यह सफाई मसरूर नवाज झंगवी को इसलिए देनी पड़ रही है क्योंकि वह अतीत में शिया मुसलमानों के खिलाफ आग उगलने के लिए जाने जाते थे. यही नहीं, उनके पिता हक नवाज झंगवी शियाओं के खिलाफ हिंसक मुहिम चलाने के लिए कुख्यात रहे हैं.
इसीलिए दिसंबर में जब झंगवी ने प्रांतीय असेंबली का उपचुनाव जीता तो पाकिस्तान में खासा विवाद हुआ. आशंकाएं पैदा होने लगी कि उनका सियासी कद बढ़ने से पंजाब के झंग इलाके में सांप्रदायिक विभाजन बढ़ेगा. झंग में शिया और सुन्नी टकराव का लंबा रिकॉर्ड रहा है.
इंटरनेट पर झंगवी की पुरानी वीडियो क्लिप मौजूद हैं जिनमें वह अपना भाषण ही यह कह कर शुरू करते हैं कि "शिया काफिर हैं." 29 वर्षीय मसरूर नवाज झंगवी का नाम उन लोगों को सूची में शामिल है जिनके संदिग्ध तौर पर चरमपंथियों से संबंध माने जाते हैं.
देखिए सबसे घातक आतंकवादी संगठन
आतंकवाद दुनिया भर में हजारों जानें ले रहा है. आतंकी संगठनों में एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ सी लगी हुई है. एक नजर सबसे खूनी आतंकवादी संगठनों पर.
तस्वीर: Getty Images/AFP/I. Liemanजी हां, इस्लामिक स्टेन नहीं, बोको हराम. यह दुनिया का सबसे घातक आतंकी संगठन है. अबु बकर शेकाऊ के इस संगठन ने अकेले 2014 में ही 6,644 लोगों की जान ली. 1,742 लोग घायल हुए. सैकड़ों लड़कियों को अगवा किया.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/S.Alambaइस्लामिक स्टेट द्वारा मारे गए लोगों की संख्या भले ही बोको हराम से कम हो, लेकिन इस संगठन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा माना जा रहा है. 2015 में इस्लामिक स्टेट ने 6,073 लोगों को मारा. कुल 5,799 आतंकी हमले किये. अबु बकर बगदादी का यह संगठन यूरोप, सीरिया, इराक, तुर्की और बांग्लादेश में सक्रिय है.
तस्वीर: picture-alliance/dpaअफगानिस्तान के गृह युद्ध के दौरान 1994 में तालिबान बना. इसे दुनिया का सबसे अनुभवी आतंकी संगठन कहा जाता है. 2015 में तालिबान ने 891 हमले किये, जिनमें 3,477 लोगों की जान गई. हिबातुल्लाह अखुंदजादा की अगुवाई वाला तालिबान अफगानिस्तान पर दोबारा कब्जा करना चाहता है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/Noorullah Shirzadaइस संगठन के बारे में बहुत ज्यादा जानकारी अभी भी नहीं है. खानाबदोश की तरह जगह बदलता यह संगठन नाइजीरिया में सक्रिय है. यह फुला कबीले का हथियारबंद संगठन है. ये फुलानी लोगों के जमींदारों को निशाना बनाता है. 2015 में इस उग्रवादी संगठन ने 150 से ज्यादा हमले किये और 1,129 लोगों की जान ली.
तस्वीर: Getty Images/AFP/I. Liemanबोको हराम का संबंध जहां इस्लामिक स्टेट से है, वहीं अल शबाब के तार अल कायदा से जुड़े हैं. पूर्वी अफ्रीका में सक्रिय यह आतंकी संगठन सोमालिया को इस्लामिक स्टेट बनाना चाहता है. बीते साल अल शबाब ने 496 आतंकी हमले किये और 1,021 लोगों की जान ली.
तस्वीर: A. Ohanesian झंगवी के पिता भी एक तेज तर्रार शिया विरोधी मौलवी थी और उन्होंने दुर्दांत सुन्नी गुट सिपह-ए-सहाबा की स्थापना की थी, जिसे 2002 में पाकिस्तानी राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने आतंकवादी संगठन बताते हुए प्रतिबंधित कर दिया था. इससे बहुत पहले 1990 में शिया चरमपंथियों ने हक नवाज झंगवी की हत्या कर दी थी. हक नवाज झंगवी के नाम पर बने प्रतिबंधित लश्कर ए झंगवी ने पाकिस्तान के इतिहास में कुछ सबसे खतरनाक हमलों के अंजाम दिया है और शियाओं को निशाना बनाया है.
लेकिन मसरूर नवाज झंगवी अब कहते हैं, "मेरे कंधों पर जिम्मेदारी आ गई है. अब मैं झंग के सभी लोगों का नुमाइंदा हूं." जब उनसे शियाओं के बारे में उनके विचार पूछे गए तो उन्होंने कहा, "मैं सबको बराबर का इंसान समझता हूं. मैं पंजाब और झंग में शांति चाहता हूं."
चुनाव के दौरान प्रतिबंधित सुन्नी सांप्रदायिक संगठन अहल ए सुन्नत वल जमात ने झंगवी का जमकर समर्थन किया. लेकिन वह खुद को इस संगठन का सदस्य मानने से इनकार करते हैं. वह झंग में धुर दक्षिणपंथी पार्टी उलेमा ए इस्लाम फजल के नाम टिकट पर चुनाव में उतरे थे. अपनी शिया विरोधी वीडियो क्लिपों से खुद को दूर करते हुए झंगवी इतना ही कहते हैं कि वे कई बरस पुरानी हैं.
2016 रहा सबसे खूनी साल, देखिए
2016 आतंकवाद का साल साबित हुआ है. सात महीनों में सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं. इस साल अब तक के सबसे ज्यादा आतंकवादी हमले हुए हैं.
तस्वीर: Imago/Science Photo Libraryएक के बाद एक तीन आतंकवादी हमले हुए. सऊदी अरब के जेद्दा, मदीना और कतीफ में तीन खुदकुश हमले.
तस्वीर: Reutersबगदाद में इराक का सबसे भयानक आतंकवादी हमला हुआ जिसमें 215 जानें गईं और 2002 लोग घायल हो गए.
तस्वीर: Reuters/Khalid al Mousilyढाका में बांग्लादेश का अब तक का सबसे घातक आतंकवादी हमला जिसमें 7 आतंकवादियों ने 20 मासूम जानें ले लीं.
तस्वीर: Getty Images/AFPतुर्की के इस्तांबुल में अतातुर्क एयरपोर्ट पर तीन आतंकियों ने आत्मघाती हमला किया. 45 लोगों की जान चली गई.
तस्वीर: Getty Images/AFP/O. Koseपाकिस्तान के लाहौर में बच्चों के खेल के मैदान के पास बम धमाका हुआ. 72 लोग मारे गए जिनमें ज्यादातर बच्चे थे.
तस्वीर: picture alliance/dpa/R. Darबेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में एयरपोर्ट पर आत्मघाती बम हमला हुआ. 34 जानें गईं और 300 लोग घायल हुए.
तस्वीर: Reuters/F. Lenoirतुर्की की राजधानी अंकारा में मुख्य चौराहे पर एक कार बम से धमाका किया गया. 37 जानें चली गईं.
तस्वीर: Reuters/U. Bektasआइवरी कोस्ट में कुछ अल कायदा आतंकवादी एक होटल में घुसे और गोलियां बरसाईं. 18 लोग मारे गए.
तस्वीर: Reuters/L. Gnagoसोमालिया की राजधानी मोगादिशू में एक होटल में अल शबाब ने कार बम से धमाका किया. 15 लोगों की जान चली गई.
तस्वीर: Reuters/F. Omarतुर्की की राजधानी अंकारा में कई बम धमाके हुए. कुर्दिस्तान फ्रीडम फाल्कन्स के इस हमले में 29 जानें गईं.
तस्वीर: Reuters/Ihlas News Agencyबुरकीना फासो के एक होटल में हुए आतंकवादी हमले में 18 देशों के 23 लोगों की जानें गईं. अल कायदा का काम था.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/W. Elsenइंडोनेशिया के जकार्ता में बम धमाके और उसके बाद गोलियां बरसा कर आईएस ने 8 लोगों को मार डाला.
तस्वीर: Getty Images/AFP/B. Ismoyoसाल की शुरुआत में ही तुर्की के इस्तांबुल में धमाके सुनाई दिए. 13 लोगों की जानें गईं. दर्जनों घायल हुए.
तस्वीर: Reuters/O. Orsal लेकिन जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें शियाओं के बारे में दिए गए भड़काऊ बयानों पर अफसोस है तो उन्होंने मुस्करा कर इतना ही कहते हैं, "नो कमेंट्स".
झंग में रहने वाले एक शिया व्यक्ति का कहना है कि झंगवी ने कोई सांप्रदायिक मुहिम नहीं चलाई और खुद को बदले हुए एक समर्पित व्यक्ति की तरफ पेश किया और इसीलिए एक दिसंबर को होने वाले चुनाव में वह शियाओं के भी कुछ वोट हासिल करने में कामयाब रहे. नाम ना जाहिर करने की शर्त पर इस व्यक्ति ने बताया, "समय ही बताएगा कि वह कितने बदले हैं या फिर यह सब बस सियासत के लिए था."
उधर झंगवी लोगों से किए वादे पूरे करने की बात कह रहे हैं. शहर की एक ईसाई बस्ती के दौरे पर उन्होंने कहा, "झंग के लोगों की बहुत समय से अनदेखी की गई है."
एके/ओएसजे (रॉयटर्स)