135 सेकेंड के भीतर ऐसा क्या हुआ कि चीन में एक बड़ा विमान हादसा हो गया. क्रैश हुए चाइना ईस्टर्न एयरलाइंन के विमान में 132 लोग सवार थे.
विज्ञापन
चीन की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी, चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस का विमान कुनमिंग से गुआंझो के लिए निकला था. लेकिन, उड़ान भरने के सवा घंटे भर बाद ही विमान रडार से गायब हो गया. बोइंग 737-800 मॉडल के इस विमान में 123 यात्री और 9 चालक दल के सदस्य थे.
एयरलाइन कंपनी ने एक बयान जारी करते हुए कहा है, "विमान क्रैश हो चुका है, इस बात की पुष्टि हो गई है." चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस ने इसके साथ ही विमान में सवार लोगों को परिजनों के लिए हॉटलाइन डिटेल्स भी साझा किए.
विमान जिस जगह पर क्रैश हुआ है, वहां पहाड़ी जंगल में भीषण आग लग चुकी है. चीन के सरकारी मीडिया सीसीटीवी के मुताबिक विमान पूरी तरह मलबे के रूप में बिखरा पड़ा है.
क्या कहता है फ्लाइट रडार का डाटा
विमान ने चीन के दक्षिण-पश्चिमी शहर कुनमिंग से दोपहर 01:11 बजे उड़ान भरी. दुनियाभर में उड़ान भरने वाले विमानों पर नजर रखने वाली बेवसाइट फ्लाइट रडार 24 के डाटा के मुताबिक फ्लाइट को करीब दो घंटे बाद 03:05 बजे दक्षिणी चीन के तटीय शहर गुआंझो में लैंड करना था.
हादसे से ठीक पहले विमान 29,100 फीट की ऊंचाई पर था, लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ कि फ्लाइट 135 सेकेंड के भीतर अचानक 20,000 फीट नीचे आ गई. फ्लाइट रडार 24 के डाटा के मुताबिक विमान पहले 9,075 फीट पर आया और फिर अगले 20 सेकेंड में और नीचे गिरकर 3,225 फीट पर गया. इसके बाद विमान को ट्रैक नहीं किया जा सका. स्थानीय समय के मुताबिक दो बजकर 22 मिनट के बाद विमान का कोई डाटा नहीं मिला.
लेकिन इसके कुछ ही देर बाद विमान के क्रैश होने की पुष्टि हो गई. चीनी सोशल मीडिया पर वह पहाड़ी जंगल दिखाई देने लगा, जहां विमान क्रैश होने के बाद आग लग गई. स्थानीय लोगों के मुताबिक विमान बिल्कुल बेकाबू हो चुका था.
चीन का सेफ्टी रिकॉर्ड बढ़िया
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं. चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस और बोइंग चाइना की वेबसाइट ब्लैक एंड व्हाइट कर दी गई है. ऐसा पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए किया जाता है.
एविएशन डाटा प्रोवाइडर ओएजी (OAG) के मुताबिक चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस एक सरकारी कंपनी है. प्रति सप्ताह सीट क्षमता के मामले में यह चीन की सबसे बड़ी और दुनिया की छठी बड़ी एयरलाइंस है.
क्षेत्रफल के लिहाज से दुनिया के पांचवें बड़े देश चीन में घरेलू एविएशन बाजार काफी मजबूत है. बीते दशकों में हवाई सुरक्षा के मामले में चीन का रिकॉर्ड जबरदस्त रहा है. चीन में आखिरी बड़ा विमान हादसा 2010 में हुआ था, जब खराब विजिबिलिटी के कारण एक छोटा E-190 विमान यिचुन एयरपोर्ट के पास क्रैश हुआ था. उस हादसे में विमान में सवार 96 में से 44 लोगों की मौत हो गई.
बोइंग के 737-800 विमान का सेफ्टी रिकॉर्ड भी काफी बेहतर है. चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस का यह विमान छह साल पुराना था. विमान के इस मॉडल को बोइंग 737 मैक्स के मुकाबले बेहद सुरक्षित विमान माना जाता है.
दुनिया के सबसे बड़े विमान हादसे
हवाई सफर को सबसे सुरक्षित सफर माना जाता है. लेकिन इसके इतिहास में कई दर्दनाक हादसे भी दर्ज हैं. एक नजर दुनिया की सबसे बड़ी हवाई दुर्घटनाओं पर.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/A. Zykina
25 मई 1979, 273 मौतें
मरने वालों की संख्या के हिसाब से सबसे बड़े हादसों में दसवें नंबर पर है अमेरिका के इलेनॉय में 25 मई 1979 को हुई दुर्घटना. अमेरिकन एयरलाइंस की फ्लाइट 191 शिकागो से उड़ान भरने के चंद मिनटों में ही क्रैश हो गई और इसमें सवार सभी 258 मुसाफिर, 13 चालक दल के सदस्य और दो लोग जमीन पर मारे गए थे.
तस्वीर: picture alliance/AP Photo/F. Jewell
19 फरवरी 2003, 275 मौतें
ईरान में केरमेन के पास पहाड़ी इलाके में 19 फरवरी 2003 को बड़ा विमान हादसा हुआ जिसमें विमान पर सवार सभी 275 लोग मारे गए थे. विमान ईरान के रेवोल्यूशनरी गार्ड्स के जवानों को लेकर जा रहा था.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/W. Pfeiffer
3 जुलाई 1988, 290 मौतें
3 जुलाई 1988 को हरमुज जलमडमरूमध्य में ईरान एयर की फ्लाइट को अमेरिकी नौसेना ने मार गिराया था, जिसमें विमान पर सवार सभी 290 लोग मारे गए थे. अमेरिकी सरकार का कहना था कि उसकी नेवी ने विमान को गलती से कोई लड़ाकू विमान समझ लिया था. तेहरान से दुबई जा रही ये उड़ान नियमित रूट पर नहीं थी.
तस्वीर: picture alliance/dpa/A. Taherkenareh
17 जुलाई 2014, 298 मौतें
17 जुलाई 2014 को एम्सटरडैम से कुआलालंपुर जा रहे मलेशिया एयरलाइंस के विमान को यूक्रेन में दोनेत्सक इलाके में मार गिराया गया. विमान पर सवार सभी 283 यात्री और चालक दल के 15 सदस्य मारे गए. डच सेफ्टी बोर्ड ने 2015 में अपनी जांच में कहा कि विमान को रूस समर्थक विद्रोहियों ने जमीन से हवा में मार करने वाली बक मिसाइल से गिराया था.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/A. Zykina
19 अगस्त 1980, 301 मौतें
सऊदी अरब की राजधानी रियाद से 19 अगस्त 1980 को उड़ाने भरने के बाद ही सऊदिया एयरलाइंस की फ्लाइट 163 में आग लग गई. हादसे में सभी 287 यात्रियों समेत 301 लोग मारे गए.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
23 जून 1985, 329 मौतें
23 जून 1985 का दिन एयर इंडिया के इतिहास में एक दर्दनाक दिन था जब जमीन से 31 हजार फीट की ऊंचाई पर आयरलैंड के आसमान में उसके एक विमान को बम से उड़ा दिया गया. इसमें चालक दल के 22 सदस्यों समेत 329 लोग मारे गए थे. कनाडा की जांच में इसके लिए सिख अलगाववादी संगठन बब्बर खालसा के सदस्यों को जिम्मेदार बताया गया था.
तस्वीर: picture alliance/empics/R. Remiorz
3 मार्च 1974, 346 मौतें
3 मार्च 1974 को टर्किश एयरलाइंस का एक विमान पेरिस के पास जंगलों में क्रैश हो गया. हादसे में विमान पर सवार सभी 346 लोग मारे गए.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
12 नवंबर 1996, 349 मौतें
हवाई दुर्घटनाओं के इतिहास का तीसरा सबसे दर्दनाक हादसा हरियाणा के चरखी दादरी में हुआ था जब आकाश में सऊदी अरब और कजाखस्तान के विमान टकरा गए. हादसे में दोनों विमानों में सवार 349 लोग मारे गए.
तस्वीर: Imago/Rüdiger Wölk
12 अगस्त 1985, 509 मौतें
जापान एयरलाइंस का एक विमान 12 अगस्त 1985 को राजधानी टोक्यो से लगभग 100 किलोमीटर दूर हादसे का शिकार हो गया. इस हादसे में कुल 520 लोग मारे गए जिनमें 509 यात्री और 15 चालक दक के सदस्य थे.
तस्वीर: picture alliance/dpa/Toshiki Ohira
27 मार्च 1977, 583 मौतें
सबसे बड़ा विमान हादसा 27 मार्च 1977 को हुआ था जब स्पेन के द्वीप टेनेरीफ के हवाई अड्डे पर दो विमान रनवे पर एक दूसरे से टकरा गए. दो बोइंग 747 विमानों की इस टक्कर में 583 लोग मारे गए थे.