पाकिस्तान ने मुझे हाथ भी नहीं लगाया: कुलभूषण
४ जनवरी २०१८जासूसी के आरोप में पाकिस्तान की सैन्य जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव नए वीडियो में पाकिस्तान की तरफदारी करते नजर आ रहे हैं. वह बता रहे हैं कि किस तरह पाकिस्तान उनके साथ अच्छा सुलूक कर रहा है लेकिन भारत के राजनयिक ने उनके परिवार के साथ बदतमीजी की.
जाधव ने कहा, "मेरी मां मुझे देख कर बहुत खुश थीं. वह यह देख कर संतुष्ट थीं कि मैं शारीरिक रूप से स्वस्थ हूं. उन्होंने मुझसे कहा भी कि तुम्हें देखने के बाद मैं बहुत निश्चिंत महसूस कर रही हूं. मैंने उन्हें कहा, मम्मी, चिंता मत करो, मेरे पास यहां बहुत कुछ है, मेरी डाइट बहुत सुधर गयी है, वे मेरा बहुत ध्यान रखते हैं, उन्होंने मुझे कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है, कभी मुझे छुआ भी नहीं है." जाधव ने आगे कहा, "जब उन्होंने अपनी आंखों से मुझे देखा, तो उन्हें यकीन हो गया."
सफेद शर्ट और काला कोट पहने जाधव ने भारतीयों के लिए यह संदेश दिया, "मैं यहां एक बेहद जरूरी बात कहना चाहता हूं, भारतीय नागरिकों के लिए, भारत सरकार के लिए और भारतीय नौसेना के लिए भी. मेरी सेवाएं अभी खत्म नहीं हुई हैं. मैं अब भी भारतीय नौसेना का अफसर हूं."
जाधव ने इल्जाम लगाया कि भारतीय अधिकारी ने उनके परिवार के साथ बुरा बर्ताव किया. उन्होंने कहा, "मैंने अपनी मां और पत्नी की आंखों में डर देखा. उन्हें डरने की क्या जरूरत है? जो हुआ, सो हुआ. लेकिन उनके पास डर की कोई वजह नहीं होनी चाहिए. उन्हें धमकाया जा रहा था. उनके साथ जो भी भारतीय राजनयिक आया था, जैसे ही मेरी मां मुझसे मिल कर बाहर निकलीं, वह उन पर चिल्लाने लगा."
पाकिस्तान की तारीफ करते हुए जाधव ने कहा, "यह पाकिस्तान की ओर से एक सकारात्मक कदम था ताकि सब खुश हो सकें लेकिन भारत का वह राजनयिक, या वह जो भी व्यक्ति था, वह उन्हें धमका रहा था. हमें, भारत और पाकिस्तान को अपनी दुश्मनी भूल कर आगे बढ़ना है या फिर इसी तरह इन बातों पर अटके रहना है और इन्हीं को घुमाते रहना है?"
भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस पर प्रतिक्रया दी है कि नए वीडियो से हैरानी नहीं हुई है. मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया है, "हम हैरान नहीं हैं. पाकिस्तान जबरन बयान वाले वीडियो बनाने की अपनी प्रथा को जारी रख रहा है. अब वक्त आ गया है कि वे समझ जाएं कि इस तरह के दुष्प्रचार वाले काम की कोई विश्वसनीयता नहीं है."
बयान में आगे लिखा गया है, "एक बंदी दबाव में आ कर अपनी खैरियत बताता है और खुद ही कैद करने वालों के आरोपों को दोहराता है, यह बेहूदगी टिप्पणी योग्य भी नहीं है. हमारा पाकिस्तान को सुझाव है कि अपने अंतरराष्ट्रीय दायित्व को पूरा करे, भले ही राजनयिक संबंधों में हो या आतंकवाद के यूएनएससी के रेजोल्यूशन 1267 और 1373 को पूरा करना हो. और साथ ही एक भारतीय नागरिक के मानवधिकारों के हनन को भी बंद करे."
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25 दिसंबर 2017 को कुलभूषण जाधव की इस्लामाबाद में अपनी पत्नी और मां से मुलाकात हुई. इस दौरान दोनों के बीच एक कांच की दीवार थी. भारतीय राजनयिक को भी वहां रहने की अनुमति नहीं थी. भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस पर और परिवार के साथ बर्ताव पर नाराजगी जताई और संसद में कहा कि पाकिस्तान ने जानबूझ कर जाधव की मां से उनका मंगलसूत्र और बिंदी उतरवाया ताकि उनकी मां विधवा जैसी नजर आएं और जाधव को और प्रताड़ित किया जा सके. 45 मिनट तक चली इस मुलाकात में परिवार को मातृभाषा में बात करने की अनुमति भी नहीं थी.