मिलिए अमेरिका में सिक्कों पर जगह पाने वाली अश्वेत महिला से
११ जनवरी २०२२
कवयित्री और ऐक्टिविस्ट माया ऐंजलो अमेरिका में किसी भी सिक्के पर जगह पाने वाली पहली अश्वेत महिला बन गई हैं. सिक्कों पर महिलाओं को जगह देने के लिए अमेरिका में जनवरी 2021 में एक नया कानून लाया गया था.
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माया ऐंजलो की छवि लिए 25 सेंट का नया सिक्का अमेरिका की मिंट ने 10 जनवरी को जारी किया. ऐंजलो अमेरिकन वीमेन क्वार्टर्स प्रोग्राम के तहत इस तरह की श्रद्धांजलि पाने वाली पहली महिला हैं. इस प्रोग्राम को जनवरी 2021 में कानून बना दिया गया था.
मिंट ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि इन नए सिक्कों को भेजना शुरू कर दिया गया है. मिंट के डिप्टी निदेशक वेंट्रिस गिब्सन ने कहा, "मेरे लिए अमेरिकी महिलाओं और अमेरिकी इतिहास में उनके योगदान के कीर्तिगान को समर्पित इन सिक्कों को पेश करना एक गर्व की बात है."
पांच पथ प्रदर्शक महिलाएं
उन्होंने यह भी कहा, "इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के जरिए जिन उपलब्धियों का जश्न मनाया जा रहा है, 2022 के हर क्वार्टर को उन्हें पूरी तरह से प्रतिबिंबित करने के लिए डिजाइन किया गया है. इस श्रंखला के पहले सिक्के के पिछली तरफ पर चिन्हित की गईं माया ऐंजलो ने अपने शब्दों से लोगों को प्रेरित किया और उनका उत्थान किया."
इस कार्यक्रम के तहत 2022 से लेकर 2025 तक अमेरिकी मिंट को पांच अलग अलग पथ प्रदर्शक महिलाओं को श्रद्धांजलि देनी है जिन्होंने देश के इतिहास में योगदान दिया है. अमेरिकी वित्त मंत्री जेनेट एलेन ने कहा था कि "उन्हें गर्व है कि ये सिक्के अमेरिका की सबसे असाधारण महिलाओं में से कुछ के योगदान का कीर्तिगान कर रहे हैं."
उन्होंने एक बयान में कहा, "हम जब भी अपने देश की मुद्रा को दोबारा डिजाइन करते हैं तो हमारे पास देश के बारे में कुछ कहने का मौका होता है - हम किस चीज को अहमियत देते हैं और हमने बतौर एक समाज कैसे तरक्की की है."
आंदोलनों को श्रद्धांजलि
पिछले 90 सालों से अमेरिकी क्वार्टर पर एक तरफ देश के पहले राष्ट्रपति जॉर्ज वॉशिंगटन और दूसरी तरफ एक चील की छवि रही है. नए क्वार्टरों में एक तरफ वॉशिंगटन और दूसरी तरफ ऐंजलो को दिखाया गया है.
उनके अलावा 2022 में जिन महिलाओं की छवि सिक्कों पर लाई जाएगी उनमें शामिल हैं - अंतरिक्ष में पहली अमेरिकी महिला सैली राइड, चेरोकी नेशन की पहली महिला प्रिंसिपल चीफ विल्मा मैनकिलर, न्यू मेक्सिको में मतदान के बराबरी के अधिकार आंदोलन की नेता नीना ओटेरो-वार्रेन और चीनी अमेरिकी मूल की फिल्म जगत की हस्ती ऐना मे वॉन्ग.
1928 में मिसौरी में पैदा हुईं ऐंजलो एक लेखिका और कवयित्री थीं जिन्होंने सिविल राइट्स मूवमेंट के दौरान मार्टिन लूथर किंग जूनियर और मैलकम एक्स के साथ काम किया था. ऐंजलो ने अपनी एक कविता पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के शपथ ग्रहण पर पढ़ी थी. उनका 2014 में निधन हो गया था.
वित्त मंत्री एलेन ने पूर्व गुलाम और दासता-विरोधी हैरिएट टबमैन को भी मान्यता देने के समर्थन का संकेत दिया है. पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने टबमैन के चेहरे को 20 डॉलर के नोट पर डालने का काम शुरू किया था लेकिन डॉनल्ड ट्रंप के प्रशासन में यह काम रुक गया था.
सीके/एए (एएफपी)
अश्वेत महिला अंतरिक्ष यात्री: एक विशिष्ट वर्ग में अल्पसंख्यक
पहली अश्वेत महिला अंतरिक्ष यात्री मे जेमिसन को भी उड़ान का मौका पुरुषों और अश्वेत महिलाओं के 30 सालों बाद मिल पाया था. भारतीय मूल की कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स का नाम भी इस गौरवशाली सूची में शामिल है.
तस्वीर: WAM/AP Photo/picture alliance
अंतरिक्ष में पहली अश्वेत महिला
मे जेमिसन (बाईं तरफ) "सिर्फ" पहली अश्वेत अंतरिक्ष यात्री नहीं हैं. वो अमेरिकी अंतरिक्ष यान की सवारी करने वाली पहली अश्वेत महिला थीं. उन्होंने अंतरिक्ष में पदार्थों और बोन सेल रिसर्च पर प्रयोग भी किए और कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, न्यूक्लियर मैग्नेटिक रेसोनेंस स्पेक्ट्रोस्कोपी और रिप्रोडक्टिव बायोलॉजी में भी काम किया. वो एक गैर लाभकारी एसटीईएम शिक्षण संस्थान चलाती हैं और एक उत्सुक जैज डांसर हैं.
तस्वीर: NASA/Newscom/picture alliance
तीन बार उड़ान भरने वालीं स्टेफनी विल्सन
स्टेफनी विल्सन की एक बहु-प्रतिभावान अंतरिक्ष यात्री हैं. विल्सन एक ऐरोस्पेस इंजीनियर हैं जो पहले गैलिलियो अंतरिक्ष यान पर काम करती थीं. 1996 में नासा ने उन्हें एक अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुन लिया, लेकिन उन्हें उनका पहला मिशन मिला 2006 में. उसके बाद वो 2007 और 2010 में फिर अंतरिक्ष में गईं. अब वो नासा के आर्टेमिस कार्यक्रम का हिस्सा हैं, जिसका लक्ष्य है चांद पर पहली महिला को भेजना.
तस्वीर: NASA/Bill Ingalls
जोन हिग्गिनबॉथम ने भी किया 10 साल इंतजार
जोन हिग्गिनबॉथम को भी नासा ने स्टेफनी के साथ ही चुना था और उन्हें भी अपनी पहली उड़ान के लिए 10 साल इन्तजार करना पड़ा. एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के तौर पर उन्होंने स्पेस शटल कोलंबिया और कई दूसरे अभियानों पर काम किया. नौ सालों में वो 53 शटल लॉन्चों का हिस्सा रहीं. जब वो अंतरिक्ष गईं तो वो उस टीम का हिस्सा बनीं जिसने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के निर्माण में मदद की.
तस्वीर: NASA/Yvette Smith
सियैन प्रॉक्टर
सियैन प्रॉक्टर सिर्फ चुनिंदा अश्वेत महिला अंतरिक्ष यात्रियों में से ही नहीं हैं वो धरती की परिक्रमा करने वाले पहले "सिविलियन साइंस" दल का भी हिस्सा थीं. उन्होंने स्पेसएक्स के "इंस्पिरेशन4" के साथ सितंबर 2021 में उड़ान भरी. उन लोगों को 'सिविलियन' कहा जरूर गया लेकिन सब पेशेवर एविएटर और वैज्ञानिक थे. प्रॉक्टर नासा के सोलर सिस्टम एम्बेसडरों में से एक हैं.
तस्वीर: Inspiration4/John Kraus
चीन की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री
पारम्परिक रूप से अंतरिक्ष में हर काम को पहली बार किए जाने का रिकॉर्ड अमेरिका और रूस के पास ही रहा है. लेकिन अब चीन का अंतरिक्ष कार्यक्रम भी काफी तरक्की कर गया है. 2012 में लिउ यांग चीन की पहली सक्रिय महिला अंतरिक्ष यात्री बनीं. एक साल बाद वांग यापिंग भी उनके नक्शेकदम पर गईं और तिआनगोंग-1 अंतरिक्ष स्टेशन से फिजिक्स की एक लाइव क्लास भी ली.
तस्वीर: picture alliance/ZUMAPRESS.com
भारतीय मूल की महिला अंतरिक्ष यात्री
अमेरिका में भारतीय मूल की भी कुछ महिला अंतरिक्ष यात्री हुई हैं, जैसे कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स. चावला पहली बार स्पेस शटल कोलंबिया पर एक रोबोटिक आर्म ऑपरेटर के तौर पर गई थीं. कोलंबिया पर ही 2003 में उनका दूसरा मिशन उनके लिए घातक रहा. पृथ्वी के वायुमंडल में वापस आते समय शटल के टुकड़े टुकड़े हो गए और उस पर सवार दल के सभी लोग मारे गए.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/NASA
कोरिया की एकलौती अंतरिक्ष यात्री
यी सो-येओन दक्षिण कोरिया की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री ही नहीं हैं, बल्कि वो अंतरिक्ष में जाने वाली पहली कोरियन हैं. वो पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर हैं. 2008 में उन्हें आईएसएस जाने के लिए रूस में होने वाले प्रशिक्षण के लिए चुना गया. उन्होंने अंतरिक्ष में नौ दिन बिताए. वापस लौटते समय उनके यान की लैंडिंग अच्छी नहीं रही और उनकी पीठ में चोट आ गई. उन्होंने 2014 में बतौर अंतरिक्ष यात्री इस्तीफा दे दिया.
तस्वीर: EPA/STR/picture-alliance
जापान की दो महिला अंतरिक्ष यात्री
जापान के अंतरिक्ष कार्यक्रम जाक्सा को अमेरिका के नासा, यूरोप के ईएसए और रूस के रॉसकॉसमॉस के साथ बिग फोर का हिस्सा माना जाता है लेकिन उसने आज तक दो ही महिला अंतरिक्ष यात्री दिए हैं. इनमें पहली थीं चियाकि मुकाई (तस्वीर में) जो कोलंबिया और डिस्कवरी स्पेस शटलों पर गई थीं. दूसरी जापानी महिला अंतरिक्ष यात्री नाओको यामाजाकि डिस्कवरी पर गई थीं.
तस्वीर: JAXA/NASA
यूएई: अंतरिक्ष कार्यक्रम में लिंग संतुलन
संयुक्त अरब अमीरात का अंतरिक्ष कार्यक्रम भी काफी तरक्की कर रहा है. उसने अंतरिक्ष यात्रियों का भी एक कार्यक्रम शुरू किया है जिसके लिंग संतुलन से दूसरे देशों को जलन हो सकती है. अप्रैल 2021 में इस कार्यक्रम के लिए नूरा अल-मतरुशी (दाईं तरफ) और मोहम्मद अल-मुल्ला को चुना गया. इनका प्रशिक्षण नासा के साथ होगा.