ट्रेन सेवा रद्द कर दी गई थी. कश्मीर को देश के दूसरे हिस्सों से जोड़ने वाला श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग बंद है.
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कैमरे में कैद मस्ती
श्रीनगर के बोटैनिकल गार्डन में तस्वीरें खिंचवाती महिला पर्यटक. पीछे खूबसूरत जबरवां की पहाड़ियां हैं. कई इलाकों में बहुत ठंड है और तापमान माइनस में चल रहा है.
तस्वीर: UNI
बर्फ का पुतला
डल झील के पास स्नो मैन बनाता एक कलाकार. कड़ाके की ठंड और बर्फ के बावजूद लोग घाटी में इस मौसम का आनंद ले रहे हैं. नए साल के मौके पर भी लोग घाटी में जश्न मनाने आते हैं.
तस्वीर: UNI
चमकती बर्फ
घाटी में 48 घंटे की लगातार बर्फबारी के बाद सूरज निकला. सूरज की चमक में भद्रवाह घाटी और भी खूबसूरत नजर आ रही है.
तस्वीर: UNI
बर्फ ही बर्फ
घर की छत पर बर्फ की मोटी चादर. घाटी में बर्फबारी का मजा लेने के लिए देश विदेश के हजारों सैलानी हर साल यहां आते हैं.
तस्वीर: UNI
रोजगार का मौसम
घाटी में देश विदेश से आने वाले पर्यटकों की वजह से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलता है. साथ ही राज्य की अर्थव्यवस्था में भी योगदान होता है.
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अभी और पड़ेगी बर्फ
मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दिनों में घाटी में और बर्फबारी हो सकती है.