पाकिस्तानी नौसेना ने 9 भारतीय क्रू सदस्यों की जान बचाई
१२ अगस्त २०२२
बेल्जियम के ऑयल टैंकर की मदद से पाकिस्तान की नौसेना ने डूबे भारतीय जहाज के अधिकतर क्रू मेम्बरों को बचा लिया है. भारतीय जहाज पोरबंदर से 400 नॉटिकल मील दूर ग्वादर के पास समंदर में समाया.
तस्वीर: Pakistan Navy
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पाकिस्तानी नौसेना के मुताबिक 9 अगस्त को उसे भारतीय जहाज जमना सागर का अर्जेंट इमरजेंसी मैसेज मिला. जहाज उस वक्त पाकिस्तान के ग्वादर पोर्ट से कुछ ही दूर अरब सागर में था. इमरजेंसी मैसेज भेजने के कुछ ही देर बाद जहाज अरब सागर में डूब गया. पाकिस्तान की नौसेना ने भारतीय जहाज से मिला संदेश पाकिस्तान मैरीटाइम इंफॉर्मेशन सेंटर को दिया. सेंटर ने भारतीय जहाज की लोकेशन के करीब मौजूद बेल्जियम के ऑयल टैंकर से फौरन मदद करने की अपील की. ऑयल टैंकर क्रुइबेके उस वक्त संयुक्त अरब अमीरात की तरफ जा रहा था.
ऑयल टैंकर ने तुरंत राहत अभियान शुरू कर दिया. जमना सागर जहाज के 10 में से 9 सदस्यों को बचा लिया गया. इसके बाद पाकिस्तानी नौसेना वहां पहुंची. एक लापता क्रू मेम्बर को खोजने के लिए पाकिस्तानी नौसेना सर्च ऑपरेशन चलाया. इस दौरान नेवी के हेलिकॉप्टरों को डूबे क्रू मेम्बर का शव मिल गया. पाकिस्तानी नौसेना के जनसंपर्क विभाग के डायरेक्टर जनरल ने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी.
समुद्री परिवहन पर नजर रखने वाली वेबसाइट मरीन ट्रैफिक के मुताबिक जमना सागर 44 मीटर लंबा और 10 मीटर चौड़ा जहाज था. आखिरी बार जहाज की डॉक लोकेशन दुबई की थी. भारतीय मीडिया में हादसे की खबरें हैं, लेकिन शिपिंग कंपनी के बयान का कोई कोई जिक्र नहीं है.
ओएसजे/एनआर (एपी)
बड़े हादसों के शिकार बड़े मालवाहक जहाज
गहरे समंदर में हजारों किलोमीटर की यात्रा करने के बाद जब मालवाहक जहाज बंदरगाह का रुख करते हैं, तो जोखिम बहुत बढ़ जाता है. ज्यादातर हादसे इसी दौरान होते हैं. एक नजर हाल में हुए कुछ बड़े हादसों पर.
तस्वीर: Maxar Technologies/AP/picture alliance
एवर गिवन
चीन के यानतियान से नीदरलैंड के रॉटरडम जा रहा यह विशालकाय जहाज तूफान की वजह से टकरा गया और करीब एक हफ्ते तक स्वेज नहर में फंसा रहा.
तस्वीर: Maxar Technologies/AP/picture alliance
डूब गया चित्रा
अगस्त 2010 में मुंबई के तट के पास एमएससी चित्रा की टक्कर एक और जहाज से हुई. टक्कर के बाद 300 कार्गो कंटेनर समंदर में समा गए. टक्कर के कई महीनों बाद चित्रा भी अंतरराष्ट्रीय जलसीमा में डूब गया.
तस्वीर: Getty Images/AFP/I. Mukherjee
फंस गया जहाज
सीएससीएल इंडियन ओशन दुनिया के सबसे बड़े मालवाहक जहाजों में शामिल है. यह जहाज एक बार में 20,000 कंटेनर ट्रांसपोर्ट कर सकता है. लेकिन 2016 में जर्मनी शहर हैम्बर्ग में ये जहाज मुश्किल में पड़ गया. भारी भरकम जहाज नदी के तल को छू गया. कई दिनों की मशक्कत के बाद जहाज को वापस समंदर में पहुंचाया गया.
तस्वीर: Imago/L. Berg
पानी में मौजूद खतरा
अक्टूबर 2011 में मालवाहक जहाज राइना न्यूजीलैंड के तट के पास हादसे का शिकार हुआ. जहाज का तल समंदर में मौजूद चट्टानों से टकराया. टक्कर इतनी भीषण थी कि जहाज दो हिस्सों में टूट गया. जहाज का पिछला हिस्सा चट्टानों में फंसा रह गया और अगला हिस्सा कंटेनरों के साथ डूब गया.
तस्वीर: picture-alliance/abaca/Maritime New Zealand
कचरे से भरे बीच
2007 में कार्गो शिप नैपल्स के कई कंटनेर समुद्र में गिर गए. कंटनेरों में भरा समान बहते हुए दक्षिणी इंग्लैंड के तटों तक पहुंचा. ज्यादातर बीच पूरी तरह कचरे से भर गए. बीचों को साफ करने में काफी वक्त लगा.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/PA/B. Batchelor
टला बड़ा हादसा
यह तस्वीर 1999 की है. फ्रांस और यूके के बीच मौजूद इंग्लिश चैनल में क्रूज शिप की टक्कर एक मालवाहक जहाज से हो गई. टक्कर में क्रूज का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ, वहीं कार्गो शिप में आग लग गई. लेकिन बड़ा हादसा टल गया. 24 लोगों को मामूली चोटें आईं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
राइन की चुनौती
परिवहन के लिहाज से दुनिया की सबसे व्यस्त नदी राइन में भी कई जहाज हादसों का शिकार हुए हैं. 2007 में राइन पर मुड़ने के दौरान एक कार्गो शिप बहुत ज्यादा झुक गया. जहाज से 31 कंटेनर फिसल गए और बहते पानी से साथ दूर दूर तक फैल गए. हादसे के बाद कई दिनों तक राइन में ट्रांसपोर्ट बंद रहा.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/O. Berg
कैसा कैसा सामान
2014 में उत्तरी सागर में एक जहाज से कुछ कंटनेर गिरे. उन कंटेनरों में स्पोर्ट्स शूज भी थे. जूते बहते बहते जर्मनी के उत्तरी तट तक पहुंच गए.