पेरिस और लॉस एंजेलेस में होंगे ओलंपिक खेल
१३ सितम्बर २०१७सबसे पुरानी मार्शल आर्ट, कुश्ती
कुश्ती का खेल कई अलग अलग रूपों में दुनिया के हर महाद्वीप और उसके लगभग हर देश में मौजूद है. ओलंपिक जैसी वैश्विक मुकाबलों में आजकल दो तरह की कुश्ती खेली जाती है - फ्रीस्टाइल और ग्रेको-रोमन. देखिए कुश्ती का इतिहास.
सबसे पुरानी मार्शल आर्ट, कुश्ती
कुश्ती का खेल कई अलग अलग रूपों में दुनिया के हर महाद्वीप और उसके लगभग हर देश में मौजूद है. ओलंपिक जैसी वैश्विक मुकाबलों में आजकल दो तरह की कुश्ती खेली जाती है - फ्रीस्टाइल और ग्रेको-रोमन. देखिए कुश्ती का इतिहास.
पैदाइश से ही
कुश्ती का कोई ना कोई रूप दुनिया की हर सभ्यता और संस्कृति में पाया जाता है. इसकी शुरुआत प्राचीन ग्रीस में ईसा पूर्व 776 के आसपास दिखती है. हालांकि उसके इतने सारे नियम मौजूद नहीं थे.
जब ग्रीस में हो तो...
ग्रीस स्टाइल में रेस्लिंग करें. इसे "पाले" कहा जाता है और इसका ही विकसित हुआ रूप आजकल के ग्रेको-रोमन स्टाइल कुश्ती में दिखता है. ग्रीक शैली में या तो लोग किसी पहले से तय लक्ष्य तक स्कोर पाने के लिए लड़ते थे या फिर किसी एक के दर्द या चोट के कारण हार मान लेने तक.
सम्मान का खेल
ग्रीक सभ्यता में कुश्ती को एक बड़ा सम्मानीय खेल माना जाता था. मानसिक और आध्यात्मिक शक्ति बढ़ाने के लिए ग्रीक योद्धा भी कुश्ती का अभ्यास किया करते. 19वीं सदी में इसे ग्रेको-रोमन शैली का नाम एक इतालवी पहलवान बासिलियो बार्तोली ने दिया.
"ग्रेको-रोमन" शैली
हालांकि ग्रेको-रोमन शैली प्राचीन ग्रीक कुश्ती से निकली है लेकिन इस खेल के नियम पहली बार 19वीं सदी में फ्रेंच सिपाही एक्सब्रोयाट ने लिखे. यूरोप में यह "फ्रेंच रेस्लिंग" या "फ्लैट हैंड रेस्लिंग" ने नाम से मशहूर हुआ.
यूरोप में लोकप्रियता
सन 1848 में एक्सब्रोयाट ने एक कमर के नीचे के ना पकड़ने का नियम लिखा. इसके अलावा अपने विरोधी को जानबूझकर घायल करने वाले दांव आजमाने पर भी रोक लगाई. इस तरह फ्रेंच कुश्ती ने एक खेल के रूप में यूरोप में इसकी परिभाषा गढ़ी.
ओलंपिक का सबसे बड़ा आकर्षण
सन 1896 में "ग्रेको-रोमन" शैली कुश्ती ओलंपिक खेलों में शामिल हुई और इस आयोजन का सबसे बड़ा आकर्षण भी रही. इसके करीब डेढ़ हजार साल पहले से ग्रीस में कुश्ती हो रही थी. इस शैली में ईरान, तुर्की और आर्मेनिया के पहलवानों का बड़ा नाम है.
सबसे पुराना मार्शल आर्ट
यह मानव इतिहास का सबसे पुराना और सबसे बुनियादी लड़ाई के अंदाज का खेल है. दक्षिण यूरोप में आज से 15,000 से 20,000 साल पुरानी पेंटिग्स और खुदाई में भी कुश्ती की तस्वीरें मिली हैं. मिस्र में इसका खूब विकास हुआ. वहां कुछ राजा-महाराजाओं की कब्र के पास पहलवानों की ईसा पूर्व 2500 की पेंटिग्स मिली हैं.
होमर का काव्य
प्राचीन ग्रीक कवि होमर ने भी अपने महाकाव्य में कुश्ती के मुकाबलों का वर्णन किया है. सबसे प्रसिद्ध ग्रीक पहलवानों में दार्शनिक प्लेटो का भी नाम आता है, जो सुकरात के शिष्य थे, और जिन्होंने अपने शिष्य अरस्तु के साथ मिलकर पश्चिमी दर्शन और विज्ञान की नींव रखी.
विश्व भर में अलग रूप
125 एडी के आसपास रोमन साम्राज्य के विस्तार के काल में कुश्ती का खेल पूरे यूरोप में फैला. यहीं से आधुनिक फ्रीस्टाइल कुश्ती का विकास हुआ, जिसमें शरीर के किसी भी हिस्से या कपड़े को पकड़ने की छूट थी. आगे चलकर जापानी साम्राज्य में भी दो तरह की कुश्ती का विकास हुआ - सुमो और जुडो.
साहसी लोगों का खेल
उत्तरी और दक्षिण अमेरिका में कोलंबस के पहुंचने से पहले से ही इंडियन लोगों में कुश्ती करने के प्रमाण मिले हैं. जॉर्ज वॉशिंगटन, अब्राहम लिंकन समेत कम से कम सात अमेरिकी राष्ट्रपति अच्छे रेस्लर बताए जाते हैं. कुश्ती की शुरुआत किसी एक जगह से हुई नहीं मानी जाती. इसके 60 से भी अधिक रूप आज भी विश्व में प्रचलित हैं. (एचके/आरपी)