लोगों को लगा कि सैंटा क्लॉज आ रहा है, तोहफे ला रहा है. पूरा मोहल्ला एकदम बेफिक्र हो गया. लेकिन सैंटा क्लॉज की पोशाक में पुलिस थी जो छापा मारने पहुंची थी.
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दक्षिण अमेरिकी देश पेरू की राजधानी लीमा के एक इलाके में कुछ लोग नाचते गाते पहुंचे. टोली के कुछ सदस्य सैंटा क्लॉज बने थे और कुछ जादुई शख्सियतों जैसी पोशाकें पहने हुए थे. लोगों को लगा कि कोरोना महामारी के दौर में सैंटा क्लॉज उम्मीद जगाने आ रहा है. लेकिन थोड़ी ही देर बार सैंटा क्लॉज की पूरी टोली ने एक मकान को घेर लिया. इस दौरान रिकॉर्ड किए गए वीडियो में यह आवाज साफ दर्ज है, "हम पुलिस हैं, हम ग्रीन स्क्वाड हैं, ये एक एंटी ड्रग ऑपरेशन है."
इसके बाद दरवाजा नहीं खुला तो फिर पुलिस ने बड़े हथौड़े से दीवार में छेद कर दिया. मकान के भीतर पुलिस ने कोकेन की दर्जनों पुड़ियाएं और एक पिस्तौल बरामद की. मौके पर ही एक संदिग्ध ड्रग डीलर को भी गिफ्तार किया गया. अधिकारियों के मुताबिक वह एक स्कूल के पास ड्रग्स बेचता था.
नशीले पदार्थ पैदा करने वाले प्रमुख देश
संयुक्त राष्ट्र एजेंसी यूएनओडीसी के मुताबिक दुनिया भर में करीब 23.4 करोड़ लोग ड्रग्स का इस्तेमाल करते हैं. हर साल ड्रग्स के कारण करीब 2 लाख लोग जान गंवा बैठते हैं.
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अफीम और हेरोइन उड़ाता अफगानिस्तान
अफगानिस्तान दुनिया भर में अफीम का सबसे बड़ा उत्पादक है. यहां सालाना 5,000 से 6,000 टन अफीम पैदा होती है. अफगानिस्तान से नाटो सेनाओं की वापसी के बाद इसके उत्पादन का और विस्तार हुआ है. अमेरिका और एशिया, यहां की अफीम के सबसे बड़े बाजार हैं.
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कोलंबिया की कोकेन
कोलंबिया, बोलीविया और पेरु कोकेन के उत्पादन में दुनिया भर में सबसे आगे हैं. इन तीनों देशों में कोका की पत्तियों की खेती 1,35,000 एकड़ में होती है. यूएन की एंटी नार्कोटिक्स एजेंसी यूएनओडीसी के मुताबिक कोलंबिया में हर साल 300 से 400 टन कोकेन तैयार होती है. कोकेन के प्रमुख बाजार दक्षिण अमेरिका, उत्तर अमेरिका और यूरोप हैं.
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मोरक्को का गांजा
हर साल मोरक्को में 1500 टन चरस और गांजा तैयार होता है. मोरक्को में करीब 1,34,000 हेक्टेयर में गांजे के खेत हैं. अमेरिका के कुछ राज्यों और मेक्सिको में चिकित्सकीय मैरिजुआना को कानूनी दर्जा मिल जाने के बाद से इसकी खेती में वृद्धि हुई है.
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म्यांमार में हेरोइन
दक्षिण पूर्वी एशिया में गोल्डन ट्राएंगल ऑफ म्यांमार, लाओस और कंबोडिया, अफीम और हेरोइन बनाने में आगे हैं. यहां सालाना 1000 टन अफीम तैयार होती है. यहां से इसे थाइलैंड और इंडोनेशिया समेत अन्य दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों में सप्लाई किया जाता है.
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अमेरिका और मेक्सिको से क्रिस्टल मेथ
यूएनओडीसी की रिपोर्ट के मुताबिक कृत्रिम ड्रग क्रिस्टल मेथ का इस्तेमाल नाटकीय रूप से बढ़ा है. यह ठीक ठीक नहीं पता कि इसके सबसे बड़े निर्माता देश कौन हैं. इसे घरेलू लैब में बनाना आसान है. जानकारी के मुताबिक साल 2014 में अमेरिकी पुलिस ने ऐसी 12,000 लेबों पर छापे मारे. 2014 में दुनिया भर से पकड़ी गई 144 टन क्रिस्टल मेथ में से 80 फीसदी अमेरिका और मेक्सिको में पकड़ी गई.
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ड्रग्स के खिलाफ पेरू की पुलिस की सफलता की दक्षिण अमेरिका में चर्चा होती है. बीते कुछ सालों से पुलिस ड्रग डीलरों को पकड़ने के लिए कई तरह की पोशाकों और नाटकों का इस्तेमाल कर रही है. पुलिस के मुताबिक भेष बदलने से ड्रग डीलरों और उनके लिए मुखबिरी करने वालों को गच्चा देने में सफलता मिली है.
पेरू के एंटी ड्रग स्क्वाड दस्ते के अधिकारी कर्नल फ्रेडी वेलास्क्वेज ने कहते हैं, "नतीजों से हम साफ देख सकते हैं कि बड़े पैमाने पर ड्रग्स बरामद हो रही है, इसमें गांजा और कोकेन पेस्ट की मात्रा सबसे ज्यादा है. काफी हथियार भी बरामद हुए हैं."
लैटिन अमेरिकी देशों में ड्रग्स एक बड़ी समस्या है. महाद्वीप के बड़े हिस्से में पैदा की जाने वाली ड्रग्स कोलंबिया के सहारे मेक्सिको पहुंचाई जाती है और फिर वहां से उसे जहाजों, नावों या दूसरे तरीकों से अमेरिका भेजा जाता है. एक अनुमान के मुताबिक मेक्सिको और कोलंबिया के ड्रग्स तस्कर हर साल 18 से 39 अरब डॉलर का गैरकानूनी कारोबार करते हैं. मेक्सिको ड्रग्स कारोबार से जुड़े गुटों के गैंगवार के लिए भी मशहूर है. मेक्सिको सरकार के आंकड़ों के मुताबिक ड्रग्स कारोबार के चलते हाल के बरसों में 61,000 से ज्यादा लोग लापता हैं और इससे भी ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं.
अपना गैंग, अथाह पैसा और हर वक्त भागने के लिए तैयार रहना, मेक्सिको के ड्रग्स तस्करों की जिंदगी ऐसी ही है. युवाओं को गुमराह करने के लिए वहां सिनेमा और संगीत के साथ साथ कब्रिस्तान भी है.
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मेक्सिको के सिनाओला राज्य का खारडिनेस डेल हुमाया कब्रिस्तान बेहद मशहूर है. मेक्सिको में ड्रग्स तस्करी करने वाले कई सरगना इसी इलाके से निकले. मौत के बाद खारडिनेस डेल हुमाया कब्रिस्तान में उनकी कब्रें बनी हैं.
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ड्रग्स तस्करों की कब्रों में एक दूसरे से अच्छा दिखने की होड़ सी छिड़ी है. कब्रों के डियाजन और उनके लगी तकनीक से अंदाजा लगाया जाता है कि कौन कितना कुख्यात था.
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खारडिनेस डेल हुमाया में इस वक्त सबसे महंगी कब्र हिटमैन की है. अनुमान है कि इस पर 2,90,000 डॉलर खर्चे गए हैं. अब एक नई कब्र इससे भी महंगी बन रही है.
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1933 तक अमेरिका के कई इलाकों में अल्कोहल पर प्रतिबंध था. इस दौरान तस्कर मेक्सिको से शराब अमेरिका पहुंचाया करते थे. बाद में यह पाबंदी हट गई. लेकिन 1960 के दशक में कोकीन, गांजे और अन्य नशीले पदार्थों की तस्करी शुरू हो गई.
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दक्षिण अमेरिका और उत्तरी अमेरिका के बीच स्थित मेक्सिको कई दशकों से ड्रग्स की तस्करी का अहम रूट और अड्डा रहा है. अमेरिका से लगी 3201 किलोमीटर लंबी सीमा को कहीं न कहीं से पारकर ड्रग्स अमेरिका पहुंचाई जाती है. तस्कर ऐसी सुरंगों का भी सहारा लेते हैं.
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सितंबर 2016 में मेक्सिको के सुरक्षा बलों ने एक तोप भी बरामद की. 3 मीटर लंबी नाल वाली तोप में ड्रग्स भर अमेरिका में गिराई जाती थीं. अमेरिका तक पहुंचने वाली 90 फीसदी कोकीन मेक्सिको से होकर जाती है.
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मेक्सिको सरकार के आंकड़ों के मुताबिक 2007 से 2014 के बीच ड्रग्स के चक्कर में 1,60,000 लोगों की मौत हुई. खून खराबा अब भी जारी है.
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देश के कई शहरों में कुछ खास इलाके ऐसे हैं जहां आम लोग और अकेले पुलिस अधिकारी भी जाने से घबराते हैं.